मृत्युंजय दीक्षित क्रांतिकारी खुदीराम बोस भारत के ऐये महान सपूत थे जिन्होनें सबसे कम आयु में भारत को आजादी दिलाने के लिए व अग्रेजों के मन में भय उत्पन्न करने के कारण फांसी का फंदा चूम लिया। खुदीराम बोस का जन्म ग दिसम्बर अद्वद्व् को बंगाल के मिदनापुर जिले के एक -गांव में बाबू त्रैलौक्यनाथ […]
महीना: अगस्त 2015
प्रमोद भार्गव इस्लाम के बहाने अपने ही बच्चों को आतंकवादी बनाने में पाकिस्तान जुटा दिख रहा है। मुबंई हमलों के जिंदा बचे गुनहगार अजमल कसाब के बाद आतंकवादी मोहम्मद नावेद उर्फ कासिम खान का जिंदा पकड़ा जाना इस तथ्य का पुख्ता सबूत है। नावेद ने पुलिस को दिए बयान में कबूला भी है कि उसने […]
सुरेश हिन्दुस्थानी बिहार में भाजपा के समर्थन में हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली ने यह तो प्रमाणित कर ही दिया है, कि अभी उनका जादू समाप्त नहीं हुआ है। भाजपा की इस आमसभा में उमड़ी भीड़ ने निश्चित रूप से राष्ट्रीय जनता दल और जनतादल एकीकृत के सपनों पर तुषारापात किया होगा। प्रधानमंत्री मोदी […]
शांति, अहिंसा, प्रेम, त्याग से, करें सहयोग में वृद्घि।समझें परिवार इस वसुधा को, मित्रभाव से करें समृद्घि। रूलाकर किसी भी प्राणी को, प्रभु हंसना अपना स्वभाव न हो।मानव मानव के मानस में, किंचित भी कोई दुर्भाव न हो। विज्ञान हमें ऐसा देना, जिसमें हृदय का अभाव न हो।नही चाहिए ऐसा स्वर्ग, जहां आपस में सदभाव […]
धर्मपरिवर्तन इस देश की सदियों पुरानी बीमारी है। सल्तनत काल में या मुगल काल में जब धर्मपरिवर्तन होता था तो उस समय सीधे-सीधे इसका कारण इस्लामिक दबाव होता था। ईसाइयत ने धर्मांतरण के दूसरे पैमाने माने हैं। उसने जहां धर्मांतरण बलात् रूप में किये हैं, वहीं लोगों की अशिक्षा और निर्धनता का लाभ उठाकर उन्हें […]
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने देश में गोधन विकास के लिए गंभीर और ठोस बात कही है। श्री सिंह ने कहा है कि गोधन विकास और गोवध निषेध को मुगल बादशाह भी इस देश पर शासन करने के लिए आवश्यक मानते थे। जबकि अंग्रेजों ने इस ओर पूर्णत: उपेक्षा भाव का प्रदर्शन किया। इस प्रकार […]
कृष्ण कान्त वैदिक शास्त्री सु$आङ् अधिपूर्वक इड्-अध्ययने धातु से स्वाध्याय शब्द बनता है। स्वाध्याय शब्द में सु, आ और अधि तीन उपसर्ग हैं। ‘सु’ का अर्थ है उत्तम रीति से ‘आ’ का अर्थ है आद्योपान्त और ‘अधि’ का अर्थ है अधिकृत रूप से। किसी ग्रन्थ का आरम्भ से अन्त तक अधिकारपूर्वक सर्वत: प्रवेश स्वाध्याय कहलाता […]
मनमोहन सिंह आर्य मनुष्य की आत्मा के अल्पज्ञ होने के कारण इसके साथ अविद्या अनादि काल से जुड़ी हुई है। इसका एक कारण जीवात्मा का एकदेशी, ससीम, राग-द्वेष व जन्म-मरणधर्मा आदि होना भी है। ईश्वर सर्वव्यापक, निराकार, सर्वान्तर्यामी एवं सर्वज्ञ है। सर्वज्ञ का तात्पर्य है कि वह जानने योग्य सब कुछ जानता है। वह जीवों […]
उमेश चतुर्वेदी पांचजन्य के संपादक रहे, सहजता की अनन्य मूर्ति, खालिस सहज इन्सान और अपने चहेतों के बीच काकू के तौर पर मशहूर यादवराव देशमुख चार जून को वहां के लिए कूच कर गए, जहां से कोई लौटकर नहीं आताज्दीनदयाल शोध संस्थान के प्रमुख रहे 87 साल के यादव राव देशमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के […]
एक किसान बहुत ही उम्दा किस्म का मक्का उगाता था! हर वर्ष उसकी उगाई हुई मक्का को राष्ट्रीय फसल मेला में पुरस्कृत किया जाता था! एक साल एक रिपोर्टर उसका साक्षात्कार लेने, और यह जानने की उत्सुकता के साथ कि वह हर वर्ष ऐसा कैसे कर पता है , वहां आया! आसपास सबसे किसान के […]