1.) पहली आज्ञा अक्षैर्मा दिव्य ( ऋग्वेद 10/34/13 ) अर्थात जुआ मत खेलो । इस आज्ञा का उल्लंघन हुआ। इस आज्ञा का उल्लंघन धर्म राज कहे जाने वाले युधिष्ठर ने किया । परिणाम-एक स्त्री द्रौपदी का भरी सभा में अपमान । महाभारत जैसा भयंकर विश्व युद्ध जिसमे करोड़ो सेना मारी गयी । लाखो योद्धा मारे […]
महीना: जुलाई 2015
डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री मध्य एशिया में अपने प्रयोग की असफलता को भांप कर ही पाकिस्तान ने चीन के साथ अपने रिश्ते बढ़ाने शुरू किए। इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने भारतीय गिलगित का एक हिस्सा भी चीन के हवाले कर दिया, ताकि चीन पुराने रेशम मार्ग को जिंदा कर सके और बदली परिस्थितियों में भारत […]
पीयूष द्विवेदी यूँ तो देश के सभी राजनीतिक दल पारदर्शिता की बातें करने में एक से बढक़र एक हैं, लेकिन जब उनके खुद पारदर्शी होने की बात आती है तो वे तरह-तरह के कुतर्क गढक़र इससे बचने की कवायद करने लगते हैं। गौर करें तो आज से लगभग दो वर्ष पहले केन्द्रीय सूचना आयोग द्वारा […]
बताओ भित्तिचित्रों की नक्काशी, करने वाला था कौन?कोणार्क, बृहदेश्वर, खजुराहो, प्राचीन की कथा सुनाओ। आराध्य देव की पूजा का, पुरखों का ढंग बतलाओ।तक्षशिला नालंदा के खण्डहर, कुछ तो कहो कहानी। विज्ञान कला में थे निष्णात, वे कहां गये पंडित ज्ञानी?मोहजोदड़ो हड़प्पा खोलो, हृदय के उद्गार। सूखा है स्नानकुण्ड क्यों, खाली धान्यागार?तुम्हें निरख कर समझ में […]
संसार का प्रत्येक मनुष्य चाहता है कि वह स्वस्थ हो, बलवान हो, सुखी हो व सभी प्रकार की सुख-सुविधाओं व आनन्द की सामग्री से सम्पन्न हो। इसके साथ ही वह दीघार्यु भी होना चाहता है। दीघार्यु हमारे पूर्व जन्म व इस जन्म में किये गए शुभ व पुण्य कर्मो का परिणाम होती है। मनुष्य को […]
ध्यान का अभ्यास करने वाले ध्यान के बाद अलग अलग तरह के अनुभव साझा करते हैं। ऐसा कौन सा अनुभव है जो आध्यात्मिक प्रगति को दर्शाता है? क्या ध्यान में होने वाले अनुभव हमारी आध्यात्मिक प्रगति को रोक भी सकते हैं? प्रश्न: सद्गुरु, पिछले कुछ सालों में कई गहरे आध्यात्मिक अनुभव हुए हैं। जैसे ही […]
सुरेश हिन्दुस्थानी भारत की संसद में जिस प्रकार से सरकार पर हमला बोला जा रहा है, उससे देश को बहुत बड़ी क्षति हो रही है। आज देश में भले ही राजनीतिक सत्ता परिवर्तित हो चुकी है, लेकिन संसद में जिस प्रकार की राजनीति कांग्रेस के शासनकाल में शुरू हुई थी, उसी का परिपालन करते हुए […]
जावेद अनीस इस अप्रेल में शिक्षा अधिकार कानून लागू हुए पांच साल पूरे हो चुके हैं, एक अप्रैल 2010 को शिक्षा का अधिकार कानून 2009 पूरे देश में लागू किया गया था इसी के साथ ही भारत उन देशों की जमात में शामिल हो गया था जो अपने देश के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध […]
लगी आंख फिर रात हुई, यह चलता क्रम दिन रात रहा।कहीं अमीरी की सज धज, कहीं निर्धनता आघात सहा। हो गये किशोर, यौवन की भोर, यह कैसी आयी मदमाती?जीवन की राह अनेकों थीं, जो प्रेय श्रेय को ले जाती। श्रेय मार्ग से भटक कदम, उठ गये प्रेय की राहों पर।रे छीन निर्दोषों की खुशियां, ये […]
बच्चों का सहारा बनना अच्छी बात है लेकिन उन्हें अपने भरोसे मुश्किलों का सामना करना सिखाया जाना चाहिए। तभी वे कठिनाइयों से निकलने में कामयाब रहेंगे।बच्चों को मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना सिखाने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है कि जब भी आप इस तरह की स्थितियों का सामना कर रहे हों तो बच्चों […]