राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी पी.ए. संगमा ने अपने प्रतियोगी और संप्रग प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी को खुली बहस की चुनौती देते हुए भारत में राष्ट्रपति के चुनाव को अमेरिकी पैटर्न पर लडऩे का नया अंदाज देने का प्रयास किया है। दूसरे उन्होंने स्वयं को आदिवासी नेता होने के नाते सांसदों एवं मतदाताओं से अपना मत देने की […]
Month: July 2012
गुरू एक दिव्य शक्ति है :-
जल हमेशा नीचे की तरफ बहता है किंतु जब वह अग्नि तत्व के संपर्क में आता है तो वही जल वाष्प बनकर आकाश की ऊंचाईयों को छूने लगता है और बादल बनकर प्यासी धरती की प्यास बुझाता है। चारों तरफ हरियाली लाता है। पावस ऋतु और सुख समृद्घि का कारक बनता है। ठीक इसी प्रकार […]
इतिहास से हम क्या सीख सकते हैं? इस बात का उत्तर यही है कि इतिहास की हमारे लिए सबसे बड़ी सीख यही है कि इससे हम कुछ सीखते नही है। इसलिए इतिहास के विषय में यह झूठ एक सच के रूप में स्थापित हो चुका है कि इतिहास स्वयं को दोहराता है। जबकि सच ये […]
नई दिल्ली। 1939 का वर्ष भारतीय शिक्षा नीति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वर्ष है। इस वर्ष गांधी जी के विशेष निर्देशों के चलते कांग्रेस ने वर्धा में शिक्षानीति बनवाई थी। जिसे वर्धा स्कीम के नाम से इतिहास में जाना जाता है। हिंदुस्तानी शिक्षा संघ द्वारा प्रकाशित आधारभूत राष्ट्रीय शिक्षा पुस्तक के पृष्ठ 188 से […]
यह विलक्षण बालक काफी कम उम्र से ही भय अथवा अंधविश्वास न मानता था। उनके बचपन का एक अन्य खेल था, पड़ोसी के घर चम्पा के पेड़ पर चढ़कर फूल तोड़ना और ऊधम मचाना। पेड़ के मालिक ने अपनी डाँट-फटकार से कोई लाभ न होता देख, एक दिन नरेन के साथियों से अत्यंत गंभीरतापूर्वक कहा कि […]
वेद का आदेश है-माँ भ्राता भ्रातरन द्विक्षत । भाई भाई में द्वेष न करे , भाई भाई से न लड़े और न झगड़े । परिवार में सुख , शांति और आनंद का मूल है भाइयो से प्रेम । भाइयो से द्वेष होने से परिवार नष्ट हो जाते है , संपत्ति वकीलो और कचहरियों की भेट […]