सबके बस में नहीं है पाना अधिकार और आनंद एक साथ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आनंद हृदय से प्राप्त होते हैं और अधिकारों का संबंध शरीर से होता है। यह कतई जरूरी नहीं है कि जो व्यक्ति जितना अधिक अधिकार सम्पन्न है उसे उतने ही अधिक पैमाने पर आनंद की प्राप्ति हो ही। यह […]
Month: January 2014
बिखरे मोती-भाग 33
सेना राजा की शक्ति है, ब्राह्मण वेद-विचारबाल वृद्घ गुरू कन्या को,नही लगाओ पैर।कुपित होय परमात्मा,मांगे मिलै न खैर।। 480।। दूसरों को खुश देखकै,सज्जन मोद मनाय।देख दूसरों को दुखी,दुर्जन खुश हो जाय ।। 481।। समय परिस्थिति देखकै,शत्रु से कर व्यवहार।कभी विनय कभी वीरता,वक्त का कर इंतजार ।। 482।। स्त्रियों का बल रूप है,यौवन मधुर व्यवहार।सेना राजा […]
आज का चिंतन-05/01/2014
भगवान जब खुश होता है नालायकों से दूर कर देता है – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो लोग अपने ईमान, धर्म और सत्य पर चलते हैं उनके लिए जीवन की कई सारी समस्याओं को ईश्वर अपने आप दूर कर देता है। ईश्वर हमेशा अच्छे लोगों के साथ रहता है और उन्हें हर क्षण मदद भी करता […]
विश्वके ऐसे कितने ही देश हैं जिन्होंने दिन के प्रकाश में अपनी स्वतंत्रता को खो दिया और ऐसा खोया कि फिर कभी उसे प्राप्त न कर सके। ऐसी स्थिति उन्हीं लोगों की या देशों की हुआ करती है, जो अपनी जिजीविषा और जिज्ञासा को या तो शांत कर लेते हैं या उसे खो बैठते हैं। […]
आज का चिंतन-04/01/2014
हमेशा बनी रहनी चाहिए कोई न कोई चुनौती – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आजकल इंसान की फितरत में कुछ ऎसी बातें आ गई हैं जिनकी वजह से उसके कर्मयोग की रफ्तार मंद होती जा रही है। उसे अब न जरूरी काम याद रहते हैं न वह अपनी इच्छा से कोई ऎसे काम कर पाता है […]
हमारा कत्र्तव्यबोध और गौमाता
गाय की रीढ़ की हड्डी में सूर्यकेतु नाड़ी होती है। यह नाड़ी गाय के रक्त में स्वर्णक्षार बनाती है। यही स्वर्णक्षार पीले पीले सुनहरे रंग में हमें गाय के दूध घी आदि में स्पष्ट दीखता है। यही कारण है कि गौदुग्ध का सेवन करने वाले व्यक्ति के रंग से स्वर्णिम आभा झलकने लगती है। भारत […]
आज का चिंतन-03/01/2014
असली अपराधी और पापी वे हैं जो झूठ बोलते-सुनते और लिखते हैं – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जीवन और परिवेश की तमाम समस्याओं का मूल कारण असत्य और दोहरा आचरण है। संसार का हर कर्म और व्यापार दिव्य और दैवीय हो सकता है यदि हम अपने पूरे जीवन से झूठ को निकाल दें, कथनी और […]
आज का चिंतन-02/01/2013
मौसम के कहर से बचाएं आस-पास के प्राणियों को – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com शीत का मौसम इन दिनों अपने भयावह दौर में पहुँचा हुआ है। शीतलहर और बर्फानी हवाओं के साथ ही हाड़ कँपा देने वाली सर्दी का प्रकोप सर्वत्र पूरे यौवन पर जारी है। इन विषम परिवेशीय हालातों में हमारा कत्र्तव्य सिर्फ […]
गतांक से आगे….चसोने के लिए तो घास और लकड़ी के बने हुए सादे झोंपड़े ही उत्तम हैं। ये झोंपड़े खुली वायु में जहां सघन वृक्षावलि और काफी रोशनी मिलती हो बनाने चाहिए। जमीन पर मुलायम घास बिछाकर अथवा रेतीली मिट्टी बालू बिछाकर सोना उत्तम है। मिट्टी के स्नान से दाह और अन्य पुराने रोग भी […]
गतांक से आगे….इनसान के शरीर के लिए जिन तत्वों की आवश्यकता होती है वे लगभग सभी दूध में मिलते हैं। दुनिया में ऐसा कोई विटामिन नही है, जो दूध में न मिलता हो। मध्य पूर्व के देशों में लिखी गयी पुस्तकों में भी इस बात पर चर्चा मिलती है कि क्या दूध पशु के रक्त […]