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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

‘काश! इतिहास हमारे अवगुणों में भी ‘इतिहास’ खोजता’

मनुष्य के वैभव काल में उसके ‘सदगुण’ उसकी ढाल बनते हैं, जो हर प्रकार की आपदा से उसकी रक्षा करते हैं। परंतु पराभव काल में वही सदगुण उस व्यक्ति की विकृति  बन जाते हैं। स्वातंत्रय वीर सावरकर ने ‘सद्गुण विकृति’ की इस रहस्यमयी पहेली को भारतीय इतिहास के संदर्भ में बड़ी सावधानी और विवेकशीलता से स्पष्ट किया है। दीये की आवश्यकता […]

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महत्वपूर्ण लेख

विनय-नम्रता-सुशीलता

एक संवाद महाभारत के शांतिपर्व में सागर और सरिताओं का एक सुंदर संवाद वर्णित है। समुद्र ने नदियों से पूछा-तुम लोग बड़े बड़े वृक्षों को तो प्रतिदिन बहाकर लाती हो, परंतु अपने तट पर उत्पन्न होने वाले बेंत को कभी नही लातीं, इसका क्या रहस्य है? जान पड़ता है, तुम लोग या तो उसे तुच्छ […]

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बिखरे मोती

बिखरे मोती-भाग 23

स्व-पर-हित का आचरण, इस सृष्टि का मूल ‘निशिदिन पीवै भंग’ से अभिप्राय, सभी प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन करने से है।पाखण्डी से अभिप्राय, दिखावटी भक्ति करने वाले से है। गुरू बालक विद्वान हो,बन जावै खूंखार।इनका वध करना भला,मत नही करो विचार ।। 364।। खूंखार से अभिप्राय, आततायी से है।अर्थ बांधता मित्र को,अर्थ को बांधे […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आज का चिंतन-24/10/2013

दुःखों को आदर सहित स्वीकारें वरना आते रहेंगे बार-बार – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर इंसान की जिन्दगी में एक निश्चित अनुपात में सुख और दुःख के आते-जाते रहने का क्रम निरन्तर बना रहता है। यह सुख या दुःख आने का समय व क्रम निर्धारित हो सकता है अथवा इनके रहने और खत्म हो जाने […]

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राजनीति

हमारे जुझारू, देशभक्त और मशहूर क्रांतिकारी-चिदंबरम पिल्ले

जब बंगाल में स्वदेशी आंदोलन चला उस समय दक्षिण भारत में भी स्वदेशी आंदोलन निकला और बंगाल में बंग भंग होने से उसके साथ वह जुड़ गया।दक्षिण भारत की समस्या यह थी कि वहां एक कंपनी थी जो समुद्री तट की सारी जहाजरानी पर अपना कब्जा किये थी। इस कंपनी का नाम ब्रिटिश इंडिया नेवीगेशन […]

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महत्वपूर्ण लेख

कैसे करें गायत्री साधना

वेद प्रकाश शास्त्री वैदिक संस्कृति में गायत्री महामंत्र एवं साधना का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इसलिए संत, महात्मा, ऋषि मुनि और विद्वानों ने इस मंत्र का यथामति विस्तृत और गहन चिंतन, मनन एवं विवेचन किया है। परंतु यहां हमारे द्वारा सर्वसाधारण व्यक्ति के स्तर और समय को ध्यान में रखकर साधना के तीन रूप उपस्थित […]

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राजनीति

इसे हिन्दू आतंकवाद कहें या सरकारी साजिश?

डॉ कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री देश में हिन्दू आतंकवाद को स्थापित करने की असफल कोशिशों के बीच भवेश पटेल की चिट्टा सरकार का सारा चिट्टा खोल देती है जो उन्होंने हाल में ही राष्ट्रीय जांच अभिकरण (एनआईए) के विशेष न्यायालय को लिखी है। अपनी चिट्टा में भवेश पटेल ने कहा है कि सोनिया कांग्रेस के सिपाहसलारों […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आज का चिंतन (21/10/2013)

ज्यादा शोर करते हैं  खाली डिब्बे – डॉ.दीपक आचार्य    9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो जितना भारी होता है उसका जीवन शोरगुल से दूर होता है। इसके ठीक विपरीत जो जितना हल्का होता है वह अस्थिर होने के साथ ही ज्यादा शोर करता है। बात किसी वस्तु की हो या आदमी की, दोनों में यह सिद्धान्त बराबर […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत के बढ़ते कदम….-2

रोहिणी आर.एस.डी.-2 भारतीय वैज्ञानिकों ने पूरी तरह भारत में निर्मित उपग्रह प्रक्षेपण वाहन एसएलवी-3 के द्वारा रोहिणी उपग्रह आरएसडी-2 को 31 मई 1981 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया और यह कक्षा में स्थापित हो गया, किंतु तकनीकी खराबियों के कारण 9 जून 1981 को जलकर नष्टï हो गया। इसका वजन 38 किलोग्राम था।एप्पल-भारतीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी […]

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भारतीय संस्कृति

खगोलीय पिंड और हमारा जीवन-2

सुरेन्द्र प्रसाद राय गतांक से आगे…. इस तरह प्रात: होते ही यह वातावरण में विद्यमान रात्रि के प्रदूषण एवं विषाणुओं को नष्ट कर  वातावरण को शुद्घ करता है। यही कारण है कि मकान का मुख्य द्वार पूरब की ओर रखना अच्छा माना जाता है ताकि प्रात: होते ही पर्याप्त मात्रा में पराबैंगनी विकिरण घर में […]

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