डॉ0 वेद प्रताप वैदिक चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत आकर हमारी विदेश नीति के एक खाली कोने को भर दिया। नरेंद्र मोदी ने अपने शपथ-समारोह में पड़ौसी देशों के बड़े नेताओं को बुलाया था लेकिन चीन के किसी नेता को नहीं बुलाया। क्या चीन हमारा पड़ौसी नहीं है? वह तो हमारा सबसे […]
महीना: जून 2014
डॉ0 वेद प्रताप वैदिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के मुंह से यह सुनकर कितना अच्छा लग रहा था कि यह ‘मेरी सरकार’ है। प्रणब दा के अलावा कोई और व्यक्ति नरेंद्र मोदी की सरकार को ‘मेरी सरकार’ कह देता तो इतना अजूबा नहीं होता। जो प्रणब दा पिछले चालीस साल से नेहरु परिवार के सिपाही थे, […]
पुण्य प्रसून वाजपेयी आजादी के बाद पहली बार प्रचारक का आदर्शवाद प्रधानमंत्री की ताकत से टकरा रहा है। देखना यही होगा कि प्रचारक का राष्ट्वाद प्रधानमंत्री की ताकत के सामने घुटने टेकता है या फिर प्रधानमंत्री की ताकत का इस्तेमाल प्रचारक के राष्ट्रवाद को ही लागू कराने की दिशा में बढता है । नेहरु के […]
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनी सरकार के सभी मंत्रियों को अपनी संपत्ति या देनदारी का ब्याेरा दो महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपना होगा। इसके अलावा, मंत्रियों को कहा गया है कि वे अगर सरकार में अपनी नियुक्ति होने से पहले किसी कारोबार के प्रबंधन से जुड़े थे तो उससे सभी तरह के […]
संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का संक्षिप्त अंश 1. जमीन के हेल्थ कार्ड से किसानों को फायदा होगा।2. कुपोषण से लड़ाई लड़नी है, तो दालों का उत्पादन बढ़ाने और उसमें प्रोटीन कंटेंट बढ़ाने में सफलता पानी होगी।3. हम सदियों से कहते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान और गांवों का देश हैं। […]
नितिन सिंह भारतीय इतिहास के साथ इस खिलवाड़ के मुख्य दोषी वे ”वामपंथी इतिहासकार” हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद नेहरू की सहमति से प्राचीन हिन्दू गौरव को उजागिर करने वाले इतिहास को या तो काला कर दिया या धुँधला कर दिया और इस गौरव को कम करने वाले इतिहास-खंडों को प्रमुखता से प्रचारित किया, जो […]
हैलो माँ … मैं रवि बोल रहा हूँ….,कैसी हो माँ….? मैं…. मैं…ठीक हूँ बेटे…..,ये बताओ तुम और बहू दोनों कैसे हो? हम दोनों ठीक है माँ…आपकी बहुत याद आती है…, ..अच्छा सुनो माँ,में अगलेमहीने इंडिया आ रहा हूँ…..तुम्हें लेने। क्या…? हाँ माँ….,अब हम सब साथ ही रहेंगे…., नीतू कह रही थी माज़ी को अमेरिका ले […]
डाॅ0 वेद प्रताप वैदिक इस बार हमारी संसद में जितने मंत्रियों और सांसदों ने संस्कृत में शपथ ली, उतनों ने पहले कभी नहीं ली। यह महत्वपूर्ण बात हैं इसका मोटा कारण तो यही है कि भाजपा के सदस्यों की संख्या इस बार सबसे ज्यादा है। भाजपा एक मात्र पार्टी है, जो अपनी संस्कृति और परंपरा […]
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में हाल ही में घटी एक घटना ने बहुतों को माथे पर बल ला दिया जहां 7 बच्चों की मौत का कारण लीची में मिला अज्ञात वायरस बना। लीची सिंड्रोम एक संक्रमण है जो वायरस के कारण होता है क्योंकि लीची गर्मियों का फल है इसलिए वायरस फैलने का खतरा […]
पुण्य प्रसून वाजपेयी हिमालय का संरक्षण, अविरल स्वच्छ गंगा और वन बंधु कार्यक्रम। संघ परिवार के यह तीन नारे आज के नहीं है पहली बार पूर्व सरसंघचालक गुरु गोलवरकर के दौर में ही सवाल आरएसएस ने उठाये थे। लेकिन पहली बार किसी सरकार के एजेंडे के प्रतीक यह मुद्दे उसी तरह बने है जैसे 15 […]