शेष नारायण सिंह इराक में जारी गृह युद्ध से भारत के लिए बहुत बुरी ख़बरें आ रही हैं. अभी जो बुरी खबर आयी है, वह भारत की पूरी सरकार का ध्यान खींच चुकी है. इराकी शहर मोसुल में ४० भारतीयों को अगवा कर लिया गया है. यह सभी भारतीय किसी प्रोजेक्ट पर काम करते थे, […]
महीना: जून 2014
जम्मू कश्मीर में जब भी चुनाव होते हैं तो संघीय संविधान के अनुच्छेद ३७० का प्रश्न सदा प्रमुख रहता है । चुनाव चाहे लोक सभा के हों या विधान सभा के,अनुच्छेद ३७० का मुद्दा कभी ग़ायब नहीं होता । जम्मू और लद्दाख के लोगों ने तो इस अनुच्छेद को हटाने के लिये १९४८ से […]
बाबा रामदेव मूंग से हम सब बहुत अच्छी तरह परिचित हैं | मूंग की दाल द्विदल धान्य है और समस्त दलहनों में अपने विशेष गुणों के कारण अच्छी मानी जाती है | मूंग काले,हरे,पीले,सफ़ेद और लाल अनेक तरह की होती है | रोगियों के लिए मूंग बहुत श्रेष्ठ बताई जाती है | मूंग की दाल […]
अमलेन्दु उपाध्याय तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की आत्मा बदल गई है, या उनकी आत्मा उन्हें कचोट रही है या कुछ और मसला है? सरकार बनने के एक महीने से कम समय में ही मोदी का वह रूप दिखाई देने लगा जिसकी कल्पना नहीं थी। कम से कम सोशल मीडिया पर गाली-गलौज कर […]
सुरेश चिपलुनकरमालेगाँव बम ब्लास्ट की प्रमुख आरोपी के रूप में महाराष्ट्र सरकार द्वारा “मकोका” कानून के तहत जेल में निरुद्ध, साध्वी प्रज्ञा को देवास (मप्र) की एक कोर्ट में पेशी के लिये कल मुम्बई पुलिस लेकर आई।साध्वी के चेहरे पर असह्य पीड़ा झलक रही थी, उन्हें रीढ़ की हड्डी में तकलीफ़ की वजह से बिस्तर […]
संजय तिवारी इराक के प्रधानमंत्री नूर अल मलीकी। सद्दाम शासन के खात्मे के बाद जब उन्हें दो हजार छह में इराक का प्रधानमंत्री बनाया गया था, तब भी वे इराक की पसंद कम, अमेरिका की पसंद ज्यादा थे। इसका कारण शायद यह रहा होगा कि वे व्यक्तिगत रूप से एक कमजोर राजनीतिज्ञ थे। सद्दाम हुसैन […]
डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी महान शिक्षाविद, चिन्तक होने के साथ साथ भारतीय जनसंघ के संस्थापक भी थे, जिन्हें आज भी एक प्रखर राष्ट्रवादी और कट्टर देशभक्त के रूप में याद किया जाता है। 6 जुलाई, 1901 को कोलकाता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में जन्में डॉ? श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी के पिता श्री आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी […]
गुजरात का प्राचीन काल से ही भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। यह प्रांत वीर गुर्जर जाति का निवास स्थान रहा है। गुर्जर जाति ने इस प्रांत से देश विदेश के बहुत बड़े भूभाग पर शासन किया और मां भारती के यश और शौर्य की गाथा का डिण्डिम घोष किया।
आचार्य महाश्रमणतेरापंथ के 11वें आचार्य श्री महाश्रमण ने कहा कि जीवन विकास में ज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ज्ञान के द्वारा पुण्यपाप को समझकर कल्याणकारी श्रेष्ठ कार्य ही मनुष्य के लिए अनुकरणीय है। हमें दुलर्भ मानव शरीर मिला है इसका सदुपयोग करें संसार रूपी भवसागर से पार उतरने के लिए हमारा शरीर नाव है।
ऐसे जीओ हर घड़ी, जैसे जीवै संतगतांक से आगे…. ऐसे जीओ हर घड़ी,जैसे जीवै संत।याद आवेगा तब वही,जब आवेगा अंत ।। 630 ।। प्रसंगवश कहना चाहता हूं कि ‘गीता’ के आठवें अध्याय के पांचवें श्लोक में भगवान कृष्ण अर्जुन को समझाते हुए कहते हैं, हे पार्थ!