गतांक से आगे…बढ़ती जनसंख्या हेतु दो समय के भोजन के लिए यह वकालत की जाती है कि मांसाहार ही केवल इसका एकमात्र हल है। लेकिन जब गहराई से विचार करते हैं तब यह मालूम पड़ता है कि जिसे हम समाधान की संज्ञा दे रहे हैं, वास्तव में तो वही सबसे बड़ी समस्या है। भूख के कारण […]
Month: January 2014
गतांक से आगे….अहिंसा जहां दूसरों को सताना मारना मना करती है, वहां स्वयं दीर्घ जीवन प्राप्त करने की ओर भी प्रेरणा करती है। दीर्घ जीवन प्राप्त करने का सबसे बड़ा साधन प्राणायाम है। योरप में प्राणायाम का प्रचार बढ़ रहा है। डॉक्टर ‘मे’ कहते हैं कि जिससे हम स्वांस लेते हेँ, उसी वायु पर हमारा […]
आज का चिंतन-31/01/2014
बच्चों की परवरिश करें अपने साथ रखकर ही – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com बच्चों को भविष्य बनाना हर माता-पिता या अभिभावक अपना प्राथमिक कत्र्तव्य समझता है मगर इसका एकतरफा अर्थ सिर्फ यही नहीं है कि अपना बच्चा अपने जीवन और दुनिया के दूसरे सारे कर्मों और अपने फर्ज को भुलाकर सिर्फ पैसे कमाने और […]
डा. अशोक आर्यविश्व का प्रत्येक प्राणी मृत्यु के नाम से भयभीत है । जब भी उसके कान में यह शब्द पड़ता है तो वह डर जाता है, सहम जाता है, भय से कांपने लगता है । एसा क्यों ? क्योंकि वह मृत्यु के भाव को, मृत्यु के अर्थ को समझ ही नहीं पाया । यदि […]
ठंड से बचने के कुछ घरेलू उपाय
राजीव दीक्षितठंड से राहत दिलाने वाले आसान घरेलू उपाय ठण्ड का कहर बढ़ता जा रहा है। आए दिन तापमान में गिरावट के नए रिकॉर्ड बनते जा रहे हैं । ऐसे में ठंड की मार से बचने के लिए क्या किया जाए यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। आइए जानते हैं कुछघरेलू उपाय जिनके […]
आज हम लोकतांत्रिक पूंजीवाद की शोषणात्मक व्यवस्था में रह रहे हैं। स्वतंत्रता के पश्चात इस व्यवस्था में एक ऐसा शोषक वर्ग बड़ी तेजी से उभरा है जिसने पूरी अर्थव्यवस्था पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है। पहले भारी उद्योग स्थापित करके लोगों को बेरोजगार किया गया और अब मशीनी युग में और भी अधिक तेजी […]
बिखरे मोती-भाग 36
रैन काट पक्षी उड़े, सूना रह जाए नीडभिखारी शत्रु लोभी का,मूरख का गुणगान।चोरों का शत्रु चंद्रमा,कुल्टा का पति जान ।। 508।। बुद्घिहीन को ज्ञान दे,वृथा ज्ञान को खोय।बांस बसे चंदन निकट,खुशबू न वैसी होय।। 509।। बुद्घिहीन को व्यर्थ है,चारों वेदों का सार।जैसे अंधे को आइना,लगता है बेकार ।। 510।। गुदा न कभी मुख हो सके,चाहे […]
आज का चिंतन-30/01/2014
कुर्सियों में ही धँसे न रहें थोड़ा हिलना-डुलना भी करें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आजकल इंसानों की दो तरह की प्रजातियां हमारे सामने हैं। एक वे हैं जो दिन-रात परिश्रम करते हैं, अपने शरीर से काम लेते हैं और मौज-मस्ती के साथ जीते हैं। दूसरी किस्म में वे लोग आते हैं जो दिमाग ज्यादा चलाते […]
शिक्षा और तकनीक को आज सबसे जरूरी चीज मानने वाले शायद इस खबर पर थोड़ी त्योरी चढ़ाएं लेकिन रामायण और महाभारत भी अब युवाओं की जरूरत और संभावनाएं बनेंगे। धार्मिक इतिहास को धर्मग्रंथों में होने और दादी-नानी की कहानियों, साधु-महात्माओं के प्रवचनों में सुनने के अलावा अब खासकर युवा इसमें अपना भविष्य बनाएंगे..और यह सब […]
अधिकार एवं कत्र्तव्य
1. न्याय संबंधी-राज्य सूची के विषय से संबंधित वह अपराधियों की सजा को माफ कर सकता है।2. वित्त संबंधी-प्रत्येक धन विधेयक पर राज्यपाल की स्वीकृति आवश्यक होती है।3. व्यवस्थापिका संबंधी-इसे विधानमंडल की बैठक बुलाने, स्थगित करने तथा भंग करने का अधिकार है। वह विधान परिषद के कुछ सदस्यों को भी मनोनीत करता है।4.कार्यपालिका संबंधी-यह मुख्यमंत्री […]