नीलाक्ष विक्रम दुनिया को दीवाना बनाने वाला ताजमहल मुगलिया तामीर की मिसाल है या फिर प्राचीन शिव मंदिर। सालों पुराना यह विवाद एक बार पुन: न्यायालय की शरण अर्थात फिर अदालत की चौखट तक पहुंच गया है। ताजमहल को अग्रेश्वर महादेव नागनाथेश्वर विराजमान तेजो महालय घोषित करने की याचिका आगरा में सिविल जज सीनियर डिवीजन […]
Month: August 2015
भाषा से खुलेंगे रोजगार के द्वार
डा. भरत झुनझुनवाला कौशल विकास के माध्यम से रोजगार उत्पन्न करने के लिए सरकार को चाहिए कि जर्मन, फ्रेंच, चाइनीज तथा जापानी जैसी भाषाओं का भारत में विस्तार करें। स्नातक छात्रों के लिए एक विदेशी भाषा को सीखना अनिवार्य बना देना चाहिए। कई अमरीकी विश्वविद्यालयों में ऐसी व्यवस्था लागू है। देश के हर जिले में […]
बाबा रामदेव का दोगलापन
देवेन्द्रसिंह आर्य बाबा रामदेव इस समय शांत हैं। लगता है उन्होंने जिस क्रांति की इच्छा की थी वह हो गयी है। वह अलग बात है कि देश का काला धन आज भी विदेशों में ही है, देश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है, भूख, अशिक्षा, बेरोजगारी आदि पूर्ववत मुंहबाए खड़ी हैं। इस पर बाबा की […]
नगा समझौते की अड़चनें
भारत सरकार ने ऐसे समय एनएससीएन के एक गुट से समझौता किया है, जब दूसरा गुट सुरक्षा बलों के लिए कठिन चुनौती बना हुआ है। खापलांग के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते को ताक पर रख मुइवा को नगाओं का एकमात्र प्रतिनिधि मान कर समझौता करना पूर्वोत्तर की जनता के गले नहीं उतर रहा है। […]
आइए ज्ञान बढ़ाएं
भारत का राष्ट्रीय ध्वज – तिरंगा भारत का राष्ट्रीय गान – जन-गन-मन भारत का राष्ट्रीय गीत – वन्दे मातरम भारत का राष्ट्रीय चिन्ह – अशोक स्तम्भ भारत का राष्ट्रीय पंचांग – शक संवत भारत का राष्ट्रीय वाक्य – सत्यमेव जयते भारत की राष्ट्रीयता – भारतीयता भारत की राष्ट्र भाषा – हिंदी भारत की राष्ट्रीय लिपि […]
अरे ओ आधुनिक विज्ञान, सुना है तुम हो बहुत महान।मेरी भी कुछ शंकाओं का, है क्या तेरे पास निदान?।।अरे ओ आधुनिक विज्ञान। ईश्वर की शक्ति सविता ने, किया था सृष्टि का संचार।आदि काल से ही करता आया, नित नूतन आविष्कार।। पढ़े सुने और देखे तेरे, कितने ही चमत्कार।सोचा तेरे द्वारा होगा, हर प्राणी का उपकार।। […]
भारत की असफल विदेश नीति और चीन
चीन का नाम आते ही एक ऐसे राष्ट्र की छवि उभरती है जो दीखने में तो अत्यंत सरल है किन्तु वास्तव में बहुत भयावह सोच वाला है। भारत की सरकारें स्वतंत्रता के पश्चात से पाकिस्तान की अपेक्षा चीन को अपने निकट अधिक मानती आयी हैं। भारतीय विदेश नीति का यह असफ ल पहलू है कि […]
आज से लगभग 140 वर्ष पूर्व हमारा समाज अज्ञान व अन्धकार से आवृत्त तथा रूढि़वादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था। सामाजिक विषमता अपने जटिलतम रूप में व्याप्त थी। ऐसे समय में महर्षि दयानन्द ने वेद एवं वैदिक साहित्य से समाज सुधार के क्रान्तिकारी विचारों व मान्यताओं को प्रस्तुत किया था। यह भी तथ्य है कि […]
अशोक प्रवृद्ध भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्?वपूर्ण कथा गंगावतरण, जिसके द्वारा भारतवर्ष की धरती पवित्र हुई, में इक्ष्वाकु वंशीय दिलीप के पुत्र भगीरथ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने गंगा की धारा को देवलोक से भूलोक में गिरते समय अपनी जटा में सम्भालने के लिए हामी भर दी । तब ब्रह्मा के […]
दिल्ली में सरकारों का छाया-युद्ध
विकास नारायण विज्ञापनों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही नहीं, पुलिस कमिश्नर बस्सी भी दिल्ली की जनता के प्रति सजग रहना चाहते हैं। यहां तक कि उपराज्यपाल नजीब जंग अपने कार्यकलापों में बेशक रीढ़-विहीन नजर आएं, संशय-विहीन नहीं कहे जा सकते। अन्यथा आरोप-प्रत्यारोप की वर्तमान कवायद में अबूझ क्या है? कौन नहीं जानता कि दिल्ली की […]