राज है आतंक का, और शांति है लोप क्यों? तेरे ही विकास पर है, तेरा क्रूर कोप क्यों? रूह कांपती मानवता की, उसको है संताप क्यों?सुना था वरदान तू है, बन गया अभिशाप क्यों? अणु और परमाणु बम के, बढ़ रहे हैं ढेर क्यों?घातक अस्त्रों का विक्रय कर, मानव बना कुबेर क्यों? क्या ये व्यवस्था […]
Month: August 2015
सभी मनुष्यों का धर्म एक है या अनेक? वर्तमान में सभी समय में प्रचलित अनेक मत व धर्मों में लोग किसी एक को मानते हैं। प्रश्न का उत्तर देने के लिए हमें धर्म व मत को जानना होगा। यथार्थ धर्म को जान लेने के बाद स्वयं उत्तर मिल जायेगा। धर्म मनुष्य जीवन में श्रेष्ठ गुणों […]
हरिजनों का अपना दायित्व
भारत में ऐसी बहुत सी जातियाँ हैं जो अनुसूचित जाति अथवा अनुसूचित जनजाति में परिगणित की जाती हैं। भारतीय समाज के विषय में यह एक रोचक तथ्य है कि यहाँ जो जातियाँ निम्न मानी जाती हैं, उनसे भी निम्न जातियों को ये अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति की जातियाँ हेयभाव से देखती हैं। जैसे जाटव […]
यूएई में गाड़े मोदी ने झंडे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व के जिस देश में भी गये हैं, वहीं अपनी यात्रा की सफलता के झंडे गाड़े हैं। अभी हाल में मोदी संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर गये हैं-जहां पर उनके सम्मान में गाये गये गीत-‘‘दिल दिया है जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिये’’ ने हर भारतवासी का मन मोह लिया। […]
गायत्री मन्त्र व उसका प्रामाणिक ऋषिकृत अर्थ
गायत्री मन्त्र आध्यात्मिक एवं सामाजिक जीवन में एक श्रेष्ठ वेदमन्त्र के रूप में विश्व में जाना जाता है। इसमें दी गई शिक्षा के मनुष्यमात्र के लिए कल्याणकारी होने के प्रति कोई भी मतावलम्बी अपने आप को पृथक नहीं कर सकता जैसा कि अनेक मामलों में देखने में आता है। आज हम पाठकों के लिए इसी […]
वर्षा शर्मा इस बीमारी में हड्डियां भुरभरी हो जाती हैं। साथ ही हड्डियों के ऊतकों का घनत्व कम हो जाता है, इस कारण किसी भी झटके से उनके टूटने की आशंका बढ़ जाती है। उम्र का बढऩा और कैल्शियम की कमी ऑस्टियोपोरोसिस को आमंत्रित करने वाले मुख्य कारण हैं। कैल्शियम हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान […]
कहां-कहां है दीमक भारत में?
ओमप्रकाश त्रेहन दीमक प्राय: दिखाई नही देती। केवल चुपचाप पेड़ को खोखला करती है। पता तब चलता है जब पेड़ अचानक गिरता है। यही काम हमारे देश में साम्यवादी अर्थात कम्युनिस्ट करते हैं। इनकी हिंदुओं के प्रति घृणा विश्वविख्यात है। फिर भी देश के लोग अनजाने में भोलेभाव से इन्हें स्वीकार कर लेते हें। जिन्होंने […]
जीवात्मा और इसका पुर्नजन्म
हम इस विस्तृत संसार के एक सदस्य है। चेतन प्राणी है। हमारा एक शरीर है जिसमें पांच ज्ञानेन्द्रियां, पांच कर्मेन्द्रियां, मन, बुद्धि, चित्त एवं अहंकार आदि अवयव हैं। शरीर से हम सुख व दुख का भोग करते हैं। हम चाहते हैं कि हमें कभी कोई दुख न हो परन्तु यदा-कदा जाने-अनजाने सुख व दु:ख आते […]
नीरज वाटर थिरेपी यह लेख आपके जीवन के लिए बेहद उपयोगी है अगर इसे आपने समझ लिया तो आप अपने बिमारियों के कारणों को आसानी से जान पाएंगे । सन 2007 में डाक्टर हिरेन पटेल को 24 घंटे हमेशा थोडा-थोडा बुखार रहता था, जो कि थर्मामीटर में नहीं आता था लेकिन इससे उनका वजन कम […]
ललित गर्ग पन्द्रह अगस्त हमारे राष्ट्र का गौरवशाली दिन है, इसी दिन स्वतंत्रता के बुनियादी पत्थर पर नव-निर्माण का सुनहला भविष्य लिखा गया था। इस लिखावट का हार्द था कि हमारा भारत एक ऐसा राष्ट्र होगा जहां न शोषक होगा, न कोई शोषित, न मालिक होगा, न कोई मजदूर, न अमीर होगा, न कोई गरीब। […]