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इतिहास के पन्नों से

क्या सांख्यकार कपिल मुनि अनीश्रवादी थे ?

लेखक- स्वामी धर्मानन्द प्रस्तुति- प्रियांशु सेठ माननीय डॉ० अम्बेदकरजी से गत २७ फर्वरी को मेरी जब उनकी कोठी पर बातचीत हुई तो उन्होंने यह भी कहा कि सांख्यदर्शन में ईश्वरवाद का खण्डन किया गया है। यही बात अन्य भी अनेक लेखकों ने लिखी है किन्तु वस्तुतः यह अशुद्ध है। सांख्य दर्शन में ईश्वर के सृष्टि […]

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स्वर्णिम इतिहास

आर्य जाति के महान रक्षक : आदि शंकराचार्य और महर्षि दयानंद

आदि शंकराचार्य एवं स्वामी दयानन्द (17 मई, 2021को आदि शंकराचार्य जयंती के उपलक्ष में प्रकाशित) #डॉविवेकआर्य आदि शंकराचार्य एवं स्वामी दयानन्द हमारे देश के इतिहास की दो सबसे महान विभूति है। दोनों ने अपने जीवन को धर्म रक्षा के लिए समर्पित किया था। दोनों का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था और दोनों ने […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत के इतिहास का ठुकराया हुआ हीरा : वीर छत्रपति संभाजी

  (14 मई को जन्मदिवस पर विशेष रूप से प्रचारित) #डॉविवेकआर्य वीर शिवाजी के पुत्र वीर शम्भा जी को अयोग्य आदि की संज्ञा देकर बदनाम करते हैंl जबकि सत्य ये है कि अगर वीर शम्भा जी कायर होते तो वे औरंगजेब की दासता स्वीकार कर इस्लाम ग्रहण कर लेते। वह न केवल अपने प्राणों की […]

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इतिहास के पन्नों से धर्म-अध्यात्म

महर्षि दयानंद का यज्ञ के विषय में वैज्ञानिक दृष्टिकोण

महर्षि दयानन्द का यज्ञ विषयक् वैज्ञानिक पक्ष लेखक- पं० वीरसेन वेदश्रमी प्रस्तोता- डॉ विवेक आर्य, प्रियांशु सेठ यज्ञ में मन्त्रोच्चारण कर्म के साथ आवश्यक है- महर्षि स्वामी दयानन्द जी ने यज्ञ की एक अत्यन्त लघु पद्धति या विधि हमें प्रदान की जो १० मिनट में पूर्ण हो जावे। उसमें मन्त्र के साथ कर्म और आहुति […]

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आओ कुछ जाने भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत के लिए कलंकित काम करने वाले लोग कौन हैं?

  बंगाल जल रहा है परंतु कुछ लोग तमाशा देख रहे हैं। दिल्ली दंगों मे भी इनहोने इसी तरह मजा लिया था। सफूरा जरगर को जमानत मिलने पर कुछ लोग सोशियल मीडिया पर इस तरह नाच रहे थे कि उसके सामने सावन मे मोर का नाच भी फीका पड़ गया। उनमे एक अल्ट्रा सेक्यूलर लेखक […]

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भारतीय संस्कृति

हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनायें , क्या हनुमान आदि वानर बन्दर थे?

डॉ विवेक आर्य वाल्मीकि रामायण में मर्यादा पुरुषोतम श्री राम चन्द्र जी महाराज के पश्चात् परम बलशाली वीर शिरोमणि हनुमान जी का नाम स्मरण किया जाता है। हनुमान जी का जब हम चित्र देखते हैं तो उसमें उन्हें एक बन्दर के रूप में चित्रित किया गया है जिनके पूंछ भी लगी हुई है। इस चित्र […]

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आतंकवाद

आज से ठीक 100 वर्ष पहले

  #डॉविवेकआर्य यति स्वामी नरसिंहानंद जी के विरुद्ध मौलवी-मौलाना फतवे जारी कर रहे हैं। कोई उनका सर कलम करने की मांग करता है। कोई सर कलम करने वाले को लाखों देने की इच्छा प्रकट करता है। आज से ठीक 100 वर्ष पहले भी ऐसे ही फतवे स्वामी श्रद्धानन्द के विरुद्ध दिल्ली से लेकर लाहौर की […]

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आओ कुछ जाने

अहिल्या के पत्थर बनने का सच

अहिल्या के पत्थर बनना शंका – क्या वह सत्य है? समाधान स्वामी दयानन्द ने इस शंका का समाधान किया है। “इन्द्रा गच्छेति । गौरावस्कन्दिन्नहल्यायै जारेति । तधान्येवास्य चरणानि तैरेवैनमेंत्प्रमोदयिषति ।।” शत. का. ३ अ. ३ । ब्रा. ४ । कं. १८ “रेतः सोम ।।” शत. का. ३ । अ. ३ । ब्रा. २ । कं. […]

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इतिहास के पन्नों से

हरियाणा का सन 57 का स्वतंत्रता संग्राम

  दादा बस्तीराम आर्योपदेशक लेखक :- स्वामी ओमानन्द सरस्वती पुस्तक :- देश भक्तों के बलिदान प्रस्तुति :- अमित सिवाहा [यह लेख वयोवृद्ध पूजनीय पंडित बस्तीराम जी का है जिसे मैंने भालोठ ग्राम में उनके पास 2 दिन बैठकर लिखा था कुछ लोगों का कहना है कि पंडित जी सन् 57 के युद्ध के समय 17 […]

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इतिहास के पन्नों से

मनुस्मृति में दी गई वर्ण व्यवस्था बुद्धिमत्ता पूर्ण है : डॉक्टर अंबेडकर

  लेखकः- डाॅ. सुरेन्द्र कुमार (मनुस्मृति भाष्यकार) श्री भीमराव रामजी अम्बेडकर को डॉ. अम्बेडकर बनाने में आर्यसमाज और आर्यसमाज द्वारा प्रचारित वर्णव्यवस्था का महत्वपूर्ण योगदान है। जन्मगत जातिवाद के विरुद्ध समरसता और समान-अधिकार का वातावरण निर्मित करने वाले और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए सुविधा-सहायता उपलब्ध कराने वाले वही लोग थे जो आर्य समाज से […]

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