मेरा परिवार बड़ा ही विचित्र है।मेरी मां दौलत और समय बाप है।। तो भी हम सभी हम बड़ा ही मेल मिलाप है।यही नही महंगाई मेरी बहिन।।और भाई है भ्रष्टाचार, ऐसा है मेरा परिवार।तो भी मैं गरीब हूं क्योंकि।। मेरी मां मर चुकी है, मेरा बाप खराब है।मेरी बहिन तेज मिजाज है।। और मेरा भाई मुझसे […]
Month: December 2012
मैं गरीब हूं
मेरा परिवार बड़ा ही विचित्र है।मेरी मां दौलत और समय बाप है।। तो भी हम सभी हम बड़ा ही मेल मिलाप है।यही नही महंगाई मेरी बहिन।।और भाई है भ्रष्टाचार, ऐसा है मेरा परिवार।तो भी मैं गरीब हूं क्योंकि।। मेरी मां मर चुकी है, मेरा बाप खराब है।मेरी बहिन तेज मिजाज है।। और मेरा भाई मुझसे […]
कानून की कठोरता बनाम निर्ममता सामान्यत: कानून की कठोरता और निर्ममता को एक ही माना जाता है। लेकिन यह भी आजकल के कथित बुद्घिजीवियों की कोरी कल्पना ही है। कठोरता और निर्ममता में भारी अंतर है। कानून कठोर तो होना चाहिए, परंतु निर्मम नही। हमारे देश में ही नही अपितु विश्व में भी कुछ बातों […]
कानून की कठोरता बनाम निर्ममता सामान्यत: कानून की कठोरता और निर्ममता को एक ही माना जाता है। लेकिन यह भी आजकल के कथित बुद्घिजीवियों की कोरी कल्पना ही है। कठोरता और निर्ममता में भारी अंतर है। कानून कठोर तो होना चाहिए, परंतु निर्मम नही। हमारे देश में ही नही अपितु विश्व में भी कुछ बातों […]
सामान्य ज्ञान
-भारत सरकार : सत्यमेव जयते-लोकसभा : धर्मचक्र प्रवर्तनाय-सर्वोच्च न्यायालय : यतो धर्मस्तते जय:-आकाशवाणी : बहुजनहिताय-दूरदर्शन : सत्यं शिवम सुंदरम-थल सेना : सेवा अस्माकं धर्म:-वायु सेना : नभ: स्पर्श दीप्तम-नौ सेना : शं नो वरूण:-भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी : हव्याभिभर्ग सवितुर्वरेयण्यम-भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी मसूरी : योग: कर्मसु कौशलम-राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद : विद्याअमृतमश्नुते-प्रशिक्षण […]
सामान्य ज्ञान
-भारत सरकार : सत्यमेव जयते-लोकसभा : धर्मचक्र प्रवर्तनाय-सर्वोच्च न्यायालय : यतो धर्मस्तते जय:-आकाशवाणी : बहुजनहिताय-दूरदर्शन : सत्यं शिवम सुंदरम-थल सेना : सेवा अस्माकं धर्म:-वायु सेना : नभ: स्पर्श दीप्तम-नौ सेना : शं नो वरूण:-भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी : हव्याभिभर्ग सवितुर्वरेयण्यम-भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी मसूरी : योग: कर्मसु कौशलम-राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद : विद्याअमृतमश्नुते-प्रशिक्षण […]
शांता कुमार1897 का वर्ष पूना निवासियों के लिए एक भयानक आपत्ति लेकर उपस्थित हुआ। उस वर्ष सारे नगर में प्लेग का रोग फैल गया। लोग घबरा उठे। यह रोग बंबई से होकर आया था। रोकथाम के प्रयत्न होने लगे। सारा शासन भविष्य की भयानकता का विचार करके चौकन्ना हो गया। चार फरवरी के कौंसिल ने […]
शांता कुमार1897 का वर्ष पूना निवासियों के लिए एक भयानक आपत्ति लेकर उपस्थित हुआ। उस वर्ष सारे नगर में प्लेग का रोग फैल गया। लोग घबरा उठे। यह रोग बंबई से होकर आया था। रोकथाम के प्रयत्न होने लगे। सारा शासन भविष्य की भयानकता का विचार करके चौकन्ना हो गया। चार फरवरी के कौंसिल ने […]
देशभक्त हुतात्मा स्वामी श्रद्घानंद
स्वामी श्रद्धानंद के समय धर्मांधता और पुराणपंथी विचारधारा बहुत जोरों पर थी। एक सच्चे आर्य समाजी के रूप में उन्होंने अपने विचारों को सबसे पहले अपने घर, परिवार और अपने जीवन में पूरी तरह अपना लिया। उन्होंने समाज में एक आदर्श प्रस्तुत कर अपने परिवार में अंतिम संस्कार, विवाह आदि जाति-पांति के बंधन तोड़कर वैदिक […]
देशभक्त हुतात्मा स्वामी श्रद्घानंद
स्वामी श्रद्धानंद के समय धर्मांधता और पुराणपंथी विचारधारा बहुत जोरों पर थी। एक सच्चे आर्य समाजी के रूप में उन्होंने अपने विचारों को सबसे पहले अपने घर, परिवार और अपने जीवन में पूरी तरह अपना लिया। उन्होंने समाज में एक आदर्श प्रस्तुत कर अपने परिवार में अंतिम संस्कार, विवाह आदि जाति-पांति के बंधन तोड़कर वैदिक […]