साप्ताहिक साक्षात्कार नेपाल संसार का एकमात्र घोषित ‘हिंदू राष्ट्र’ रहा है। परंतु कुछ समय पूर्व यह देश अपनी ‘हिंदू राष्ट्र’ की छवि से हाथ धो बैठा है। सारा विश्व जानता है कि किस प्रकार इस ‘हिंदू राष्ट्र’ को और उसके ‘राजा’ व राजशाही को कथित धर्मनिरपेक्षता वादी और कम्युनिस्ट मिलकर निगल गये। तब से लेकर […]
Month: July 2014
देश की राजनीति ले रही है करवट
महाभारत के शांतिपर्व में भीष्म पितामह युधिष्ठर को राजधर्म का उपदेश देते हुए बताते हैं-‘‘जो बुद्घिमान, त्यागी, शत्रुओं के छिद्रों (दोषों) को जानने में तत्पर, देखने में सुंदर, सभी वर्णों के न्याय और अन्याय को समझने वाला, शीघ्र कार्य करने में समर्थ, क्रोधविजयी, आश्रितों पर कृपालु, महामनस्वी, कोमल स्वभाव युक्त, उद्योगी, कर्मठ, और आत्मप्रशंसा से […]
गतांक से आगे….. चीन और पाकिस्तान के साथ लंबी सीमा मिलती है, इसलिए इसका सामरिक महत्व अधिक है। 1689 में फारूख मंत्रिमंडल में तीस मंत्री थे तब लद्दाख से एक भी मंत्री नही था।जम्मू कश्मीर में पृथकता के बीज :यदि जम्मू-कश्मीर की महिला भारत के किसी अन्य प्रदेश के नागरिक से विवाह करती है, तो […]
बिखरे मोती भाग-56
आदर मिले न खैरात में, चाहता हर इंसानगतांक से आगे….आदर मिले न खैरात में,चाहता हर इंसान।गुणों के बदले में मिले,बनना पड़ै महान ।। 636 ।। अर्थात इस संसार में सम्मान हर व्यक्ति चाहता है किंतु यह उपहार में नही मिलता है। इसे तो आप अपने विलक्षण गुणों के द्वारा अर्जित करते हैं। इस संदर्भ में […]
करीब 153 साल पहले वडोदरा से ही नेरोगेज ट्रेन की शुरुआत हुई थी। लेकिन इस ट्रेन में कोई चलने वाला इंजन नहीं था। इस हल्की ट्रामवे को दो बैलों से खिंचवाया जाता था। ये बैल बहुत ही आसानी से ट्रामवे को खींचते थे, जिसमें पांच गुड्स कैरिज्स होते थे। ये एक जोड़ी बैल दो-तीन मील […]
पुण्य प्रसून वाजपेयी जिस खामोशी से अमित शाह बीजेपी हेडक्वार्टर में बतौर अध्यक्ष होकर घुसे हैं उसने पोटली और ब्रीफकेस के आसरे राजनीति करने वालो की नींद उडा दी है। अध्यक्ष बनने के बाद भी खामोशी और खामोशी के साथ राज्यवार बीजेपी अध्यक्षों को बदलने की कवायद अमित शाह का पहला सियासी मंत्र है। इतना […]
निर्मल रानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अथवा भाजपा सरकार का पहला रेल बजट संसद में पेश कर दिया गया। प्रत्येक सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए रेल बजट की भांति इस बजट में भी कई नई रेलगाड़ियां चलाए जाने का प्रस्ताव है। 2014-15 के दौरान 5 नई प्रीमियम रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी तथा 6 वातानुकूलित एक्सप्रेस रेलगाड़ियां शुरू […]
मेरे एक मित्र बड़े जोर-शोर से तर्क दे रहे थे की #मोदी जी ने 14.2% रेल किराया बढ़ा दिया, अब तो पैसे आ गये, अब रेलवे का विकास करो, रेलवे की खराब स्थिति को सुधारो ! उनकी जानकारी के लिये कुछ तथ्य दे रहा हूँ :-पेसेंजर ट्रेन से सलाना कुल 43000 करोड़ का रिवेन्यू जेनेरेट […]
तनवीर जाफरी पिछले दिनों देश में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान देश ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का एक पक्षपातपूर्ण चेहरा देखा। मीडिया के इस पक्षपातपूर्ण रवैये का कारण यदि कहीं उसकी ‘व्यवसायिक आशाएं’ थीं तो कहीं ‘सांस्कारिक पूर्वाग्रह’। और ऐसी पक्षपातपूर्ण खबरें प्रसारित करने का व ऐसे विभिन्न कार्यक्रम प्रसारित करने वाले एक विवादित टीवी चैनल […]
फतवों पर जबरदस्त फतवा
डॉ0 वेद प्रताप वैदिक भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फतवों पर एक जबरदस्त फतवा जारी कर दिया है। उसने फैसला दिया है कि दारुल कज़ा, दारुल इफ्ता और निज़ामे-कज़ा जैसी मजहबी संस्थाओं द्वारा जारी किए गए फतवों का कोई कानूनी महत्व नहीं है। इन संस्थाओं द्वारा जारी किए गए फतवों को मानने के लिए भारत […]