हरियाणा दिवस की हार्दिक बधाई (हिंदी रक्षा आंदोलन ओर स्वामी ओमानंद सरस्वती) ………………… (1957) हरियाणा निर्माता स्वामी ओमानंद जी महाराज को शत शत नमन आचार्य जी का जीवन यौवनकाल से ही संघर्षपूर्ण रहा है । वैसे तो आज के युग में गुरुकुलों का संचालन और वह भी आर्ष पाठविधि से, अपने आप में समय और […]
Author: विवेक आर्य
आज जिस भारत में हम सांस ले रहे हैं वह सरदार पटेल के कारण हैं. एक कश्मीर ही हमारे लिए मुसीबत बना हुआ है. यदि इस तरह के कुछ और कश्मीर (हैदराबाद/ जूनागढ़) होते तो हमारी हालत क्या होती? दक्षिण भारत की रियासत “हैदराबाद” पर निजाम उस्मान अली खान राज करता था । उस समय […]
(2018 में प्रकाशित लेख का पुन: प्रकाशन) #डॉविवेकआर्य हामिद अंसारी ने देश के बंटवारे को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश के विभाजन के लिए सिर्फ पाकिस्तान ही जिम्मेदार नहीं था, बल्कि हिंदुस्तान भी जिम्मेदार था। अंसारी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के भारत की आजादी के चार दिन पहले 11 अगस्त […]
आर्यन खान और हमारा समाज
#डॉविवेकआर्य आर्यन खान को जमानत मिल गई। बॉलीवुड की दीवाली एक हफ़्ता पहले ही आ गई। चाटुकार मीडिया अब आर्यन खान को एक पीड़ित के रूप में पेश करे तो समझना कि शाहरुख़ खान की मार्केटिंग एजेंसी ने अपना होमवर्क करना शुरू कर दिया है। करे भी क्यों नहीं? आखिर आर्यन को भी फिल्मी सितारा […]
अंग्रेजी काल मे गुलामी व शोषण की एक श्रृंखला होती थी।अंग्रेजों के गुलाम देशी राजा और देशी राजाओं के गुलाम जागीरदार/सामंत।अंत मे सामंतों के गुलाम किसान-कामगार।शोषण की इस श्रृंखला में सबसे निचले पायदान वाला पिसता है क्योंकि ऊपर वाले सारे परजीवी बनकर मेहनतकशों की पूंजी लूटते है। 10मई 1914 को पटियाला में भैराराम सुंडा व […]
सन् १९७६ में दिल्ली में महर्षि दयानन्द सरस्वती प्रणीत ‘सत्यार्थप्रकाश’ ग्रन्थ की शताब्दी मनाई गई । उसमें पधारने वाले वक्ताओं में देश के जाने-माने नेता अटलबिहारी वाजपेयी का नाम भी था । आर्यसमाज के मूर्धन्य संन्यासी स्वामी विद्यानन्द सरस्वती जी (पूर्वाश्रम में प्रिन्सिपल लक्ष्मीदत्त दीक्षित जी) ने उन्हें एक पत्र लिखा और याद दिलाया कि […]
#डॉविवेकआर्य 1921 में गाँधी ने अंग्रेजी कपड़ों के बहिष्कार का ऐलान किया। उन्होंने विदेशी कपड़ों की होली जलाने का निर्णय लिया। स्वामी श्रद्धानन्द को जब यह पता चला तो उन्होंने महात्मा गाँधी को तार भेजा। उसमें उन्होंने गाँधी जी से कहा कि आप विदेशी कपड़ों को जलाकर अंग्रेजों के प्रति शत्रुभाव को बढ़ावा न दे। […]
सन 1710 में बंदा बैरागी द्वारा सतयुग शासन की स्थापना करने पर तम्बाकू, शराब,अफीम, मांस, मछली पर प्रतिबन्ध लगाने का हुकुमनामा जारी किया गया। यह स्पष्ट रूप से वेदों के आदेश का पालन था। वेद कहते है समाज को पथभ्रष्ट होने से बचाना राजा का कर्त्तव्य है। बंदा बहादुर का हुकुमनामा हिंदी और पंजाबी में […]
हम भारतीयों मे भूलने का रोग बहुत पुराना है। इसी भूलने के कारण हम 1000 साल गुलाम रहे। परंतु दुनिया नहीं भूलती है। औरंगजेब आज भी भारतीय मुस्लिमों का हीरो है। गुरु तेगबहादुर, भाई सति दास, भाई मति दास भाई दयाला जी को औरंगजेब ने कैसे भयानक तरीके से मारा वह किसी से छुपा नहीं […]
#डॉविवेकआर्य यह घटना उनीसवीं सदी के शुरुआत में बहावलपुर (आज के पाकिस्तान में) की मुसलमानी रियासत की है। छनकू नाम का एक दुकानदार इस रियासत में था जो श्री राम जी का अनन्य भक्त था। एक बार कुछ जिहादियों ने इसकी दुकान से कुछ सामान माँगा और इसके तौलने पर तौल कम बताकर छनकू को […]