लोग कहते हैं कि ये विज्ञान का युग है। इसमें बच्चे समय से पहले बड़े हो रहे हैं। लेकिन ऐसा भी नही है, हमारा मानना है कि ये संक्रमण का युग है और इसमें पुरानी मान्यताएं बदल रही हैं और नई जन्म ले रही हैं।बीता हुआ कल बीत गया, पर उसमें मेरे टोकने वाले, रोकने […]
Month: November 2013
कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह इस समय ‘अपेक्षाकृत शांत’ दीख रहे हैं। पूरा देश पांच राज्यों के चुनावों को जब 2014 के लोकसभा चुनावों का पूर्वाभ्यास मान रहा है और इन चुनावों में अपेक्षा से अधिक रूचि दिखा रहा है तब दिग्विजय सिंह का शांत रहना कई प्रश्न खड़े करता है।दिग्विजय सिंह कांग्रेस के बड़बोले […]
आज का चिंतन-30/11/2013
बहुत कुछ कहता है ये सन्नाटा हमारे लिए – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com इतने दिनों के शोरगुल और आवाजाही के दौर-दर-दौर चलने के बाद इस समय ऊपर से सब तरफ लग रहा है कि कितना सन्नाटा पसरा हुआ है हर कहीं। सन्नाटे के पीछे छिपी आवाजों पर चर्चा को छोड़ कर हम इस गहन […]
बदहवास लोग और खोखले दरख्त
महर्षि दयानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा है कि रेगिस्तान में अरण्ड का पौधा भी बड़ा पेड़ दिखाई देता है। यही स्थिति समाज और राष्ट्र के लिए उस समय बन जाया करती है जब वास्तव में राष्ट्र में बड़े नेता ना हों और छोटे छोटे दीपक स्वयं को सूर्य समझने लगें या समझाने का प्रयास […]
हिमालय के दक्षिण में एक विस्तृत समतल मैदान है जो लगभग सारे उत्तर भारत में फैला हुआ है। यह गंगा, ब्रह्मपुत्र तथा सिंधु और उनकी सहायक नदियों द्वारा बना है। यह मैदान गंगा सिंधु के मैदान के नाम से जाना जाता है। इसका अधिकतर भाग गंगा, नदी के क्षेत्र में पड़ता है। सिंधु और उसकी […]
आज का चिंतन-29/11/2013
हर प्रतिस्पर्धा स्वस्थ हो, हर प्रतिस्पर्धी मस्त हो – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 व्यक्ति की जिन्दगी से लेकर परिवेशीय और सम सामयिक परिस्थितियों के बीच अपने आप को श्रेष्ठ साबित करने और समाज के लिए जीने-मरने की भावनाएँ आदि काल से रही हैं और आगे भी बनी रहेंगी। व्यक्तिगत महत्त्वाकांक्षाओं और उच्चाकांक्षाओं का यह खेल […]
डा0 कुलदीप चन्द अग्निहोत्रीअरविन्द केजरीवाल का किस्सा अब धीरे धीरे खुलता जा रहा है । वे पिछले कुछ अरसे से दिल्ली में भ्रष्टाचार से लड़ने की अपनी इच्छा ज़ाहिर करते रहे । यह इच्छा और इसका प्रदर्शन उन्होंने अन्ना हज़ारे के कुनबा में रह कर ज़ाहिर किया था । अन्ना के कारण कुनबे की इज़्ज़त […]
पंचगव्य और हमारा स्वास्थ्य
राकेश कुमार आर्यपंचगव्य हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक है। कैंसर जैसे भयंकर रोग को पंचगव्य का नियमित सेवन करने से रोकने में पूर्ण सफलता मिलती है। जबकि कैंसर के रोगी को तुलसी के 30-40 पत्तों को चटनी की भांति पीसकर गोदधि के मट्ठे में मिलाकर प्रात: सायं सेवन कराने से लाभ होता है। रोगी […]
आज का चिंतन-28/11/2013
जिन्दगी को अभिशप्त कर देती हैं फालतू की चर्चाएँ और भविष्यवाणियाँ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com चुनाव के वर्तमान मौसम में आजकल अधिकांश लोगों के पास टाईमपास करने का एकमात्र और सहज-सुलभ स्वादिष्ट जरिया बना हुआ है चर्चाओं का दौर। इन चर्चाओं से न किसी का भला हुआ है, न होने वाला है। लेकिन […]
बिखरे मोती-भाग 28
कदम कदम पर भीड़ है,पर सत्पुरूष कोई कहायकरै बड़ाई सामने, पीछे बिगाड़े काम।मित्र नही छिपा शत्रु,दूर से करो सलाम ।। 424।। मित्र को भी भूलकर,कभी मत बतलावै राज।सारे भेद प्रकट करै,जन हो जाए नाराज ।। 425।। मनन किये को गुप्त रख,मत करना इजहार।मखौल उड़ावें लोग सब,गर हो न सके साकार।। 426।। धरती पर वन बहुत […]