आर्यभट्ट-भारत, अप्रैल 1975 में अंतरिक्ष युग में प्रविष्ट हुआ। 19 अप्रैल, 1975 को सोवियत संघ के रॉकेट छोड़ने के एक केन्द्र से भारत ने पहला उपग्रह आर्यभट्ट अंतरिक्ष में भेजा। इस उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर भारत अंतरिक्ष में उपग्रह भेजने वाला 11वां बन गया। आर्यभट्ट का निर्माण भारतीय इंजीनियरों ने किया था। भास्कर-1 भारत […]
Month: October 2013
आज का चिंतन-16/10/2013
वैचारिक धरातल ही है जीवन निर्माण का मूलाधार – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com मनुष्य का चरित्र और व्यवहार न सिर्फ मस्तिष्क और मन को प्रभावित करता है बल्कि जैसी हमारी मानसिकता होती है उसी के अनुरूप शरीर आकार पा लेता है अथवा जैसा आकार होता है उसके अनुरूप मन-मस्तिष्क की धाराएँ बहने लगती हैं। […]
मुकेश चंद्र मिश्र हजारों साल पहले भारत माता को एक करने के लिये आचार्य चाणक्य ने साम दाम दंड भेद के जो तरीके अपनाये थे वही तरीका आज हमारा पडोसी देश पाकिस्तान हमारे देश को बर्बाद करने के लिये अपनाये हुये है जिसमे उसका साथ दुनिया के ज्यादातर मुस्लिम और लगभग सारे इस्लामी मुल्क दे […]
खगोलीय पिंड और हमारा जीवन
सुरेन्द्र प्रसाद राय खगोलीय पिंडों, जैसे सूर्य, चंद्रमा, ग्रहों आदि के महत्व को ध्यान में रखते हुए इनकी पूजा सदियों से प्रचलित है। सूर्य को हम अर्घ्य देते हैं जिसका लाभ आगे स्पष्ट किया गया है। इनके योगदानों पर प्रकाश डालने से पूर्व हम विभिन्न खगोलीय पिंडों पर दृष्टिपात करेंगे। असीम ब्रह्मांड में 3000 मंदाकिनियां […]
हिंदू राजनीति विषय से आशय हिंदू तंत्र अथवा हिंदू राज्य शास्त्र (Hindu Polity-Hindu Politics) से है। यह विषय अति व्यापक एवं दुरूह है। इस विषय के बहुत से प्राचीन ग्रंथ काल के प्रवाह में विलुप्त कर दिये गये हैं। विदेशी आक्रामकों द्वारा अनेक विशाल पुस्तकालय जलाकर राख कर दिये गये। जो दुर्लभ ग्रंथ किसी प्रकार शेष […]
बिखरे मोती-भाग 22
किंतु साधु के संग में, कर देवों सा व्यवहार मन्यु पीने से अभिप्राय है-क्रोध को पीना, क्रोध का शमन करना, शांति और क्षमा भाव को प्राप्त होना। यदि कोई व्यक्ति क्रोध के वशीभूत रहता है तो उसका शरीर मानसिक और शारीरिक रोगों का घर बन जाता है। धनिक होय रोगी रहै,वो नर मरे समान।धन से […]
फोटो 12 oct 2013
12 oct 2013 हिन्दू महासभा कार्यालय में नए पदाधिकारी पदमराम संगतराम जांगिड़,श्री भंवरलाल जांगिड़,भाई चंद्र्भान जी व श्री राजेंद्र सिंह जांगिड़ का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष,बाबा नन्द किशोर मिश्रा जी के साथ मिलकर स्वागत करते हुए। अमन आर्य
आज का चिंतन-15/10/2013
हर तरफ मौजूद हैं चूहाछाप आदमी – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com संसार खूब सारी विचित्रताओं का ही दूसरा नाम है। कहीं यह रंगीन दिखता है, कहीं विषादों और दुःखों का सागर। कहीं अजायबघर नज़र आता है तो कहीं कुछ और। अनेकताओं का पर्याय यह संसार अपने भीतर जीवन के सारे रंगों और रसों को समाये […]
आज का चिंतन-14/10/2013
राम की भी जय-जय रावण की भी जय-जय – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com अभी कल ही हमने रावण को मारने का कितना जोरदार अभिनय किया। रावण का पुतला भी जलाया, रावण परिवार का भी, लंका को भी जला डाला और बुराइयों पर अच्छाइयों की विजय के गगनभेदी उद्घोष करके वैसे ही लौट आये जैसे […]
भारतीय इतिहास को अत्यंत दुर्बल और कायर हिंदू जाति का इतिहास सिद्घ करने के लिए तथा यहां 1235 वर्ष तक चले स्वतंत्रता संघर्ष को उपेक्षित करने के लिए हमें भारतीय शासकों के विश्व विजयी अभियानों से अथवा उत्सवों से परिचित नही कराया जाता है। देश की महानता के मापदण्ड जब आप किसी जाति के इतिहास […]