“सेकुलरिज्म” का झुनझुना बजाने वाले शायद देश मे कुछ ऐसा माहौल बनाने के चक्कर मे नज़र आ रहे हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय का कोई व्यक्ति अगर अपना काम ठीक से ना करे और उसके लिये अगर उसका विरोध भी किया जाये तो वह उसके साथ खड़े नज़र आयेंगे और उसके “निकम्मेपन” को “सेकुलरिज्म” की आड़ […]
Month: July 2014
फसाद की जड़
हमारे देश के नेतागण और बुद्धिजीवी अंदरूनी राजनीति की सनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों तक ले जाते हैं। तभी वे हमेशा फलस्तीन की फिक्र करते हैं और इजरायल को दैत्य जैसा दिखाने की फिराक में रहते हैं। वे बुनियादी बातों पर चुप रहते हैं कि कई मुस्लिम शासक, संगठन इजरायल का अस्तित्व ही मिटा देना चाहते हैं। […]
पत्रकारिता का धर्म
गत सप्ताह सीनियर पत्रकार वेदप्रताप वैदिक एपिसोड पर बवाल मचा रहा। भारत के खिलाफ अप्रत्यक्ष जंग कर रहे ‘देश के दुश्मन’ और पाकिस्तान के लाडले हाफिज सईद का उन्होंने इंटरव्यू किया, इस बात को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। वैदिक पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग हो रही है। इस मांग के राजनीतिक पहलुओं पर […]
यह व्यंजनों के स्वाद में तो इजाफा करती ही है साथ ही इसमें अनेक औषधीय गुण भी होते हैं। त्वचा, पेट और शरीर की कई बीमारियों में हल्दी का प्रयोग किया जाता है। हल्दी का प्रयोग लगभग सभी प्रकार के खाने में किया जाता है। हल्दी के पौधे से मिलने वाली इसकी गांठे ही नहीं […]
ऐसे थे नेताजी
एक बार नेताजी सुभाष चन्द्र बोस हिटलर से मिलने गये।हिटलर किसी से खुद नही मिलता था बल्कि अपने डुप्लिकेट्स को भेजता था। पहला डुप्लिकेट आया और हाथ बढाकर बोला-हैलो आई एम हिटलर!नेता जी:मै सुभाष हुँ,भारत से।हिटलर को भेजो! इसी प्रकार दूसरा आया पर नेताजी ने पहचान लिया।तब हिटलर खुद आया।तब नेता जी ने हाथ बढाया,बोले […]
क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त जी
(१८नवंबर १९०८ – १९ जुलाई १९६५)भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे,क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी बटुकेश्वर दत्त को देश ने सबसे पहले 8 अप्रैल,1929 को जाना, जब वे भगत सिंह के साथ केंद्रीय विधान सभा में बम विस्फोट के बाद गिरफ्तार किए गए। उन्होनें आगरा में स्वतंत्रता आंदोलन को संगठित करने में उल्लेखनीय कार्य […]
ऐसे होते हैं देश-भक्त
एक बार भगतसिंह जी ने बातचीत करते हुए चन्द्रशेखर आजाद जी से कहा, ‘पंडित जी, हम क्रान्तिकारियों के जीवन-मरण का कोई ठिकाना नहीं, अत: आप अपने घर का पता दे दें ताकि यदि आपको कुछ हो जाए तो आपके परिवार की कुछ सहायता की जा सके।’ आजाद जी सकते में आ गए और कहने लगे, […]
लॉर्ड्स, धोनी और आजादी
पुण्य प्रसून वाजपेयी लॉर्ड्स। जब पहली बार लॉर्ड्स के मैदान पर मैच खेला गया, उस वक्त दुनिया में इंग्लैंड की सत्ता में सूरज डूबता नहीं था। और भारत ही नहीं दुनिया के चालीस से ज्यादा देशो में लॉर्ड्स का मतलब इंग्लैंडके वह लॉर्ड्स ही थे जो ब्रिटिश सत्ता चलाते थे। और […]
भारत के संघीय संविधान के अनुच्छेद 370 को लेकर बहस कभी समाप्त नहीं होती । बहस के मोटे तौर पर दो मुद्दे रहते हैं । १. जम्मू कश्मीर के महाराजा हरि सिंह द्वारा २७ अक्तूबर १९४७ को अधिमिलन पत्र पर हस्ताक्षर करने के कारण जम्मू कश्मीर रियासत भारत में शामिल हुई । २. भारत के […]
जी हां, घरेलू गैस सिलेण्डर की भी एक्सपायरी डेट होती है और एक्सपायरी डेट निकलने के बाद गैस सिलेण्डर को इस्तेमाल करना बम की तरह खरतनाक हो सकता है.आमतौर पर गैस सिलेण्डर की रिफील लेते समय उपभोक्ताओं का ध्यान इसके वजन और सील पर ही होता है. उन्हें सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट की जानकारी ही […]