Categories
विशेष संपादकीय वैदिक संपत्ति

मनुष्य का आदिम ज्ञान और भाषा-10

इस पुस्तक के उपक्रम से यह बात स्पष्ट हो रही है कि योरप के विचारवान लोग वर्तमान भौतिक उन्नति से संतुष्ट नही है, प्रख्यात मनुष्य की स्वाभाविक स्थिति की खोज में है। उन्होंने यह बात निश्चित कर ली है कि मनुष्य अपनी उत्पत्ति के समय स्वाभाविक स्थिति में था और सुखी था। परंतु वह स्वाभाविक […]

Categories
बिखरे मोती

बिखरे मोती-भाग 39

पिता ज्ञान मां सत्य है, बहन दया, भाई धर्मगतांक से आगे….तीरथ का फल देर में,साधु का मिलै तुरंत।मन निर्मल हो जात है,सुधरे आदि अंत ।। 532 ।। पिता ज्ञान मां सत्य है,बहन दया, भाई धर्म।शांति पत्नी पुत्र क्षमा,जान गया वह मर्म ।। 533 ।। जिस प्रकार कोई भी व्यक्ति अपने बंधु बांधव अथवा परिवार से […]

Categories
संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

इतिहास नायकों के साथ ‘क्रूर उपहास’ होता आ रहा है

भारत में गौरी की जीत और पृथ्वीराज चौहान की हार को वर्तमान प्रचलित इतिहास में एक अलग अध्याय के नाम से निरूपित किया जाता है। जिसका नाम दिया जाता है-राजपूतों की पराजय के कारण। राजपूतों की पराजय के लिए मौहम्मद गौरी के चरित्र में चार चांद लग गये हैं, और जो व्यक्ति नितांत एक लुटेरा […]

Categories
प्रमुख समाचार/संपादकीय

इक्कीसवीं शताब्दी शाकाहार की-5

गतांक से आगे….किसान भली प्रकार जानता है कि उसके खेत को कितनी बार सींचना पड़ता है। किसान अंतराल से उसमें पानी देता रहता है। कोई भी फसल हो, आपको प्रतिदिन उसे नही सींचना पड़ता। किसी भी फलदार वृक्ष को भी एक निश्चित समय पर निश्चित मात्रा में ही पानी देना पड़ता है। इजराइल चारों ओर […]

Categories
प्रमुख समाचार/संपादकीय

जिसे हम अण्डमान द्वीप कहते हैं वो था कभी हनुमान द्वीप

आचार्य रामस्वरूप गौसेवक और एक समाजसेवी व्यक्ति हैं। उनका जन्म स्थल अजमेर (राजस्थान) का एक छोटा सा गांव है। स्वभाव से शांत और निभ्र्रान्त दीखते आचार्यवर साधु स्वभाव वाले मनुष्य हैं। अध्ययन शीलता और भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी गहन आस्था ने उन्हें बहुत कुछ सीखने के लिए प्रेरित किया है। पिछले दिनों उनसे हमारी […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

मेवाड़ के महान राजा: महाराणा प्रताप सिंह

1. महाराणा प्रताप का परिचय !जिनका नाम लेकर दिन का शुभारंभ करें, ऐसे नामों में एक हैं, महाराणा प्रताप । उनका नाम उन पराक्रमी राजाओं की सूची में स्वर्णाक्षरों में लिखा गया है, जो देश, धर्म, संस्कृति तथा इस देश की स्वतंत्रता की रक्षा हेतु जीवन भर जूझते रहे ! उनकी वीरता की पवित्र स्मृति […]

Categories
विशेष संपादकीय

”सत्य का समानार्थक अन्य कोई शब्द नही’

हिन्दी के कई शब्द ऐसे हैं जिनके समानार्थक शब्द किसी भी भाषा के पास उपलब्ध नही हैं। उनमें से एक शब्द ‘सत्य’ है। यह शब्द संस्कृत के सत्यम् से बना है। सत्यम् की सन्धि विच्छेद करने पर हमें यह शब्द स+ति+यम् से मिलकर बनता हुआ स्पष्ट होता है। इसमें वैयाकरणिक आधार पर ‘स’ का अर्थ […]

Categories
आओ कुछ जाने

सामान्य ज्ञान

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री-पं. जवाहर लाल नेहरूभारत के प्रथम राष्ट्रपति-डा. राजेन्द्र प्रसादभारत के प्रथम उपराष्ट्रपति-डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णनभारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश-हीरालाल जे कानियाभारत के प्रथम लोकसभा अध्यक्ष-गणेश वासुदेवभारत के प्रथम रक्षामंत्री-सरदार बलदेव सिंहभारत के प्रथम शिक्षा मंत्री-मौ. अबुल कलाम आजादभारत के प्रथम विधिमंत्री-डा. भीमराव अंबेडकरभारत के प्रथम महिला प्रधानमंत्री-श्रीमति इंदिरा गांधीभारत के प्रथम महिला मुख्यमंत्री-श्रीमती […]

Categories
संपादकीय

…और नेहरू बोले-‘जला डालो इन्हें’

शहरों में हम जहां एक ओर मानवता के संपूर्ण विकास का सपना संजोते हैं और उसे धरती पर उतारने का प्रयास करते हैं, वहीं मानव समाज को एक पाशविक समाज की भांति रहने के लिए अभिशप्त हुआ भी देखते हैं। इसे मानवता की घोर विडंबना ही कहा जाएगा कि एक ओर जहां बहुमंजिली इमारतें हमारे […]

Categories
संपादकीय

…और अंतिम क्षणों में गोडसे ने गांधी से कहा था-‘नमस्ते, गांधी जी’

राकेश कुमार आर्य 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई गयी है। इस अवसर पर कुछ विचारणीय बातें हैं, जिन्हें इतिहास से ओझल करने का प्रयास किया गया है। उदयवीर ‘विराज’ की पुस्तक ‘तीन गांधी हत्याएं’ इस विषय में हमारे सामने बहुत कुछ स्पष्ट करती है। उक्त पुस्तक के अध्ययन से कई तथ्य स्पष्ट […]

Exit mobile version