पत्रकारिता पेशे में अपेक्षा के अनुरूप पैसा नहीं मिलने और कामकाज की स्वतंत्रता के अभाव में देश में प्रशिक्षित होने के बाद भी एक चौथाई पत्रकार पत्रकारिता को अपना पेशा नहीं बनाते। मीडिया स्टडीज ग्रुप और जन मीडिया जर्नल ने भारतीय जनसंचार संस्थान के 1984-85 से लेकर 2009-10 शैक्षणिक सत्र के छात्रों की प्रतिक्रिया के […]
Month: August 2012
मीडिया में गिरा अन्ना का बाजार भाव
अप्रैल 2011, अगस्त 2011 और अब जुलाई-अगस्त 2012। अन्ना के आंदोलन के करीब 16 महीने के उतार चढ़ाव में टेलीवीजन मीडिया ने अन्ना के आंदोलन का बाजार भाव बढ़ाया भी और गिरा भी दिया। अगस्त 2011 में जहां अन्ना की अगस्त क्रांति को मीडिया ने अपने प्राइम टाइम का 90 फीसदी कवरेज दिया था वहीं […]
राकेश कुमार आर्यमनुष्य के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा करना सरकार का दायित्व है। अपने जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा पाना व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। हमारे संविधान ने भी संसार के अन्य सभ्य देशों के संविधानों के आधार पर अपने प्रत्येक नागरिक को यह मौलिक अधिकार प्रदान किया है। इसीलिए राज्य के प्रत्येक नागरिक […]
लोकतंत्र के राज में
बातें करते किसी और की, और किसी से नाता है।नेताओं को हाथ जोडऩा, भाषण करना आता है। तोड़-फोड में सिद्घहस्त है, कानूनों को तोड़ रहे हैं।दलबदलू हैं अपने नेता, जब चाहें दल छोड़ रहे हैं।कुरसी इनकी मात-पिता है, कुरसी के गुण गाते हैं।मतलब पड़े तो अपने नेता, गधे को बाप बनाते हैं। दंगा करवाने […]
लालकृष्ण आडवाणी का ब्लॉग बम
भारतीय जनता पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग के जरिए जो भावी राजनीतिक तस्वीर पेश की है उस पर बवाल मचना तय था। आडवाणी का मानना है कि मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता के दौर को देखते हुए 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 100 सीटें भी नहीं मिलेंगी। यहां तक कि उनकी […]
धर्मनिरपेक्षता के नाम पर साम्प्रदायिकता
उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार ने पूर्ववर्ती मायावती सरकार द्वारा मान्यवर कांशीराम जी उर्दू अरबी फारसी विश्व विद्यालय का नाम बदलकर ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती के नाम पर कर दिया गया है। स्वाभाविक रूप से कुमारी मायावती को यह बात बुरी लगनी ही थी इसलिए उन्होंने अखिलेश सरकार के इस निर्णय की तीखी आलोचना की है […]
राहुल तू निर्णय कर इसका…
शिकारी ने अपना तीर छोड़ा और तीर ने एक पक्षी को घायल कर दिया। घायल पक्षी जीवन रक्षा के लिए सिद्घार्थ की ओर दौड़ा। सिद्घार्थ ने पक्षी को गोद में उठा लिया और उसकी वेदना के साथ अपनी संवेदना को मिला कर उसे प्यार से सहलाने लगे। पक्षी शांत होकर गहरी गहरी सांसें ले रहा […]
अब तनिक विचार करें पुण्य की महत्ता पर
महाभारत के दो प्रसंग बड़े ही प्रेरणादायक और अनुकरणीय हैं। पहला प्रसंग जब पाण्डुओं ने राजसूय यज्ञ किया था तब उसमें अग्र पूजा भगवान कृष्ण ने की। इस पर शिशुपाल उत्तेजित हो गया। शिशुपाल ने भगवान कृष्ण के लिए अपशब्दों का भी प्रयोग किया। भगवान कृष्ण ने उसे सौ गाली तक तो क्षमा किया किंतु […]
भारत के साथ सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि इसका इतिहास जो आज विद्यालयों में पढ़ाया जा रहा है वह इसका वास्तविक इतिहास नही है। यह इतिहास विदेशियों के द्वारा हम पर लादा गया एक जबर्दस्ती का सौदा है और उन विदेशी लेखकों व शासकों के द्वारा लिखा अथवा लिखवाया गया है जो बलात हम पर […]
अन्ना हजारे राजनीति में आओ…
अन्ना हजारे ने जंतर मंतर पर जारी अपना अनशन समाप्त कर दिया है और अब एक राजनीतिक पार्टी बनाने के संकेत दिये हैं। अन्ना आंदोलन की इस प्रकार अप्रत्याशित रूप से हवा निकल गयी है। अन्ना अपने आप में ठीक हो सकते हैं, लेकिन उनके बारे में यह बात आरंभ से ही स्पष्ट हो गयी […]