एस. निहाल सिंह नरेंद्र मोदी इस्राइल की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, लेकिन उनकी यह यात्रा बारूदी सुरंग पर चलने जैसी होगी। इस्राइल में गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सरकार में धुर दक्षिणपंथी धड़े के नेता हैं, जिन्होंने राष्ट्र के इतिहास में एक बार सत्ता फिर संभाली है। दूसरी तरफ,भाजपा ने […]
महीना: जून 2015
एस. निहाल सिंह नरेंद्र मोदी इस्राइल की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, लेकिन उनकी यह यात्रा बारूदी सुरंग पर चलने जैसी होगी। इस्राइल में गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सरकार में धुर दक्षिणपंथी धड़े के नेता हैं, जिन्होंने राष्ट्र के इतिहास में एक बार सत्ता फिर संभाली है। दूसरी तरफ,भाजपा ने […]
प्रदेश के युवा सी.एम. अखिलेश यादव को जब प्रदेश की जनता ने पांच साल के लिए प्रदेश की बागडोर सौंपी थी तो उस समय उनसे बहुत सी अपेक्षाएं की गयीं थीं। पर उनमें से वह अधिकांश अपेक्षाओं पर खरे नही उतर पाये, और अब 2017 के विधानसभा चुनाव प्रदेश में आहट देने लगे हैं, तो […]
प्रदेश के युवा सी.एम. अखिलेश यादव को जब प्रदेश की जनता ने पांच साल के लिए प्रदेश की बागडोर सौंपी थी तो उस समय उनसे बहुत सी अपेक्षाएं की गयीं थीं। पर उनमें से वह अधिकांश अपेक्षाओं पर खरे नही उतर पाये, और अब 2017 के विधानसभा चुनाव प्रदेश में आहट देने लगे हैं, तो […]
अशोक प्रवृद्ध भारतीय मौसम परम्परानुसार वसन्त के आनन्द, उल्लास और ग्रीष्म की मस्ती भरी धूप के पश्चात जून के अन्तिम सप्ताह अथवा जुलाई के प्रथम सप्ताह तक भारतवर्ष के कृषि प्रधान क्षेत्र में हाल के वर्षों तक वर्षा होने लगती थी और खरीफ की बुआई प्रारम्भ हो जाती थी। इसके बाद नवम्बर एवं दिसम्बर की […]
कलोल भारतीय सैनिक ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ पर अटूट विश्वास करते हैं। वे कहते हैं और जानते भी हैं कि उन्हें कर्म का अधिकार है, फल का नहीं। वे हमेशा चट्टान की तरह दृढ़ रहते हैं। मगर फिर भी अगर सैनिक को वह न दिया जाए, जिसका कि वह हकदार है, तो मायूसी पैदा होती […]
बनवारी इस जून के मध्य में भारत के अंगरेजी अखबारों में ऐसे अनेक लेख छपे, जिनमें मैग्नाकार्टा का गुणगान किया गया था। मैग्नाकार्टा उस राजकीय घोषणापत्र को कहते हैं, जिसे 15 जून, 1215 को इंग्लैंड के राजा जॉन ने जारी किया था। अंगरेजी जानने-समझने वाले कई अन्य देशों में भी इन दिनों मैग्नाकार्टा को लेकर […]
पाकिस्तान इस्लाम की ‘दारूल इस्लाम और दारूल हरब’ की मूल सोच का परिणाम था जिसे जिन्नाह ने हवा दी और करोड़ों मुस्लिमों ने उसकी आवाज पर पाकिस्तान जाने का निर्णय ले लिया। यदि जिन्नाह पाकिस्तान का निर्माता और भारत का विभाजक नही था और मुसलमानों ने भारत में सदा इस देश की संस्कृति में, इतिहास […]
हिमाचल में इससे भी ज्यादा क्रूर व्यवहार भारतीय मजदूर संघ के प्यारे लाल बेरी के साथ किया गया था। शांता कुमार, दौलतराम चौहान, कंवर दुर्गा चंद, किशोरी लाल सब सलाखों के पीछे पहुंच गए थे। उधर फिरोजपुर से जब पुलिस हमें पेशी के लिए जालंधर लेकर आती थी तो एक बुजुर्ग सिपाही हमें समझाता रहता […]
कांग्रेस के पास एक ऐसे नेता हैं जो एक साथ दो परस्पर विरोधी गुणों से विभूषित हैं, अर्थात वे गुलाम भी हैं और आजाद भी हैं। जो व्यक्ति गुलाम है अर्थात दूसरे के शब्दों को बोलता है, जिसके पास अपना बोलने को कुछ नही है, वह आजाद कैसे हो सकता है? पर कांग्रेस के गुलाम […]