गुरूवार का दिन नौनिहालों के लिए काल साबित हुआ| दरअसल तीन शहरों में स्कूली बच्चों से भरी वैन या बस की अन्य वाहनों से हुई टक्कर में २५ से अधिक बच्चों की मौत हो गई| पंजाब और कानपुर की घटनाओं को यदि पर रखा जाए तो नवगठित राज्य तेलंगाना के मेडक जिले के मसाईपेट इलाके […]
Month: July 2014
भारत का न्याय दर्शन: एक छुपा हुआ हीरा
भारत विधि का जन्मदाता राष्ट्र रहा है। भारत की विधि व्यवस्था का मूल स्रोत शांति है, और अंतिम लक्ष्य भी शांति है। कहने का अभिप्राय है कि विधि वही उत्तम मानी जाती है जो शांति से उत्पन्न हो, शांति के लिए स्थापित हो और शांति प्राप्त कराने में सहायक हो। अब प्रश्न ये आता है […]
बिखरे मोती भाग-59
जीवन में कभी भूल कै, मत करना अभिमानगतांक से आगे….निश्चय बुद्घिमान का,और देवों का संकल्प।विद्वानों की नम्रता,इनका नही विकल्प ।। 667।। धृति क्षमा सत दान को,भूलकै भी मत त्याग।पुरूषार्थ को मिलै सफलता,जाग सके तो जाग ।। 668।। आज्ञाकारी पुत्र हो,प्रियवादिनी नार।सेहत विद्या लक्ष्मी,से प्रिय लगै संसार ।। 669।। अर्थात वश में रहने वाला पुत्र हो, […]
मोदी लाइव
सोलहवीं लोकसभा का आम चुनाव अपने आप में अनोखा था। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में यह पहला मामला था जब समस्त राजनीतिक दल सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ न होकर एक विपक्षी पार्टी के खिलाफ मोर्चाबंदी कर रहे थे। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को घेरने का काम सिर्फ राजनीतिक दल […]
पुण्य प्रसून वाजपेयी अभी नरेन्द्र मोदी की बात कर रहा है, चौदह बरस पहले बालासाहेब ठाकरे की बात कर रहा था। अभी खुद को दहशतगर्दी से अलग बता रहा है, चौदह बरस पहले दहशतगर्दी को सही ठहरा रहा था। अभी भारत में किसी भी आतंकी हमले से अपना दामन पाक साफ बता रहा है, चौदह […]
दिल्ली में अनेक राज्यों ने अपने अपने भवन बनाये हुये । कई राज्यों के एक नहीं दो दो भवन हैं । इसी प्रकार महाराष्ट्र सरकार के भी दो भवन हैं । एक महाराष्ट्र भवन और दूसरा नव महाराष्ट्र सदन । इन भवनों में आम तौर पर सम्बंधित राज्यों के अधिकारी , विधायक या सांसद जब […]
ऐसी होती है मां
एक बेटा अपने पिता जी की मौत के बाद माँ को वृद्धाश्रम में छोड़ आया ! समय समय पर वह मिलकर आता रहा पर माँ ने कभी कोई शिकायत नहीं की !एक दिन बेटे को वृद्धाश्रम से फोन आया कि आपकी माँ की तबियत ठीक नहीं है जल्दी आइये …बेटा जाकर देखता है कि उसकी […]
सोशल मीडिया की सच्चाई
सोशल मीडिया का पोस्टमार्टम करने का विचार मन में आया तत्पश्चात लगभग 100 से अधिक युवक युवतियों द्वारा संचालित फेस बुक पेज का भ्रमण करने के बाद जो निष्कर्ष सामने आया उसके बाद कहा जा सकता है की भारतीय संस्कृति अपनी अंतिम साँस लेने के रास्ते पर बड़ी तेजी से बढ़ रही है ? शीला […]
उससे बात करते हुए
उससे बात करते हुएमुझे बहुत सारे रंग याद आते हैंचाँद, सूरज की तरह सिंदूरी हो जाता हैरात कुछ बैंगनी हो जाती हैऔर तारे सफेद नाग चम्पा के फूलों सेमहकने लगते हैंकी-बोर्ड पर नाचती हैं हमारी उँगलियाँकिसी रक्कासा सीउस वक्त हम सिर्फ विश्वास लिखते हैंहम अक्सर अतीत की पोथियों में लिखाअपना भाग्य बाँचते हैंवह पूछती हैसीता […]
गतांक से आगे…. प्रो. राजेन्द्र सिंह बेटे! मुल्क हिंदुस्तान में मुख्तलिफ मजाहब है। अल्लाह का शुक्र है कि उसने हमें मुल्क की बादशाहत दी। हर कौम के मंदिरों और बाबूदगाहों को जो हुकुमत के तहत है, नुकसान न पहुंचाओ। इन शब्दों को बार-बार उद्धृत करके माक्र्सवादी विचारक यह सिद्घ करना चाहते हैं कि बाबर एक […]