ऐतरेय ब्राह्मण की साक्षीइसी तरह की दूसरी नामावलि ऐतरेय ब्राह्मण 7। 34 में लिखी हुई। उसमें लिखा है कि कावेषय: तुर, साहदेव्य: सोमक: साञ्र्जय: सहदेव, दैवावृधो अभ्रू: वैदर्भों भीम गांधारी नग्नचित्त जानकि: ऋुवित पैजवन: सुदस…..सर्वे हैव महाराजा आसुरादित्य इव ह स्म धियां प्रतिष्ठास्तपन्तित सर्वाभ्यो दिग्भ्यो बलिमावहन्ते।इसमें भी सार्वभौम राजों को उनके देश आदि के साथ […]
Month: March 2014
आज का चिंतन-17/03/2014
होली पर ही दिखता है हमारा असली चाल-चलन – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com साल भर में एक बार ही सही, होली के दिनों में तो कम से कम हम अपनी असलियत पर आ ही जाते हैं। यही वे दिन हैं जब हम अपनी मौलिक औकात पर आ जाते हैं और वह सब कुछ साकार दिखने […]
वेद ने राष्ट्र को गौमाता के समान पूजनीय और वंदनीय माना है। वेद का आदेश है कि मैं यह भूमि आर्यों को देता हूं। वेद ऐसा संदेश इसलिए दे रहा है कि वह संपूर्ण भूमंडल को ही आर्य बना देना चाहता है। परंतु संसार को आर्य बनाने से पूर्व वेद की दो शर्तें हैं। उन […]
आज का चिंतन-16/03/2014
ये होली-ठिठोली कब तक बाहरी रंगों के भरोसे – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जीवन के तमाम पहलुओं से लेकर परिवेश के हर आयाम को सुनहरे रंगों से भरना और हर कर्म को पुष्टि देने वाले रसों में डूबकर आनंद पाने के लिए इंसान आरंभ से अंत तक प्रयत्नशील रहता है और इसके लिए हर प्रकार […]
नेताओं की छोटी बातों से बिगड़ता माहौल
2014 के लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। सारी चुनावी प्रक्रिया 9 चरणों में पूर्ण होगी। 16 मई को 16 वीं लोकसभा के गठन की पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी, जब मतगणना होकर यह पता चलेगा कि देश का नेतृत्व अब राजग के हाथों होगा या संप्रग या किसी तीसरे या चौथे मोर्चे के […]
…और अब युवा बदलेंगे भारत की तस्वीर
प्रमोद भार्गवदेश की नई लोकसभा की तकदीर लिखने में युवाओं की भूमिका अहम होगी। लिहाजा सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की निगाहें युवाओं पर टिकी हैं। कुल 81 करोड़ मतदाताओं मे से 14 करोड़ 93 लाख 60 हजार मतदाता ऐसे होंगे, जिन्हें मतदान का पहला मौका मिलेगा। जबकि 18 से 35 साल के युवा मतदाताओं की […]
आज का चिंतन-14/03/2014
आम आदमी जो कहे वही है असली मूल्यांकन – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 हमारे व्यक्तित्व का पैमाना वे लोग नहीं हुआ करते हैं जिनसे हम जुड़े हुए हैं। चाहे स्वार्थ से जुड़े हुए हैं या समाज, जाति, क्षेत्र और विचारधारा या और किसी गोपनीय अथवा अज्ञात कारणों से। हमारे व्यक्तित्व का निर्णय वे लोग नहीं […]
प्रमोद भार्गवविपक्ष ने एक सुर में सुर मिलाकर सांप्रदायिक और लक्षित हिंसा रोकथाम (न्याय एवं क्षतिपूर्ति) विधेयक 2011 को ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया। इस विधेयक के जरिए केंद्र की यूपीए सरकार विशुद्ध रूप से वोट बैंक मजबूत करने की कुटिल राजनीति पर उतारू थी। सच्चर समिति और रंगनाथ मिश्र की रिपोटेज़्ं भी इसी […]
आज का चिंतन-13/04/2014
ताजगी और सेहत चाहें तो रोज देखें एक नया स्थल – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com इंसान को हमेशा तरोताजा रहने के लिए जरूरी है कि वह अपने आस-पास के परिवेश को जानें, समझें और इसके माध्यम से ज्ञानार्जन तथा अनुभवों का लाभ लेते हुए व्यक्तित्व विकास के इन बुनियादी तत्वों को जीवन भर अमल […]
राजनीति में अभी ऐसे लोग भी हैं
-गोवा की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर आईआईअी मुंबई से स्नातक हैं। सरकार की ओर से मकान तो लिया किंतु उसमें केवल अपना दफ्तर ही चलाते हैं, परिवार समेत निजी मकान में रहते हैं। खुद की मारूति या स्कूटर से ऑफिस जाते हैं। अभी एक दिन समाचार आया कि ऑफिस जाने के लिए स्कूटर […]