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महत्वपूर्ण लेख

क्या यही हकीकत है ‘सच्चे मुसलमानों’ की?

-तनवीर जाफरी  समानता, सहयोग, भाईचारा, समर्पण, त्याग, संतोष तथा क्षमा और बलिदान जैसी विशेषताओं का पाठ पढाने वाले इस्लाम धर्म का लगता है कुछ धुर इस्लाम विरोधी विचारधारा रखने वालों ने संभवत: किसी बड़ी इस्लाम विरोधी साजिश के तहत अपहरण कर लिया है। अन्यथा गत् तीन दशकों में इस्लाम के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर […]

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भारतीय संस्कृति

क्या हिंदू होना इस देश में एक गुनाह है?

राजीव गुप्ता प्रकृति कभी भी किसी से कोई भेदभाव नहीं करती और इसने सदैव ही इस धरा पर मानव-योनि में जन्मे सभी मानव को एक नजर से देखा है। हालाँकि मानव ने समय – समय पर अपनी सुविधानुसार दास-प्रथा, रंगभेद-नीति, सामंतवादी इत्यादि जैसी व्यवस्थाओं के आधार पर मानव-शोषण की ऐसी कालिमा पोती है जो इतिहास […]

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भारतीय संस्कृति

शिक्षा में सिद्ध प्रयोग का साधक

कलकत्ते में पैदा हुए, दिल्ली आई,आई टी से सिविल इंजिनियरिंग मे पढ़ाई की और कुछ दिन तक उत्तर बिहार में रसायन का उद्योग चलाया। लेकिन मन उखड़ा और कुछ अलग करने की धुन लगी तो चले आये मसूरी। पिछले बीस साल से सिद्ध संस्था के माध्यम से मसूरी के आस पास के इलाके में शिक्षा […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

द्रोपदी के पांच पति थे या एक: क्या कहती है महाभारत?

द्रोपदी महाभारत की एक आदर्श पात्र है। लेकिन द्रोपदी जैसी विदुषी नारी के साथ हमने बहुत अन्याय किया है। सुनी सुनाई बातों के आधार पर हमने उस पर कई ऐसे लांछन लगाये हैं जिससे वह अत्यंत पथभ्रष्ट और धर्म भ्रष्ट नारी सिद्घ होती है। एक ओर धर्मराज युधिष्ठर जैसा परमज्ञानी उसका पति है, जिसके गुणगान […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

वेद, महर्षि दयानंद और भारतीय संविधान-35

भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य और वेद का राष्ट्र संगठन  वेद मानवजाति के लिए सृष्टि के आदि में ईश्वरप्रदत्त संविधान हैं। अत: ऐसा नही हो सकता कि हमारा आज का मानव कृत संविधान तो नागरिकों के मूल कत्र्तव्यों का निरूपण करे और वेद इस विषय पर चुप रहे। वेदों में मानव और मानव समाज के […]

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बिखरे मोती

हमारे शास्त्रों की दृष्टि में ज्ञानी कौन?

प्राय: देखा गया है कि लोग ज्ञानी शब्द की गंभीरता को नही समझते। यह शब्द ही सारगर्भित है, मौलिक है। जिसका अर्थ बड़ा ही विस्तृत है, व्यापक है और आचरण से जुड़ा हुआ है। जिसकी महिमा बड़ी ही दायित्वपूर्ण है। जो लोग इसे हल्के में लेते हैं, तो लगता है उनका अध्ययन सतही है, ज्ञानी […]

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संपादकीय

राजनीतिक भ्रष्टाचार

आज राजनीति भ्रष्टाचार की जननी बन चुकी है। भारत के रक्षक ही भारत के भक्षक बन चुके हैं। शासक ही शोषक हो गया है। अंग्रेजों के जाने के पश्चात सत्ता परिवर्तन तो हुआ, किंतु व्यवस्था परिवर्तन नही हो पाया। फलस्वरूप नई बोतल में वही पुरानी शराब चल रही है। इससे पूर्व कि हम विषय पर […]

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राजनीति

कोई धर्म राष्ट्रीय धर्म से बड़ा नहीं

अब्दुल रशीदहम एक ऐसे सनसनीखेज़ दौर से गुजऱ रहे हैं जहां बहुत मुमकिन है अफ़वाहों का तेज़ी से बढना। लेकिन यह भी सच है कि इस दौर मे ऐसे तमाम माध्यम उपलब्ध है जिससे अफ़वाहों की हक़ीकत को जाना जा सकता है वो भी चंद मिनटों में। तब कैसे कुछ लोग तबाही का जाल बुनकर […]

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राजनीति

मुद्दा

मुद्दा परमाणु करार का, या फिर अमरनाथ का मुद्दा।घाटी में घुसपैठ पाक की, बना हुआ स्थाई मुद्दा।। कंधमाल में धर्म हनन का, छाया देश-विदेश में मुद्दा।दुनिया में अब तो हावी है, आतंकी हमलों का मुद्दा।। मुद्दा पानी की किल्लत का, और बाढ़ का भी है मुद्दा।इसका मुद्दा उसका मुद्दा, सबका लूट-खसूट का मुद्दा।। घर का […]

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राजनीति

असाम बनाम मुग्लिस्तान

एल. आर गाँधी पाकिस्तान में बचे खुचे अल्पसंख्यकों को ‘नेस्तोनाबूद ‘ करने का खेल जारी है. सैंकड़ों हिन्दू परिवार इस्लामिक अत्याचार से दुखी हो कर पलायन कर रहे हैं ..और हमारे सेकुलर शैतान ‘ईद मुबारक ‘में मस्त हैं. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को मुसलमान बनाने या फिर डराने धमकाने के लिए यू तो शरियत के बहुत […]

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