शिक्षा और अपनी संस्कृति से कटा हुआ वर्तमान भारत का युवा वर्ग लार्ड मैकॉले की शिक्षा पद्घति की उपज है। लार्ड मैकॉले ने वर्तमान शिक्षा प्रणाली की नींव जब रखी थी तो उसने यही कहा था कि मैं एक ऐसा बीज भारत में रोपित कर रहा हूँ जिसकी जड़ तो भारतीय होगी किन्तु उस पर […]
Month: July 2015
बदलाव की राह पर बांग्लादेश
आरफ़ा ख़ानम शेरवानी हाल में हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे को कई मायनों में ऐतिहासिक बताया गया। जिस तरह भारत और बांग्लादेश ने मिल कर राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई वह अनूठी शासनकला का नमूना है। हालांकि इस सीमा समझौते की रूपरेखा यूपीए सरकार के समय तैयार की गई थी, पर 2011 में ममता बनर्जी […]
पीयूष पांडे भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के विकीपीडिया प्रोफाइल को 27 जून को किसी ने बदल दिया और उन्हें मुस्लिम बता दिया। उनके पिता मोतीलाल नेहरू और उनके दादा के प्रोफाइल पेज पर भी इसी तरह छेडख़ानी की गई। इतना ही नहीं, नेहरू के बारे में कुछ अन्य आपत्तिजनक बातें भी प्रोफाइल […]
कैसे कहूं -‘मेरा भारत महान’
देश की वास्तविकता को बयान करती तस्वीर हमारे सामने आई है। मोदी सरकार ने सामाजिक आर्थिक जनगणना के आंकड़े पेश किये हैं, इससे स्पष्ट हुआ है कि भारत की जनसंख्या का 75 प्रतिशत भाग अभी तक ऐसा है जो पांच हजार रूपये तक की मासिक आय से ही गुजारा कर रहा है। ऐसे लोगों की […]
मृत्युंजय दीक्षित पंजाब के महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी लाला लाजपत राय एक सच्चे देशभक्त, उच्चकोटि के वक्ता तथा लेखक भी थे। उन्होनें अपना संपूर्ण जीवन भारत मां को आजाद कराने में न्यौछावर कर दिया था। लालाजी का जन्म 28 जनवरी 1865 को दुधिके ग्राम में जगरांव के पास लुधियाना जिले में हुआ था। उन्होनें लाहौर […]
प्रश्न 1 गाय क्या है? उत्तर : गाय ब्रह्मांड के संचालक सूर्य नारायण की सीधी प्रतिनिधि है इसका अवतरण पृथ्वी पर इसलिए हुआ है ताकि पृथ्वी की प्रकृति का संतुलन बना रहे पृथ्वी पर जितनी भी योनियाँ हैं सबका पालन. पोषण होता रहे। इसे विस्तार में समझने के लिए ऋ गवेद के 28वें अध्याय को […]
कांग्रेस के गले की फांस बना ललित प्रकरण
सुरेश हिन्दुस्थानी कहावत है कि किसी मामले में जब गढ़े मुर्दे उखाडऩे का खेल शुरू हो जाता है, तब कुछ ऐसी बातें भी उजागर हो जाती हैं, जिनकी किसी को उम्मीद तक नहीं होती है। ललित मोदी प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी को घेरने वाली कांग्रेस आज भी इस बात को लेकर सशंकित है, कि […]
चिकित्सा शिक्षा में शामिल होगा योग
प्रमोद भार्गव भारत की गुलामी और उससे मुक्ति के बाद शायद यह पहला अवसर है,जब पश्चिमी जगत के ज्ञान की खिडक़ी पूरब के ज्ञान से खुलने जा रही है। वह भी ज्ञान के ऐसे क्षेत्र में जिसे केवल और केवल अंग्रेजी में ही संभव माना जाता रहा है। जी हां,चिकित्सा क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय मानक संस्था […]
वैदिक युग में विमानों का विज्ञान
प्रमोद भार्गव हमारे देश में एक बड़ी विडंबना है कि जब भी कोई विद्वान प्राचीन भारत अथवा वैदिक युग में विज्ञान की बात करता है तो उस विचार पर नए सिरे सोच की बजाय उसे खारिज करने प्रतिक्रिया ज्यादा सुनाई देने लगती है। भारतीय विज्ञान कांग्रेस के मुबंई में आयोजित 102 वे सम्मेलन में एक […]
किंतु नकली थी दवाई, व्यर्थ रहे प्रयास सब।विस्मय में हैं डाक्टर, रोगी ने तोड़ा सांस जब। हाय मेरा लाल कहकर, मां बिलखती जोर से।अंत:करण भी कराह उठा, उस दुखिया के शोर से। किंतु नही पसीजा हृदय, तू बहरा और अंधा है।उन्नत मानव का दम भरता, करता काला धंधा है। जीवन का तूने लक्ष्य बनाया, कार […]