भक्ति की सबसे ऊँची अवस्था के संदर्भ में शेर :- तौफीक – ए – खुदा , बड़ी मुश्किल से होती है। जब भी होती है, तो वाहिद की आँख रोती है॥2741॥ वाहिद – भक्त, साधक जमाल अर्थात् बेपनाह,बसूरती, सौन्दर्य की पराकाष्ठा महर्षि देव दयानन्द का आविर्भाव इतिहास को अविस्मरणीय घटना के संदर्भ में: – दया […]
बिखरे मोती
