भारतीय प्रतिरक्षाभारतीय सशस्त्र सेनाएं निम्नलिखित तीन भागों में विभाजित है-1. थल सेना-इसका प्रधान चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ कहलाता है। यह जनरल के रैंक का होता है। थल सेना को छह कमाण्डस में विभाजित किया गया है। प्रत्येक कमाण्ड का ऑफीसर कमांडिंग लैफ्टीनेंट जनरल के स्तर का होता है। प्रत्येक कमाण्ड अनेक क्षेत्रों व उपक्षेत्रों […]
Month: August 2013
आज का चिंतन-05/08/2013
उपेक्षा न करें मनोरोगियों की सहानुभूति और संबल दें – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comहमारे आस-पास और अपने क्षेत्र में मनोरोगियों का बोलबाला अर्से से रहा है और रहेगा। हम इन मनोरोगियों को देखकर या इनकी हरकतों को देख-सुन कर अपनी राह ले लेते हैं। इनके बारे में ख्याल रखने की हमें फुर्सत तक नहीं हुआ करती। […]
प्रेयसी मिश्रा(1)भारतीय वैदिक परंपरा खासतौर पर हिंदू समाज में शादी के बाद महिलाओं को मांग में सिंदूर भरना आवश्यक हो जाता है। आधुनिक दौर में अब सिंदूर की जगह कुंकु और अन्य चीजों ने ले ली है। सवाल यह उठता है कि आखिर सिंदूर ही क्यों लगाया जाता है। दरअसल इसके पीछे एक बड़ा वैज्ञानिक […]
पुलिस थाने के समान सरकारी संगठन
मनीराम शर्माप्राय: अखबारों की सुख़िर्यों में ख़बरें रहती हैं कि अमुक अपराध में पुलिस ने एफ़ आई आर नहीं लिखी और अपराधियों को बचाया है। पुलिस का कहना होता है कि लोग व्यक्तिगत रंजिशवश झूठी एफ़ आई आर लिखवाते हैं और इससे उनके इलाके में अपराध के आंकड़े अनावश्यक ही बढ़ जाते हैं जिससे उनकी […]
बिखरे मोती-भाग 12
विपदा में वफादार हो, कभी न छोडै़ हाथ राजा की निंदा करै,अनृत करै व्यवहार।बड़ों से बोलै झूठ जो,पतन के हैं आसार ।। 204।। अपनी करै बड़ाई जो,और असूया दोष।दम्भ बढ़ावै धन घटै,और जगावै रोष।। 205।। असूया-दूसरों के गुणों में भी दोष देखना जड़ता और प्रमाद हो,मन हो चलायमान।लालची और वाचाल हो,विद्या से वंचित जान ।। […]
आज का चिंतन-04/08/2013
ग्रह-नक्षत्रों को प्रभावित करता है साथियों का संग – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comव्यक्ति की जिन्दगी में जो कुछ होता है उसका सीधा और गहरा प्रभाव चरित्र और कर्मयोग पर पड़ता है। परिवेशीय घटनाओं-दुर्घटनाओं से लेकर घर-परिवार के संस्कारों, रीति-रिवाज, रहन-सहन और कुटुम्बियों से लेकर मित्रों, परिचितों और उन सभी का प्रभाव हम पर पड़ता है जिनके […]
लुटेरों को राज्यसिंहासन और वास्तविक उत्तराधिकारियों को वनवास दिलाना भारतीय प्रचलित इतिहास का सबसे घातक छल प्रपंच है। जिन इतिहास लेखकों ने इस राष्ट्र अपघात को करने में किसी भी प्रकार से सहयोग दिया है वे सभी ‘मंथरा’ की भूमिका में हैं। महमूद गजनवी का लुटेरा व्यक्तित्व भी भारत के लिए ऐसा ही है, जिसे यहां […]
उत्तर प्रदेश में भाजपा की चुनौतियां
अरविंद जयतिलकगोवा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार की कमान सौंपने और उनके सेनापति अमित शाह को यूपी का प्रभारी नियुक्त करने के बाद भाजपा आश्वस्त है कि यूपी में उसका जादू चल जाएगा। कमल खिल उठेगा और और वह सत्ता का भोग लगाने में कामयाब होगी। शायद उसके आत्मविश्वास का आधार […]
एक ही थैली के चट्टे बट्टे
जब हम किन्हीं दो या दो से अधिक लोगों के विषय में ये कहते हैं कि वे तो दोनों या वे सब एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं, तो सामान्यत: इसका अर्थ कुछ इस प्रकार लेते हैं, जैसे वे एक ही थैली के बट्टे (तोल में काम आने वाले बाट आदि) है। इस बट्टे के साथ चट्टे केवल तुकांत के […]
आज का चिंतन-03/08/2013
कृपा चाहें तो सिर्फ ईश्वर कीइंसान क्या दे सकता है? डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.comमनुष्य ईश्वर का अंश है और उसे जो कुछ प्राप्त करना है उसके लिए कर्मयोग में रमते हुए सब कुछ ईश्वर से ही पाने की कामना रखनी चाहिए। अपने काम-धंधो और तमाम प्रकार की सांसारिक प्रवृत्तियों में जुटे रहते हुए भी […]