15 अगस्त 1947 ईं को जो स्वतंत्रता हमें मिली थी, वह लंगड़ी-लूली स्वतंत्रता थी, क्योंकि विभाजित भारत में मिला-अखण्ड भारत तो अंग्रेजी साम्राज्यवाद की कुचालों के भूचाल में और सियासत की शतरंजी चालों के सागर में कहीं विलीन हो गया था।कोई दुष्ट दुष्टता करके कहीं छिप नही गया था। फिर भी शतरंज बिछी रह गयी। […]
महीना: मई 2013
चीन की सेना पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में दस किलोमीटर भारतीय सीमा के अन्दर घुस आई और उसने वहाँ तम्बू लगा कर अपनी एक चौकी स्थापित कर ली । इस क्षेत्र में उसने अक्साई चिन क्षेत्र पर 1950 के आस पास ही क़ब्ज़ा कर लिया था , लेकिन तब […]
हाल ही में आई खबर कि भारत में रबर और टायर की अग्रणी कंपनियों में से एक अपोलो टायर लिमिटेड, यूएस की बड़ी कंपनी कूपर टायर और रबर को. के साथ एक बड़ा करार कर सकती है; इस पर लगभग बात बनती दिखाई दे रही है। हमारे सूत्रों के मुताबिक, अपोलो टायर लि. के प्रबंध निदेशक ओंकार कंवर और उनके […]
प्रमोद भार्गवकोयला खदानों के आवंटन में हुए घोटाले में सरकार घिरती नजर आ रही है। इस घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा शीर्ष न्यायालय में पेश की जाने वाली रिपोर्ट के परिप्रेक्ष्य में कानून मंत्री अश्विनी कुमार व सीबीआई के प्रमुख अधिकारियों के बीच हुई बैठक मनमोहन सिंह सरकार के लिए संकट का […]
जयदीप शेखरनई दिल्ली। कहावत है कि विपत्ति कभी अकेले नहीं आती। आज जबकि भारत घरेलू मोर्चों पर बुरी तरह उलझा हुआ है- स्थिति करीब-करीब अराजक-विस्फोटक है, चीन ने लद्दाख में घुसपैठ करके तथा पीछे हटने से मना करके एक नया सिर दर्द पैदा कर दिया है। जाहिर है कि भारत उन्हें धकेल कर पीछे नहीं […]
जिस प्रकार भौतिकवाद सभ्यता का उद्गम स्रोत होता है उसी प्रकार अध्यात्मवाद संस्कृति का उदगम स्रोत होता है। जिस समाज अथवा राष्ट्र में नैतिकता अथवा उच्च संस्कारों का अभाव होता है और अनैतिकता एवम तुच्छ संस्कारों का बोल बाला होता है, वहां संस्कृति नही होती वहां या तो पाशविकता होती है अथवा फिर जंगली राज्य। […]
मंगल का वायुमंडल काफी छितरा हुआ और बहुत ठंडा है मंगल ग्रह पर जाना चाहते हैं? अगर आपकी इसमें दिलचस्पी है तो तैयार हो जाइए क्योंकि हालैंड की एक कंपनी मार्स वन जल्दी ही इसके लिए आवेदन मंगा रही है। लेकिन इसमें एक पेंच हैं। कंपनी का कहना है कि ये एकतरफा यात्रा है। यानि […]
उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम ने अमरीका और दक्षिणी कोरिया सहित पश्चिमी देशों के साथ उसके रिश्ते को बार बार टूटने के कगार पर ला खड़ा किया है। मौजूदा तनाव से पहले साल 1994 में अमरीकी राष्ट्रपति क्लिंटन के शासनकाल में अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच युद्ध लगभग तय था। उत्तर कोरिया अपने परमाणु […]
शांता कुमारगतांक से आगे…..सांडर्स की लाश रक्त से लथपथ सड़क पर पड़ी हुई अंग्रेजी साम्राज्य का उपहास कर रही थी। अब आजाद ने अपने स्थान से चेतावनी दी-चलो भगतसिंह और राजगुरू आगे बढ़े और पीछे से मार्ग सुरक्षित करने के लिए आजाद खड़े हो गये। इतने में हेड कांस्टेबल चंदन सिंह गालियां देता हुआ अपने […]
विकास कुलकर्णीघटना 18 मार्च की है एक मुख्यमंत्री अपने राज्य की राजधानी से विमान से दिल्ली आ रहे थे। लेकिन आश्चर्य यह किए उनके साथ कोई नौकर.चाकर नहीं थे सुरक्षा गार्ड भी नहीं थे कोई चपरासी भी नहीं दिखा वे स्वयं ही अपना सामान संभाल रहे थे। विमान में उनका टिकट सादा इकॉनॉमी क्लास में […]