सुरेश चिपलुनकर की कलम से Does GOD Exists? What is GOD? How he looks? What he is Doing? शीर्षक पढकर आप चौंक गये होंगे… क्या मैं नास्तिक हूँ… बिलकुल नहीं… फ़िर मैं क्यों ऐसी बात कह रहा हूँ ? लेकिन जरा आगे तो पढिये जनाब, कई सवाल हैं जो मेरे दिलो-दिमाग को मथते हैं और […]
Month: May 2015
संसदीय धक्काशाही से कानून नहीं!
सरकार को दो महत्वपूर्ण विधेयक संसद की प्रवर समितियों के पास भेजने पड़े। एक तो भूमि–अधिग्रहण विधेयक और दूसरा माल और सेवा कर विधेयक! इन विधेयकों को प्रधानमन्त्री और उनके संबंधित मंत्रियों ने युगांतकारी कहा था। इन दोनों विधेयकों को यह सरकार धड़ल्ले से पास करना चाहती थी। देश के त्वरित औद्योगिकीकरण और कर-प्रणाली में […]
जीवन की वास्तविकता
निर्मल रानी- पिछले दिनों नेपाल की राजधानी काठमांडू को केंद्र बनाकर अए प्रलयकारी भूकंप ने एक बार फिर भारी कहर बरपा किया है। इस भीषण प्राकृतिक त्रासदी में मृतकों की संख्या का आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। नेपाली प्रधानमंत्री ने हालांकि मृतकों की अधिकतम संख्या दस हज़ार तक आंकी है। परंतु जिस प्रकार […]
राहुल गांधी कांग्रेस के लिए कितने लाभप्रद
तनवीर जाफ़री लगभग सात दशकों तक नेहरू-गांधी परिवार के राजनैतिक कौशल व आकर्षण के बल पर चलने वाली तथा अपने इसी पारिवारिक चमत्कार के दम पर देश में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी को 2014 के लोकसभा चुनाव में जिस ऐतिहासिक पराजय का सामना करना पड़ा पार्टी ने ऐसी पराजय का […]
जयललिता: नेताओं की नेता
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता, अब पूर्व नहीं, अपूर्व मुख्यमंत्री बन गई हैं। दो बार जेल काटने के बाद, अब वे शीघ्र ही अपना मुख्यमंत्री पद संभालेंगी। जयललिता को कर्नाटक उच्च न्यायालय में जो विजय मिली है, उसने उन्हें नेताओं की नेता बना दिया है। देश के सभी नेताओं को जयललिता की वजह से कितनी […]
मोदी सरकार का नया अवतार
ऐसा लग रहा है कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र की समझदारी में अब धीरे-धीरे विकास होता जा रहा है। उनकी अहमन्यता और अक्खड़पन की छवि बदल रही है। उन्होंने कोलकाता में जो ताज़ा बयान दिया,वह इसका प्रमाण है। 16000 हज़ार करोड़ रूपए के इस्को इस्पात कारखाने का उद्घाटन करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ़ के […]
प्राकृतिक आपदाओं के बाद के विपरीत प्रभाव
मृत्युंजय दीक्षित विगत 25 अप्रैल को नेपाल में आई विनाषलीला का कहर व उससे उत्पन्न हुआ दहषत का वातावरण राहत कार्यो के कारण कुछ कम होता दिखलाई पड़ने लगा है।नेपाल में भूकम्प के तेज झटकों के बाद जो विनाषलीला हुई वह बेहद असहनीय व मानवता के लिए दुखद थी। इस प्राकृतिक विनाषलीला के बाद भारत […]
जयपुर। अंग्रेजी साप्ताहिक पत्रिका आर्गेनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि नकारात्मक पत्रकारिता समाज के लिए घातक है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है, इसके खिलाफ सोशल मीडिया में इसकी प्रतिक्रिया दिखाई देती है। उन्होंने पत्रकारों का आह्वान करते हुए कहा कि नारद जी के आदर्शों को अपनाते हुए सत्यांवेशी, राष्ट्रवादी और सबके […]
हिट एण्ड रन मामले में सलमान खान को 5 साल की सजा (हालांकि मुम्बई हाईकोर्ट ने 5 साल की सजा पर रोक लगा दिया है जिससे फिलहाल सलमान खान जेल जाने से बच गए हैं) पीड़ितों की प्रतिक्रियाएँ :- तकरीबन 13 साल पुराने मुम्बई के बहुचर्चित हिट एण्ड रन (ठोकर मारकर भाग जाना) मामले में […]
पुण्य प्रसून बाजपेयी आपको नौकरी मिली। नहीं मिली। किसानों को खून पसीने की कमाई मिली। नहीं मिली। जवानों के कटते गर्दन का जवाब सरकार ने कभी दिया। नहीं दिया। महंगाई से निजात मिली। नहीं मिली। बिना घूस के काम होता है। नहीं होता है। घोटालो की सरकार को बदलना है। बदलना है। स्विस बैंक से […]