पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भारत के वास्तविक भारतरत्न हैं, उनका जीवन प्रेरणास्पद है, एक-एक शब्द अमृत समान है जो सबको जीवन देता है। वह जितनी देर जिस पद पर भी रहे उतनी देर उस पद की शोभा बनकर रहे, अब भी वह देश सेवा में जुटे हुए हैं, देश सेवा उनके लिए किसी पद […]
Month: July 2015
जयराम और जय जय राम
एक समय था जब राजनीतिक लोगों की झलक पाने के लिए लोग आतुर रहा करते थे। बड़ी मुश्किल से लोगों की अपने नेताओं और जनप्रतिनिधियों से नजदीकियां विकसित हो पाती थीं। नेता के लिए सब अपने होते थे और कोई अपना नही होता था। इसलिए नेता सबके प्रति समानता का भाव बरतते थे, वह अपने […]
अशोक प्रवृद्ध शहरी भारत का कायाकल्प करने तथा हर परिवार को अपना घर और बेहतर जीवनशैली मुहैय्या कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 जून बृहस्पतिवार को 4 लाख करोड़ रुपये की लागत से 2022 तक सबको आवास योजना, बहुचर्चित 100 शहरों की स्मार्ट सिटी परियोजना, 500 शहरों में शहरी सुधार और पुनरुद्धार […]
ऐसी फिजूलखर्ची क्यों?
एक आरटीआई के तहत जानकारी मिली है कि कुछ समय पूर्व वित्त मंत्रालय द्वारा फिर से शुरू किए गए एक रुपये के नोट की कीमत 1.14 रुपये बैठ रही है। सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी में यह तथ्य सामने आया है। आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल ने भारत प्रतिभूति मुद्रणालय तथा मुद्रा निर्माण निगम […]
तेरे हृदय की ज्वाला, रही धधक गोली और गोलों में।अपनी मृत्यु आप बंद की, परमाणु के शोलों में। बढ़ रही बारूदी लपटें, निकट अब विनाश है।मौत का समान ये, कहता जिसे विकास है। यदि यही है विकास तो, पतन बताओ क्या होगा?यदि यही है सृजन तो, विध्वंस बताओ क्या होगा? सैनिक व्यय बढ़ रहा विश्व […]
अभिषेक कुमार देश डिजिटलीकरण की नई इबारत लिखने जा रहा है। सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘डिजिटल इंडिया’ की धमाकेदार शुरुआत के लिए पहली जुलाई से डिजिटल भारत सप्ताह मनाने की घोषणा सरकार की तरफ से की जा चुकी है। इस दौरान बिल गेट्स, सत्य नडेला और एनआर नारायणमूर्ति जैसी हस्तियां इंटरनेट विस्तार के नए मानदंड […]
वर्षा शर्मा मानव जीवन में पहला सुख निरोगी काया का माना जाता है। यह ठीक भी है अच्छे स्वास्थ्य के लिए हम क्या कुछ करने को तैयार नहीं हो जाते। योग भी शरीर को स्वस्थ रखने में हमारी सहायता करता है। चित्र वृत्तियों के शमन को योग कहा जाता है। योग के आठ अंग हैं, […]
घरों में फ्रिज क्या आया, मटके गायब हो गए। मगर मिट्टी का मटका आज भी गरीबों का फ्रिज बना हुआ है। मटके के पानी को आयुर्वेद में भी महत्ता दी गई है। मटके का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है। मटके में कई छोटे-छोटे छेद होते हैं- जो पानी को ठंडा करने में मदद […]
विश्व-संगठन एवं विश्व धर्म
मानव के मानव पर अत्याचार करने की प्रवृत्ति ने विश्व के देशों को देशों पर अत्याचार करने के लिए प्रेरित किया,सम्प्रदाय को सम्प्रदायों पर अत्याचार करने के लिए प्रेरित किया। विश्व में उपनिवेशवादी व्यवस्था का जन्म मनुष्य की इसी भावना से हुआ। अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहने और दूसरों के अधिकारों के प्रति असावधान […]
हमारा देश लालची लोगों का देश है
आकार पटेल यह और बात है कि हम खुद को सबसे अधिक देशभक्त होने का दावा करते हैं तथा ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ जैसे गीत या राष्ट्रगान सुन कर हमारी आंखों में आंसू आ जाते हैं, लेकिन हमारी देशभक्ति के दिखावे की यही हद है। कुछ ही महीने पहले, मैंने बंगलुरू में अपने घर के […]