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महीना: सितम्बर 2014
भारतीय समाचार चैनल और श्रोता
डा0 इन्द्रा देवी (बागपत)मानव जीवन के दो पहलू है। उसी प्रकार उसकी आवश्यकता भी दो प्रकार की दृष्टि पथ में आती है-एक शारीरिक दूसरी मानसिक। जब हम दिन भर श्रम करने के पश्चात थक जाते है। तब मस्तिष्क अपने अनुरूप कुछ खोजता है। तब हमारे लिए सबसे सुविधा जनक होता है टेलीविजन। किसी ने टी0 […]
ओ३म्:पीयूष धारा-2
ओ३म् अकायम अपाप-विद्घम्परि-अगात शुक्रम् अरू शुद्घमकविर्मनीषी नित्य स्वयम्भूओ३म् शाश्वत सूक्ष्म परिभू ।। 30 ।। जिसका है जग में उजियारासत्य सनातन ओ३म् हमाराओ३म् पिता सबकी सुध लेताठीक ठीक सबको फल देता ।। 31 ।। ओ३म् अदृश्य अखण्ड असंगीसृष्टि है जिसकी बहुरंगीकालों का भी काल ओ३म् हैदाता दीन दयाल ओ३म् है ।। 32 ।। समय अमोलक जानकर […]
आलोक मिश्ररायपुर। यहां कबीरधाम (कबर्धा) में आयोजित धर्मसंसद में सर्वसम्मत निर्णय लिया गया कि सांई को भगवान नही माना जा सकता और सांई की उपासना करने से भारतीय धर्म और संस्कृति को असीम संकट है। यहंा देश के कोने-कोने से उपस्थित हुए देश के संतों ने शास्त्रों के प्रमाण दे देकर सिद्घ किया कि एक […]
दागी, बागी और भागी
भारत का सर्वोच्च न्यायालय अपना औचित्य, महत्व, निष्पक्षता और प्रासंगिकता को अनेकों बार स्थापित कर चुका है। अभी हाल ही में उसने फिर एक बार अपने आपको सरकार का ‘मार्गदर्शक’ सिद्घ किया है। यद्यपि लोकतंत्र में विधायिका और न्यायपालिका की अपनी-अपनी सीमाएं हैं, और इन दोनों को कभी भी अपनी सीमाओं का अतिक्रमण नही करना […]
कश्मीर में ‘तीन सौ सत्तर’ बाधाएं
राकेश कुमार आर्य मोदी सरकार बड़ी सावधानी से फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही है। मोदी ने अपनी सरकार की छवि ‘बातें कम-काम अधिक’ वाली बनाने का प्रयास किया है। उनकी सोच ‘चुपचाप काम में लगे रहो और परिणामों पर जनता की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करो’ वाली है। वह सही समय पर नपा-तुला बोलना पसंद […]
हम समुदाय व देश के लिए हैंमुट्ठी भर लोगों के लिए नहीं – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com देश का प्रत्येक नागरिक समाज और देश के लिए है और उसे सुनागरिक के रूप में इनकी सेवा और उन्नति के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहना चाहिए। हमारी भारतीय जीवन पद्धति में व्यक्तिवाद की बजाय राष्ट्रवाद और समाजवाद का भाव गहरे […]
गतांक से आगे…..28 मार्च 1965 को वह चीन गये और प्रधानमंत्री चाऊ एन लाई से मिले। यह सर्वविदित है कि 1962 में चीन के भारत पर किये गये आक्रमण से दोनों देशों के संबंध कटु हो गये थे। इस समय शेख का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया और चीन से वापिसी पर उन्हें गिरफ्तार कर […]
बिखरे मोती भाग-63
राही तू आनंद लोक का, जहां पुण्य से मिलै प्रवेशगतांक से आगे….सुहृद पिछनै विपत में,भय के समय में वीर।सत्पुरूष पिछनै शील से,धन-संकट में धीर ।। 720 ।। अर्थात विपत्ति के आने पर व्यक्ति मित्र है अथवा शत्रु, इसकी पहचान होती है। भय के उत्पन्न होने पर व्यक्ति कायर है, अथवा वीर इस बात का पता […]
बड़े नेताओं की छोटी बातें
शहीदे आजम भगतसिंह को फांसी दिए जाने पर अहिंसा केमहान पुजारी गांधी ने कहा था, ‘‘हमें ब्रिटेन के विनाश के बदलेअपनी आजादी नहीं चाहिए ।’’ और आगेकहा, ‘‘भगतसिंह की पूजा से देश को बहुत हानि हुई औरहो रही है । वहीं इसका परिणामगुंडागर्दी का पतन है । फांसी शीघ्र देदी जाए ताकि 30 मार्च से […]