भूमि अधिग्रहण पर संसदीय समिति ने सिफारिश की है कि किसी भी प्रकार की कृषि योग्य भूमि चाहे वह सिंचित हो या असिंचित के अधिग्रहण पर सरकार पूरी तरह रोक लगाये। संसदीय समिति का मानना है कि जब अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, कनाडा जैसे विकसित राष्टï्रों में सरकारें निजी क्षेत्र के लिए जमीन अधिग्रहीत नहीं कर […]
महीना: मई 2012
मायावती सरकार के घोटाले
भारत में राजनीति जैसे पवित्र मिशन को जब से कुछ लोगों ने व्यवसाय बनाया है, तब से यह मिशन न होकर घृणास्पद पेशा बन गया है। राजनीति और भ्रष्टïाचार आजादी के बाद कुछ इस प्रकार घुले मिले हैं कि दोनों को अलग अलग करना ही असंभव हो गया है। जहां राजनीति होगी वहां लोग भ्रष्टïाचार […]
नोएडा, हाईकोर्ट के आदेशानुसार किसानों को उनका लाभ देने की कवायद प्राधिकरण ने फिर शुरू कर दी है। मंगलवार को डीसीईओ विजय यादव ने किसान प्रतिनिधियों संग बैठक भी की। किसानों को उनकी अर्जित भूमि के सापेक्ष पांच फीसदी के भूखंड आवंटित करने के लिए भी प्राधिकरण खाली जमीनों का डेटा तैयार कराने में जुट […]
1947 में जब देश आजाद हुआ था तो लोगों ने स्वराज्य में अपने विकास का नया सपना संजोया था। सोचा था कि अपनी जमीं और अपने आसमां के इस नये दौर में निश्चय ही हमारे लिए तरक्की की मंजिलें बहुत आसान हो जाएंगी। लेकिन समय की रेल विकास की पटरी पर जब चली तो लोगों […]
वीरता का निन्दन और कायरता का वंदन केवल भारत में ही होता है। 1947 के क्षितिज पर तनिक मेरी आंखों में आंख डालकर देखो तो सही अनेकों वीर क्रांतिकारी और राष्ट्रभक्त बलिदानी पर्दे के पीछे से उचक उचक कर हमसे कहे जा रहे हैं- हमें याद रखना, भूल मत जाना। जितनी दूर हमसे 1947 होता जा […]
रायसीना हिल्स पर बना राष्ट्रपति भवन गणतांत्रिक भारत के हर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। आजादी से पूर्व इसे वायसरीगल हाउस के नाम से जाना जाता था। लेकिन 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.15 बजे जब डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर गणतांत्रिक भारत के राजपथ पर कदम रखे […]
प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं, यह कुदरत की देन होती है। उसकी मेहरबानी किस पर कैसी हो जाए कहा नहीं जा सकता। केन्द्रीय विद्यालय एनटीपीसी की कक्षा-6 का छात्र हर्ष (इनसेट में) पुत्र कालीचरन कुदरत की इसी देन से नवाजा गया है। हर्ष (इनसेट में) साधारण रूप में तो केवल एक बच्चा है लेकिन जब उसे अपनी […]
दादरी ब्लॉक में 1857 की क्रांति के अमर शहीदों की स्मृति में स्थापित शहीद स्तंभ पर पुष्पार्पण करने के बाद खड़े एसडीएम दादरी राजेश कुमार यादव, धिवक्तागण एवं उगता भारत के संपादक राकेश कुमार आर्य व सहसंपादक राजकुमार आर्य।
कार्टून:संसद के साठ साल
राम मोहन राय की सहनशीलता
ब्रिटिश भारत के महान समाज सुधारक राजा राम मोहन राय ने सती प्रथा की समाप्ति और विधवा विवाह के समर्थन में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। जऱा सोचें, आज से लगभग 150 वर्ष पूर्व के भारत में इन सुधारों की बात करना कितना क्रन्तिकारी कदम था। उन्होंने ब्रह्म समाज की स्थापना की जिसका उद्देश्य […]