राम जन्मभूमि का प्रकरण माननीय सर्वोच्च न्यायालय लंबित है। इसलिए हम माननीय न्यायालय की कार्यशैली पर कोई टिप्पणी न करते हुए या इस प्रकरण के समाधान में न्यायिक प्रक्रिया पर कोई प्रश्न न उठाते हुए इस लेख में केवल इतना स्पष्ट करना चाहेंगे, देश के राजनीतिज्ञों की इच्छाशक्ति और समस्याओं के समाधान के प्रति उनकी […]
Month: May 2015
पुण्य प्रसून बाजपेयी 26 मई 2014 को राष्ट्रपति भवन के खुले परिसर में नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में 45 सांसदों ने मंत्री पर की शपथ ली लेकिन देश-दुनिया की नजरें सिर्फ मोदी पर ही टिकीं। और साल भर बाद भी देश-दुनिया की नजरें सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही टिकी हैं। साल भर पहले शपथग्रहण समारोह में […]
शिया समाज का संकट
डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री पिछले दिनों कराची में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने एक बस रोक कर उसमें सवार लोगों की निर्मम हत्या कर दी । उनका दोष केवल इतना था कि वे शिया सम्प्रदाय को मानने वाले लोग थे । बस में बैठे बच्चों तक को नहीं बख़्शा गया । पाकिस्तान में यह अपने क़िस्म […]
-डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी पाठको! मुझे ऐसे लोग (स्त्री-पुरूष) पसन्द हैं जिनके शरीर में माँस हो- यानि स्वस्थ लोग। कृपया यह मत समझिए कि मैं मोटे लोगों को पसन्द करता हूँ। माना कि मैं काफी मोटा हूँ शायद इसलिए माँसल एवं गुदाज शरीर वालों को पसन्द करता हूँ- ऐसा नहीं है। मुझे भी अच्छी ‘बॉडी […]
पाकिस्तान में नरसंहार : सोच बदले
पाकिस्तान से आने वाली खबरें मुझे यह सोचने के लिए मजबूर कर देती हैं कि क्या पाकिस्तान इसीलिए बना था? इस्लाम के नाम पर बने पाकिस्तान में यदि सबसे ज्यादा कोई लोग मारे जाते हैं तो मुसलमान ही मारे जाते हैं। पाकिस्तान में रहने वाले गैर-मुसलमानों की तकलीफदेह जिंदगी के दिल दहला देने वाले किस्से […]
कर्माशय से ही मिलें, आयु योनि भोग
बिखरे मोती-भाग 94 गतांक से आगे….बंूद एक ही इत्र की,फोहे को महकाय।दिव्य गुण की प्रधानता,मनुज से देव बनाय ।। 917 ।। व्याख्या :दिव्य गुण अर्थात ईश्वरीय गुण। ये आत्मिक ऐश्वर्य के मूलतत्व भी कहलाते हैं। इन्हीं के कारण व्यक्ति के तेज और यश में वृद्घि होती है। ये ईश्वरीय गुण अग्रलिखित हैं जैसे-ज्ञान (विवेक अथवा […]
‘मोदीमय’ एक वर्ष और मोदी का लक्ष्य
‘मोदीराज’ का एक वर्ष पूर्ण हो रहा है। देश ने सही एक वर्ष पूर्व ऐतिहासिक निर्णय देकर नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुना था। सचमुच यह वह काल था जब देश चारों ओर से नेतृत्वविहीनता की स्थिति से जूझ रहा था। देश के भीतर की स्थिति हो या देश के बाहर की, आर्थिक मोर्चा हो […]
तनवीर जाफरी दक्षिण एशियाई क्षेत्र के दो प्रमुख देश भारत व पाकिस्तान के मध्य समय-समय पर सामने आने वाले आपसी रिश्तों के उतार-चढ़ाव प्रायरू पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते रहते हैं। 1947 में भारत के विभाजन के बाद अस्तित्व में आने वाले नवराष्ट्र पाकिस्तान ने अपने वजूद में आते ही कश्मीर को […]
डा. सुशील भाटी इतिहास की पुस्तकें कहती हैं कि 1857 की क्रान्ति का प्रारम्भ ’10 मई 1857′ की संध्या को मेरठ में हुआ। हम तार्किक आधार पर कह सकते हैं कि जब 1857 की क्रान्ति का आरम्भ ’10 मई 1857′ को ‘मेरठ’ से माना जाता है, तो क्रान्ति की शुरूआत करने का श्रेय भी उसी […]
🐄 गाय के घी को अमृत कहा जाता है । 🐄 धार्मिक नजरिये से देखने पर भी यदि गाय के 100 ग्राम घी से हवन अनुष्ठान (यज्ञ) किया जावे तो इसके परिणाम स्वरूप वातावरण में लगभग 1 टन ताजे ऑक्सीजन का उत्पादन होता है । 🐄 यही कारण है कि मंदिरों में गाय के घी […]