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संपादकीय

अनुसूचित जन जातियां और भारत का विकास

भारत में जातियों का वेर्गीकरण और उनकी सामाजिक स्थिति को विकृत करने का काम अंग्रेजों ने किया। भारत की प्राचीन वर्णव्यवस्था कर्म के आधार पर थी। कर्म से ही व्यक्ति वर्ण निशिचत किया जाता था, कर्म परिवर्तन से वर्ण परिवर्तन भी सम्भव था। इसलिए एक शूद्र के ब्राह्राण बनने की पूर्ण सम्भावना थी। कालान्तर में शिक्षा के अभाव, वर्ण […]

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राजनीति

छोटे राज्यों का गठन: एक आकलन

उत्तर प्रदेश  के पुनर्गठन में उत्तर प्रदेश की कु॰ मायावती सरकार के प्रस्ताव से छोटे राज्यों की ओर लोगों का ध्यान पुन: गया हैं । संविधान लागू होने के बाद से 1950 से लेकर अब तक आंध्रप्रदेश (1953 आंध्रप्रदेश एक्ट, मद्रास राज्य से अलग करके)  केरल (1956 त्रावणकोर और कोचीन को मिलकर ) कर्नाटक (1956, […]

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विशेष संपादकीय

मनमोहन जी! गिलानी शान्ति पुरूष हैं या ग्लानि के पात्र.

मनमोहन जी! गिलानी शान्ति पुरूष हैं या ग्लानि के पात्र. कहते हैं इतिहास अपने आप को दोहराता है। पर मेरा मानना है कि अब इस घिसी-पिटी बात में संशोधन करने का समय आ गया है क्योंकि सच ये है कि इतिहास अपने आप को नहीं दोहराता अपितु इतिहास में दर्ज मूर्खताएं अपने आपको दोहराती हैं। […]

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संपादकीय

अमनपसंद गिलानी व नेक दिल मनमोहन सिंह..

ऊंट के विवाह में गधा गीत गा रहा था, कोर्इ श्रोता नहीं था, कोर्इ दर्शक नहीं था। तब संस्कृत के किसी कवि के हदय के तार बज उठे और उनसे जो संगीत निकला उसने इन शब्दों का रूप ले लिया- उष्ट्रानाम् विवाहेषु गीतम गायंति गर्दभा:।परस्परम् प्रशंसन्ति अहो रूपम् अहो ध्वनि।। अर्थात् ऊंट के विवाह में […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

उत्तर प्रदेश का विभाजन संबंधी…

कु. मायावती का निर्णय राजनीति से प्रेरित? लखनऊ। कु. मायावती ने आखिर प्रदेश को चार राज्यो में विभाजित करने से सम्बनिधत अपनी सरकार का प्रस्ताव भारत सरकार की सेवा में भेज दिया है। देश के अधिकांश राजनीतिक दलों ने इस प्रकार प्रदेश के विभाजन को राजनीति से प्रेरित बताया है। इसका अभिप्राय है कि या […]

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संपादकीय

सम्बद्धता क्या है?

सम्बद्धता क्या है? : किसी मान्यता, सिद्धांत, वस्तु व्यक्ति आदि के प्रति सहज रूप में बिना किसी बाहरी दबाव के आपका जुड़ जाना उसके प्रति आपकी सम्बद्धता है। ऐसी मानसिकता के वशीभूत होकर आप पूर्ण मनोयोग और प्राणपण से कार्य करने के लिए तो सक्रिय रहेंगे ही साथ ही उस मान्यता, सिद्धांत, वस्तु, व्यक्ति आदि के प्रति […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

सिर्फ खजाना ही खास नहीं है पद्मनाथ मंदिर का

दक्षिण भारतीय राज्य केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में एक किले के भीतर पद्मनाथ भगवान का मंदिर है, इन्हें अनन्तशयन भी कहते हैं। यहां भगवान पद्मनाभ की शेषशय्या पर शयन किये हुए विशाल मूर्ति है। मूर्ति की लम्बाई 18 मीटर है। इतनी बड़ी शेषशायी मूर्ति देश विदेश के किसी और मंदिर में नहीं है। यहां भगवान […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

नेट युग में नौकरी चाहिए तो पुराने तरीके भूल जाइए

नौकरी ढूंढने के लिए अखबारों की खाक छानने और रिक्रूटमेंट एजेंसी के चक्कर लगाने के दिन अब नहीं रहे। नौकरियां तो बस एक क्लिक दूर हैं, अगर आप सही समय पर, सही वेबसाइट के जरिए सही एम्प्लायर की नजर में आ जाएँ। जॉब वेबसाइटों ने सारी प्रोसेस को बहुत आसान बना दिया है लेकिन साथ […]

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राजनीति

गैर-कांग्रेसवाद के शिल्पी थे : राम मनोहर लोहिया

देश में गैर कांग्रेसवाद की अलख जगाने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया चाहते थे कि दुनिया भर के सोशलिस्ट एकजुट होकर मजबूत मंच बनाए। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. तुलसी राम कहते हैं कि लोहिया भारतीय राजनीति में गैर कांग्रेसवाद के शिल्पी थे और उनके अथक प्रयासों का फल […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

खाने के शौकीनों की पसंदीदा जगह

सुबह सवेरे नाश्ते में गर्मागर्म परांठे खाने को मिल जाएं तो खाने वाले की बल्ले बल्ले हो जाती है। शायद परांठा दुनिया का एकमात्र ऐसा आहार है, जिसके नाम पर एक सड़क का नाम रखा गया है। 1650 में मुगल बादशाह शाहजहां ने जब चांदनी चौक बसाया था तब से अब तक करीब तीन सदियां […]

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