-प्रथम हिंदी दैनिक समाचार पत्र-समाचार सुधावर्षण 1954-प्रथम विदेशी भारत रत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ता-सीमांत गांधी (खान अब्दुल गफ्फार खां)-भारत का प्रथम तेल शोधक कारखाना-डिग्बोई, असोम-भारतीय क्रिकेट टीम के प्रथम कप्तान व पदम विभूषण-सीके नायडू।-भारत की सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी-हिमसागर एक्सप्रेस (कश्मीर से कन्याकुमारी)-अंतिम मुगल सम्राट-बहादुर शाह जफरइंग्लिश चैनल पर करने वाला प्रथम भारतीय-मिहिर सैन।-हिंदी का प्रथम […]
महीना: मार्च 2014
2014 के लोकसभा चुनावों की पूर्व संध्या पर 11 राजनीतिक दलों ने देश की राजधानी दिल्ली में फिर अवसरवादी राजनीति को बढ़ावा देते हुए एक संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया और एक गैर भाजपा व गैर कांगे्रसी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक और जनोन्मुखी विकास करने वाले राजनैतिक मोर्चे को जन्म दिया। इस मोर्चे को भारतीय राजनीति की […]
धरती स्वर्ग बन जाए यदि परस्पर मैत्री भाव आ जाए – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com महिलाओें के विकास और उत्थान के लिए हर तरफ बहुत कुछ हो रहा है, जानें कितनी योजनाओं, कार्यक्रमों और परियोजनाओं का संचालन हो रहा है, कितने ही विभाग मिलकर काम कर रहे हैं, अलग से आयोग भी हैं। […]
आर0डी0 बाजपेयीलखनऊ। लोकसभा चुनाव में नारेन्द्र मोदी बनाम राहुल गांधी के साथ एक नाम अरविन्द केजरीवाल का भी हैं जिनका मुकाबला चुनाव के दौरान देखने को मिलेगा। इन तीनों की नजर केन्द्र की सत्ता पर है। बीच बीच में तीसरा मोर्चा अपनी उपस्थित दर्ज करवाता रहता है। लेकिन इनके बीच कांग्रेस आज भी सबसे अलग […]
डा0 इन्द्रा देवीभारतीय विचारक ‘काम’ को मनुष्य की सहज और सर्वाधिक प्रबल प्रवृति मानते हैं। पुरूषार्थ में इसको मान्यता प्रदान की है। श्रृंगार के रसराजत्व की महत्ता भी यही है। समस्त संसारी भावों का समावेश एक मात्र ‘रति’ स्थायी भाव मेें है। मुक्त तृप्ति यदि अमर्यादित एवं पशु जीवन की परिचायक हैं, तो वहीं मर्यादित […]
अरविन्द विद्रोहीलोकसभा चुनाव का जंग लडऩे व जीतने के लिए राजनेताओं-राजनैतिक दलों ने चुनावी रण में अपने-अपने योद्धाओं को उतारना शुरू कर दिया है। 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर-प्रदेश में प्रत्येक दल अपनी पकड़ बनाने के लिए बैचैन है। उत्तर-प्रदेश में रैलियों में उमड़ रहे जन रेला ने राजनेताओं और चुनावी पंडितों को अज़ब झमेले […]
जवाबदेह रहें ईश्वर के प्रति मरणधर्माओं से क्या चाहना – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो नियोक्ता होता है उसे ही हमारे मूल्यांकन, पुरस्कार और दण्ड का अधिकार है, दूसरों को नहीं। ऎसे तो हर क्षेत्र में कई सारी कड़ियाँ जुड़ी होती हैं मगर उनका कोई अधिकार नहीं होता। हमारे जीवन का हर कर्म ईश्वर से बँधा हुआ […]
उ.भा. : समसामयिक चिंतनदेश में 70 अरबपतियों के होने से भारत धनकुबेरों की संख्या के दृष्टिकोण से दुनिया का पांचवां देश बन गया है। समाचार पत्रों में छपी खबरों के अनुसार जर्मनी, स्विटजरलैंड, फ्रांस और जापान जैसे विकसित देशों को भी पीछे छोड़कर भारत आगे आ गया है। बताया जा रहा है कि 2013 में […]
गतांक से आगे………इस नील रंग का व्यापार मिश्र की जिस नदी के द्वारा होता था, उसको भी यहां रहने वाले नील ही कहते थे, जो नाइल के नाम से अब तक प्रसिद्घ है। जायसवाल महोदय कहते हैं कि भारतवासी नील नदी को जानते थे। हम कहते हैं कि यहां वाले नील नदी को जानते ही […]
मनमोहन शर्मागतांक से आगे………जहां तक अय्यर का संबंध है, उनका तो क्या, उनके पुरखों तक का देश के स्वाधीनता संग्राम से कभी कोई नाता नही रहा। जब क्रांतिकारी देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे, तो मणिशंकर के पुरखे ब्रिटिश सरकार की चाकरी कर रहे थे। अय्यर कितने देशभक्त हैं, इसका पर्दाफाश विख्यात लेखक […]