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राजनीति

आफ्टर आल, हम देश के दामाद हैं

आर. डी. वाजपेयीलखनऊ। अभी मैं इस तथ्य से अनभिज्ञ हूँ कि जो कुछ कहूंगा उसे हमारे पाठक हजम कर लेंगे। फि र सोचता हूं कि हमारे देश की जनता का हाजमा इतना अच्छा है कि सब कुछ हजम हो जाता है। उनका हाजमा कंकड़ पत्थर हजम करने वाला है। तभी तो हमारे यहां सड़े सड़े […]

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राजनीति

गुजरात चुनाव: कांग्रेस और भाजपा की अग्नि-परीक्षा

प्रमोद भार्गवनवंबर-दिसंबर में होने जा रहे गुजरात व हिमाचल के विधानसभा चुनाव कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण हैं, जाहिर है कांग्रेस और भाजपा को तो अग्नि-परीक्षा से गुजरना होगा ही, नरेन्द्र मोदी की भी इस चुनाव में अग्निपरीक्षा होगी। यदि वे इस अग्निपरीक्षा की भट्टी से सोने की तरह तपकर सौ कैरेट खरे निकलते हैं तो […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

तर्कसंगत है सपा नेता मुलायम सिंह यादव का महिलाओं के लिए आरक्षण में आरक्षण

राकेश कुमार आर्यमहिला आरक्षण विधेयक को लाकर यथाशीघ्र उसे संसद से पारित करा लेना कांग्रेस नीत यूपीए की सरकार का प्रथम लक्ष्य बनता दीख रहा है। मुलायम सिंह यादव और शरद यादव जैसे लोग इस महिला विधेयक से मतभेद रखते हैं। उनका मानना है कि इस विधेयक का वर्तमान प्रारूप ही गलत है। इसमें दलित […]

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विशेष संपादकीय

अखिलेश जी! अपने वायदों पर नही, जनता के फायदों पर चलो

उत्तर प्रदेश की कमान संभाले हुए अखिलेश यादव को अब सात माह से अधिक का समय हो गया है। वह एक युवा हैं और युवा होने के नाते प्रदेश की जनता को विशेष अपेक्षाएं उनसे हैं। युवा बीते हुए कल से कम बंधा होता है, वह आने वाले कल के सुनहरे सपने बुनता है इसलिए […]

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भारतीय संस्कृति

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 39 गैंडों का शिकार

प्रमोद भार्गवविश्वविख्यात काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के एक सींग वाले गैंडों पर बंगलादेश से आए अवैध घुसपैठिए कहर ढा रहे हैं। यहां पिछले 10 महीने के भीतर 39 गैंडों को मार गिराने की घटनाएं सामने आई हैं। जाहिर है इस दुर्लभ वन्य प्राणी पर पहले से कहीं ज्यादा संकट के बादल गहरा गए हैं। उद्यानों के […]

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संपादकीय

सारी राजनीतिक और सामाजिक विसंगतियां कांग्रेस की देन हैं

यह केवल भारत के राजनीतिज्ञों का राजनीतिक चिंतन हो सकता है कि इस देश में गरीबी भी जाति देखकर आती है, इसलिए यहां जातिगत आरक्षण दिया जाता है। इसीलिए भारत में एक गरीब केवल एक व्यक्ति नही होता है अपितु वह एक जाति विशेष का व्यक्ति होता है। कानून उससे जाति नही पूछता लेकिन भारत […]

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महत्वपूर्ण लेख

हिंदी भाषा का भारत के उच्चतम न्यायालय में प्रयोग

संविधान के रक्षक उच्चतम न्यायालय द्वारा राष्ट्र भाषा में कार्य करना अपने आप में गौरव का विषय है। राजभाषा पर संसदीय समिति ने दिनांक 28.11.1958 को संस्तुति की थी कि उच्चतम न्यायालय में कार्यवाहियों की भाषा हिंदी होनी चाहिए। उक्त संस्तुति को पर्याप्त समय व्यतीत हो गया है किन्तु इस दिशा में आगे कोई सार्थक […]

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महत्वपूर्ण लेख

मीनाक्षी लेखी:भाजपा की एक अच्छी प्रवक्ता

मीनाक्षी लेखी आकर्षक व्यक्तित्व की तेज तर्रार और मेधावी प्रवक्ता, अपने अकाट्य तर्कों से मिडिया में मोदी की ताकत बनती एक शालीन नारी शक्ति.मीनाक्षी लेखी आकर्षक व्यक्तित्व की तेज तर्रार और मेधावी प्रवक्ता, अपने अकाट्य तर्कों से मिडिया में मोदी की ताकत बनती एक शालीन नारी शक्ति।मीनाक्षी लेखी आकर्षक व्यक्तित्व की तेज तर्रार और मेधावी […]

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महत्वपूर्ण लेख

जे.पी. बनाम अमिताभ

संजय कुमारमीडिया के लिए आज विचार और सिद्वांत कोई मायने नहीं रखते, बल्कि बाजार और सेलिब्रेटिज मायने रखते हैं। इसे चरितार्थ बिहार की मीडिया ने किया। 11 अक्टूबर लोकनायक जयप्रकाष नारायण की जयंती है और वहीं फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन का जन्म दिन भी। बिहार से प्रकाशित 11 अक्टूबर के समाचार-पत्रों में देश की राजनीति […]

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बिखरे मोती

आईए चलें: चित्त की पवित्रता और परलोक के आलोक में

गतांक…..से आगेठीक इसी प्रकार व्यष्टि चित्त में पड़ा कोई प्रबल शुभ संस्कार अनुकूल वातावरण पाकर जब भोगोन्मुख होता है तो वह समष्टि चित्त से सजातीय संस्कारों को खींचता है जिनसे उसे विशेष ऊर्जा मिलती है। घोर गरीबी, विघ्न बाधाओं के बावजूद भी वह व्यक्ति ऐसे सबके आकर्षण और प्रेरणा का केन्द्र बनता है जैसे कूड़े, […]

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