साधना में सफलता पाने जरूरी है पुण्य संचय – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com खूब सारे लोग रोजाना घण्टों तक अपनी-अपनी पूजा पद्धतियों के अनुरूप भजन-पूजन और साधना करते रहते हैं। इनमें से अधिकांश लोग इस कामना से साधना और पूजा करते हैं कि उनके कामों में कोई बाधाएं सामने न आएं, जो समस्याएं हैं वे दूर […]
महीना: मार्च 2014
राकेश कुमार आर्यगोडसे और गांधीजी दोनों में एक ‘उभयनिष्ठ’ गुण ये था कि वे दोनों गौभक्त थे। गांधीजी की गौभक्ति को कांग्रेस ने मार दिया, और गांधीजी की यह सैद्घांतिक हत्या भी उनके परम शिष्य नेहरू के शासन काल में ही कर दी गयी। गांधीजी की कांग्रेस में सन 1921 से कई बार गोरक्षा को […]
सामने करते हैं जो तारीफ वही करते हैं पीठ पीछे बुराई – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com संसार भर में सबसे ज्यादा कोई लोक व्यवहार प्रचलित है तो वह है तारीफ और बुराई।इन दोनों का परस्पर चोली-दामन का साथ रहा है। आमतौर पर जो लोग अच्छे काम करते हैं उनके कामों की प्रशंसा करने से उन्हें […]
गतांक से आगे….जो गऊ हमें दूध से लगातार गोबर तक का वरदान देती है उसके शरीर पर 1 पौंड मांस की वृद्घि के लिए 5214 गैलन पानी खर्च होता है। सुअर के मांस के लिए प्रति पौंड 815 और बकरा बकरी के लिए छह सौ गैलन पानी प्रति पौंड चाहिए। सबसे अधिक ऊंट के शरीर […]
प्रथम भारतीय मिस वल्र्ड-सुश्री रीता फारियाप्रथम भारतीय मिस यूनिवर्स-सुश्री सुष्मिता सेनभारत में प्रथम महिला केन्द्रीय मंत्री-राजकुमारी अमृतकौरभारत में प्रथम दलित महिला मुख्यमंत्री-सुश्री मायावतीप्रथम भारतीय नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता-रविन्द्रनाथ टैगोरयोजना आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष-श्रीम. इंदिरा गांधीप्रथम भारत रत्न वैज्ञानिक-सीवी रमनप्रथम भारत रत्न खिलाड़ी-सचिन तेंदुलकरप्रथम राजीव गांधी खेल रतन पुरस्कार प्राप्तकर्ता-विश्वनाथ आनंदपदम श्री से सम्मानित प्रथम अभिनेता-बलराज […]
भारत की पवित्र भूमि के लिए बड़ा सुंदर गीत गाया जाता है :- मेरे देश की धरती सोना उगले.. उगले हीरे मोती…मेरे देश की धरती………….. मैं समझता हूं भारत मां के लिए जिस कवि के हृदय में भी ये भाव मचले होंगे और उन्होंने जब कुछ शब्दों का रूप लिया होगा तो वह कवि भी […]
दया का राजनीतिकरण कानून की मर्यादाओं पर अतिक्रमण करता दिखाई दे रहा है। बेशरमी की यह हद संविधान, संसद और न्यायालय को एक साथ ठेंगा दिखा रही है। केंद्र के कड़े रुख के बावजूद तमिलनाडू की जयललिता सरकार राजीव गांधी के सातों हत्यारों को रिहाई देने के फैसले पर अड़ी है। प्रदेश सरकार को सर्वोच्च […]
हम जाजम हो गए हैं या बिना पैंदे के लोटे – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com एक जमाना वो था जिसमें आदमी पर पूरा और पक्का भरोसा किया जा सकता था। हर आदमी की विचारधारा, संकल्प और लक्ष्य का अनुमान उसके व्यक्तित्व और काम-काज के तरीकों से सहज ही लगाया जा सकता था। तब भले ही […]
स्वतंत्रता आंदोलन के काल में जो लोग अंग्रेजों की चाटुकारिता करते हुए राष्ट्रीय आंदोलन में अपनी सक्रियता प्रदर्शित कर रहे थे, उनकी इस दोहरी मानसिकता पर पहला और प्रबल प्रहार करने वाले लोकमान्य तिलक थे। उन्होंने ऐसे लोगों के विषय में कहा था-”यह लोग उत्कट देशभक्त हैं, लेकिन इनकी राष्ट्रीयता ही अराष्ट्रीय है।” ”क्यों?” इसलिए […]