-विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता – विहिप भारतीय संविधान के अनुसार प्राथमिक शिक्षा सबके लिए अनिवार्य है। किन्तु इस अनिवार्यता के बावजूद दुर्भाग्यवश स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भी देश की कुल जनसंख्या का 36.90 फीसदी हिस्सा आज भी निरक्षर है। मुस्लिमों में तो यह निरक्षरता दर 42.7 फीसदी है। यदि महिलाओं की बात करो तो […]
लेखक: विनोद बंसल
-विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप बजट का शब्द सुनते ही मन में एक ही बात आती है कि यह भविष्य के अर्थ-प्रबंधन का एक खाका होगा। आगे आने वाले समय में क्या आय-व्यय होगा तथा किस मद पर कितना व्यय करने का लक्ष्य रखा जाएगा यह सब उसमें विस्तार से वर्णित होता है। देश के समेकित […]
विनोद बंसल दुनिया में देश व धर्म की रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महा पुरुष तो अनेक मिलेंगे किन्तु अपनी तीन पीडियों बल्कि यों कहें कि अपने पूरे वंश को इस पुनीत कार्य हेतु बलिदान करने वाले विश्व में शायद एकमेव महा-पुरुष गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज ही होंगे. दिल्ली के चाँदनी चौक के […]
-विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप भारत व्रत, पर्व व त्योहारों का देश है। यूं तो हम हर दिन को पावन मानते हैं। महापुरुषों की मृत्यु के दिनों पर भी हम छाती पीटते या शोक व्यक्त करने के स्थान पर उसे पुण्य तिथि के रूप में मनाते हुए कुछ नव-संकल्पों के साथ उनके बताए मार्ग पर चलने […]
23/12/20 को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर प्रकाशनार्थ लेख: -विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप एडवोकेट मुंशीराम से स्वामी श्रद्धानंद तक जीवन यात्रा विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद प्रेरणादायी है। स्वामी श्रद्धानंद उन बिरले महापुरुषों में से एक थे जिनका जन्म ऊंचे कुल में हुआ किन्तु बुरी लतों के कारण प्रारंभिक जीवन बहुत ही निकृष्ट किस्म का था। स्वामी […]
-विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप कुछ लोग कर्म शील होते हैं तो कुछ धर्मशील। कोई विद्यावान होता है तो कोई गुणवान। कोई धनवान होता है तो कोई बलवान। कोई ज्ञानी होता है तो कोई दानी। किन्तु ये सभी गुण यदि कहीं एक साथ देखने को मिले तो वे थे महाशय धर्म पाल गुलाटी ‘आर्य’। माघ कृष्ण […]
विश्व हिन्दू परिषद के स्थापना दिवस पर विशेष -विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप स्वतंत्रता के पश्चात सेक्युलर वाद के नाम पर हिन्दू समाज के साथ बढ़ते अन्याय तथा ईसाईयों व मुसलमानों के तुष्टिकरण के बीच 1957 में आई नियोगी कमीशन की आँखें खोल देने वाली रिपोर्ट ने हिन्दू समाज के कर्णधारों की नींद उड़ा दी. रिपोर्ट […]
– *विनोद बंसल*ईस्वी सन् 1528 से लेकर आज तक भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद ने असंख्य उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक ओर उसने वह असहनीय दर्द सहा जब भव्य तथा विशाल मंदिर को धूल धूसरित कर अपने सत्ता मद में चूर एक विदेशी आक्रान्ता ने भारत की आस्था को कुचलकर देश के स्वाभिमान की नृशंस ह्त्या का […]
नई दिल्ली। अप्रेल 16, 2020। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री श्री मिलिन्द परांडे ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर क्षोभ व्यक्त करते हुए उनके जीवन रक्षार्थ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग तथा भारत सरकार से अपील की है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस का महा प्रकोप […]