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विविधा

विनाश की ओर बढ़ती मानवता

अनिल कुमार पाण्डेय विश्व जनसंख्या दिवस कोई साधारण दिवस नहीं, बल्कि सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। विश्व में सुपर सोनिक गति से बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से ही यह दिवस मनाया जाता है। ये बात अलग है कि इस तरह के उद्देश्यपूर्ण दिवसों की जानकारी […]

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भारतीय संस्कृति

तब का और अब का भारत—एक अवलोकन

गंगानन्द झा तीस साल पहले जिस भारत  को मैं गया था, वह आज के भारत से बिलकुल अलग मुल्क था। विदेशी के जेहन में उस वक्त यह अभी भी एक धुँधले, लेकिन व्यापक खतरे के खिलाफ आगाह करता था। सैलानी जरते थे कि उन्हें कोई छूत न लग जाए. भारत गन्दगी और मुसीबत की जगह […]

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राजनीति

बिगड़ती कानून वयवस्था के लिए कौन जिम्मेदार ?

मृत्युंजय दीक्षित एक ओर जहां समाजवादी पार्टी सहित सभी पार्टियों ने मिशन- 2017 को लेकर अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं वहीं दूसरी अरे प्रदेश में कई सवाल एक बार फिर नये सिरे से उठ रहे हैं कि आखिर क्या कारण है कि उप्र में कानून व्यवस्थासुधरने का नाम नहीं ले रही हैं और खासकर […]

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संपादकीय

ग्रामीण भारत : बड़ी चुनौती

1932 के बाद देश में पहली बार सामाजिक, आर्थिक और जातिगत आधार पर जनगणना संपन्न हुई है। जिससे प्राप्त आंकड़ों ने हमारे ग्रामीण विकास की सारी कलई खोलकर रख दी है। जो तस्वीर उभर कर सामने आयी है, उससे पता चलता है कि देश में गरीबी और फटेहाली आजादी से पूर्व की स्थिति से भी […]

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अन्य कविता

योग की महिमा

योग ऋत है , सत् है, अमृत है।योग बिना जीवन मृत है।। 1. योग जोड़ है, वेदों का निचोड़ है।योग में ही व्याप्त सूर्य नमस्कार बेजोड़ है।। 2. योग से मिटती हैं आधियाँ व्याधियाँ।योग से मिटती हैं त्वचा की कोढ़ आदि विकृतियां।।3. योग जीवन को जीने की जडी बूटी है।योग ज्ञानामृत पीने की खुली हुई […]

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बिखरे मोती

ऐसा जीवन जी चलो, खुश होवें भगवन्त

बुद्घि से ही उपजताजीवन में सदा ज्ञान।गर बुद्घि में अहं हो,तो ज्ञान बनै अज्ञान ।। 948।। व्याख्या :-संसार में आज जितना भी बहुमुखी और बहुआयामी विकास दृष्टि गोचर हो रहा है, इसके मूल में मनुष्य की बुद्घि है। यह बुद्घि मनुष्य को परमपिता परमात्मा का अनुपम उपहार है। ज्ञान सर्वदा बुद्घि में ही उपजता है […]

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अन्य स्वास्थ्य

चाय के हमारे स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव?

  सिर्फ दो सौ वर्ष पहले तक भारतीय घर में चाय नहीं होती थी। आज कोई भी घर आये अतिथि को पहले चाय पूछता है। ये बदलाव अंग्रेजों की देन है। कई लोग ऑफिस में दिन भर चाय लेते रहते है., यहाँ तक की उपवास में भी चाय लेते है। किसी भी डॉक्टर के पास […]

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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

विजयनगर के महान हिन्दू राजाओं की ऋणी है मां भारती

दो हिंदू वीर बंधु जब भारत की स्वतंत्रता को दिन प्रतिदिन विदेशी विषधर डंस रहे थे और मां भारती की दिन प्रतिदिन की बढ़ती पीड़ा को देखकर बार-बार मां भारती के सच्चे सपूत अपना बलिदान दे रहे थे, और धर्म तथा स्वतंत्रता की रक्षार्थ संघर्ष कर रहे थे-तब ऐसे दो हिंदू वीर बंधु भी थे […]

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भारतीय संस्कृति

अंग्रेजी शिक्षा के भारतीय संस्कृति पर पड़ते प्रभाव

बनवारी पिछली एक शताब्दी में अंगरेजी शिक्षा ने हमें जितना नियंत्रित किया है, उतना बीसवीं सदी के पूर्वार्ध तक चला ब्रिटिश राज भी नहीं कर पाया था। अंगरेजी शिक्षा ने हमें अपनी सभ्यता के मूल मार्ग से भटका दिया है और उसने हमसे अपने पिछले इतिहास को समझने की दृष्टि छीन ली है। हमारे इतिहास […]

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राजनीति

मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के समक्ष उठाये कई अहम मुद्दे

प्र्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिश कर्ता जकी-उर-रहमान लखवी को जेल से रिहा करने के मामले एवं पाकिस्तान के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में कार्रवाई के प्रस्ताव को चीन द्वारा रोक जाने पर भारत की गंभीर चिंता को आज चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सामने मजबूती से उठाया। […]

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