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महत्वपूर्ण लेख

विवेकानंदी बनता जा रहा आर्य समाज और आरएसएस

” हम बढ़ें हमारे जीवन में , बरबस तूफान अधीर उठें , सदियों से सोते भारत के तरकस का तीखा तीर उठे । युग युग से परवशता पिंजरे का बंदी भारत कीर उठे ,है जंग लगा जिसमें पावन वह वीरों की शमशीर उठे । हम जलती आंहों से रिपु के प्राणों को जलता छोड़ चलें,’जय […]

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आओ कुछ जाने आतंकवाद

कश्मीर क्यों बर्बाद हुआ ?

कश्मीर के भारत संघ के साथ विलीनीकरण की प्रक्रिया का काम देश के पहले उपप्रधानमंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने संपन्न किया । उनके प्रयास से सारा देश एकीकरण की प्रक्रिया को अपनाकर एकता के सूत्र में आबद्ध हो गया , परंतु नेहरू जी ने प्रधानमंत्री के रूप में यह स्पष्ट कर […]

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अन्य

आकाश विजयवर्गीय को लेकर प्रधानमंत्री की नाराजगी

नई दिल्ली । ( ब्यूरो ) भाजपा के एक विधायक ने जिस प्रकार सारी नैतिकताओं को खूंटी पर टांगकर असभ्यता , बर्बरता , क्रूरता, निर्दयता और पाशविकता का नंगा खेल खेला है , उसके विरुद्ध प्रधानमंत्री के तेवर कड़े हो गए हैं । बिना किसी राजनीतिक पूर्वाग्रह के यदि उस पर चिंतन किया जाए तो […]

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इतिहास के पन्नों से उगता भारत न्यूज़

पत्रकारिता के लिए काला दिवस 28 जून

आज 28 जून है आज के दिन एक विशेष घटना 1975 में घटी थी तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने प्रेस पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था । श्रीमती गांधी ने आज के दिन 327 पत्रकारों को मीसा में बंद कर जेलों में डाल दिया था । जबकि 290 अखबारों के विज्ञापन बंद करने के […]

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महत्वपूर्ण लेख

देश की समृद्धि व विकास में किसानों का योगदान

प्रो. डी.सी. सारण भारतीय समाज की ये विसंगतियां और खुली धांधली किसान के शिक्षित, जागृत और संगठित होने के साथ ही समाप्त होने वाली है। गांव और किसान के शोषण की व्यथा-कथाओं से इतिहस भरा पड़ा है। किसान शक्ति का योजनाबद्ध विभाजन और उसके आर्थिक स्रोतों को चूसने का सिलसिला अंग्रेजों ने शुरू किया था। […]

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समाज

भावशून्य हो रही है नई पीढ़ी

शिक्षा व्यवस्था में हैं खामियां जो माता पिता अपने बच्चों पर ध्यान नहीं देते वे बच्चे घर पर टीवी, वीडियो आदि के रोग ग्रस्त हो जाते हैं। जो नहीं देखा सुना जाना चाहिए वह सब उसके माध्यम से अबोध बालक जानने लगता है। जिससे पढ़ाई में विशेष ध्यान नहीं दे पाते और उसी में सुख […]

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समाज

मानव अधिकार हमारे स्वभाव में अंतर्निहित हैं

हर कोई दूसरे की तरफ अगुवाई के लिए देख रहा था तथा हमलावरों पर कोई नियंत्रण नहीं रहा। राष्ट्रसंघ अगले युद्ध को रोकने में असमर्थ एक लाचार संस्था साबित हुआ। नाजियों के द्वारा प्रायोजित नस्ल की सर्वोच्चता का झूठा सिद्धांत तथा खून की प्यासी दो अन्य शक्तियों की धनलिप्ता के कारण 1939 में द्वितीय विश्वयुद्ध […]

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धर्म-अध्यात्म

योग क्या है?

साधना के विघ्नः साधना एक लम्बी प्रक्रिया है। इसमें कुछ मास ही नहीं, अपितु कई वर्ष भी लग जाते हैं। अतः साधक को बड़े धैर्य से काम करना होता है। प्रत्येक कार्य में विघ्न आते हैं, उसी प्रकार साधना में भी अनेक विघ्न आते हैं। उनको पार करना साधक का कार्य है। दृढ़ निश्चय और […]

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राजनीति

मौन व्रत स्वेच्छा या मजबूरी

गांधीवादी अन्ना हजारे की ओर से शुरू किये गये एक सप्ताह के ‘मौन व्रत’ का उद्देश्य भले ‘आत्म शांति’ घोषित किया गया हो लेकिन इसके आयोजन का समय कुछ और ही कहानी बयां करता है। दरअसल देश में बड़े बदलाव लाने की उम्मीदें जगाने के बाद हजारे पक्ष की ओर से पिछले कुछ दिनों में […]

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