सिद्धार्थ शंकर गौतम18 सितम्बर की शाम जैसे ही यह खबर राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खी बनी कि ममता अपने तमाम मंत्रियों के साथ संप्रग सरकार 2 से समर्थन वापस लेंगी, केंद्र की राजनीति में उन्हें मनाने से लेकर अन्य जोड़-तोड़ के समीकरणों पर माथापच्ची होने लगी। इसी तारतम्य में बुधवार 19 सितम्बर को कांग्रेस कोर कमेटी […]
Month: September 2012
19 जुलाई से पूर्वोत्तर के असम प्रांत में जारी हिंसा को लेकर पूरा देश चिंतित है। इस हिंसा को लेकर जहां देश के तमाम राजनीतिक दल तरह-तरह के तर्क प्रस्तुत कर रहे हैं वहीं गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा भी अनेक प्रकार की बातें कही जा रही हैं। आखिर इस हिंसा का कारण क्या है? क्या […]
नेताओं के रंग
नेताओं के रंग निराले। कुरसी के सारे मतवाले।।हाथी, हाथ, साईकिल वाले। वोटर को सब चाहने वाले।।ऐसा राजनीति का ड्रामा। मचा रहे नेता हंगामा।।वोटर भी चालाक बड़ा है। उसे चाहिए दारू दामा।।छुटभैये नेतन की चांदी। सभी बने हैं गांधीवादी।।देश में लूटतंत्र हावी है। जब से पाई है आजादी।।गाफिल कहें चुनावी चक्कर। खेल खिलाता है जी भर […]
राष्ट्र भाषा हिंदी की दुर्दशा
आज हम स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक हैं। हमारी राष्ट्र भाषा हिंदी है, इस भाषा को बोलने वाले विश्व में सबसे अधिक लोग हैं। अंग्रेजी को ब्रिटेन के लगभग दो करोड़ लोग मातृ भाषा के रूप में प्रयोग करते हैं, जबकि हिंदी को भारत वर्ष में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, मध्य […]
भक्ति की पराकाष्ठा को प्राप्त करने वाले संसार में ऐसे लोग बिरले ही होते हैं जिनमें भगवान के दिव्य गुण भासने लगें। ऐसी महान आत्मा, पुण्यात्मा युगों-युगों के बाद अवतरित हुआ करती हैं जिनके चेहरे पर दिव्य तेज होता है, सौम्यता होती है, जो उनका आभामण्डल बनाती हैं जिसके कारण लोग उन्हें भगवान का प्रतिरूप […]
कोयला आवंटन को लेकर संसद में गतिरोध एक सप्ताह से ज्यादा समय से बना हुआ है। एनडीए ने इस गतिरोध को समाप्त करने हेतु प्रस्ताव दिया है कि इन सभी आवंटनों को रद्द कर दिया जाए और इन्हें आवंटित करने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की प्रक्रिया की न्यायिक जांच कराई जाए। सरकार इस पर अभी तैयार […]
द्रोपदी जैसी सन्नारी पर एक आरोप ये भी है कि जब महाभारत युद्घ के पश्चात पाण्डवों को मृत्यु शय्या पर पड़े भीष्म ने उपदेश दिये तो उस समय द्रोपदी ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए पितामह से कहा कि आपके ये उपदेश उस समय कहां गये थे जब मेरा चीरहरण किया जा रहा था। कहा […]
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भाजपा की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष श्रीमति स्वराज को पीएम पद की अपनी पहली पसंद बताया है। भाजपा ने ठाकरे की इस पसंद को ये कहकर हल्का करने का प्रयास किया है कि भाजपा में पीएम पद के एक नही बल्कि दस अच्छे प्रत्याशी हैं। यानि भाजपा ने सामूहिक […]
भाजपा ने संसद में यूपीए सरकार के मुखिया डा. मनमोहन सिंह को निरूत्तर कर दिया। पीएम के पास ना तो तरकश था और ना ही तीर थे। उनके साथ एक और दुर्भाग्य यह भी जुड़ गया कि पार्टी ने उनके कंधों पर तीर चलाकर आज तक कितने ही शिकार खाए। ‘मोटा माल’ लूटा, पर अब […]
कृष्ण चंद्र टवाणी राष्ट्र में भावनात्मक एकता स्थापित करने तथा उसके उत्थान व विकास में भाषा का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसी दृष्टिकोण में भारतीय संविधान में हिंदी को ही राष्ट्रभाषा घोषित किया गया है। हिंदी हमारे राष्ट्र की आत्मा है, प्राण है। चेकोस्कोवाकिया के प्रसिद्घ हिंदी विद्वान डॉक्टर ओदोलेन स्मेकल के विचारों को यहां […]