अजेंद्र अजय “अपने विरुद्ध आक्रोश को देखते हुए कुर्सी के मोह में अंधी हो चुकी इंदिरा गांधी ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी शायद ही किसी ने कल्पना की हो। 25-26 जून, 1975 की दरम्यानी रात को इंदिरा गांधी ने देश को आपातकाल के मुंह में धकेल दिया।” वर्ष 1975 में आज के ही दिन सत्ता […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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डॉ.अजय खेमरिया ” कांग्रेस जनभावनाओं के उलट केवल मोदी के विरुद्ध अपने नफरती एजेंडे पर आकर टिक गई है। यह संसदीय राजनीति के भारतीय हितों के लिए दुःखद इसलिये भी है क्योंकि कांग्रेस ने इस देश की राजनीति और शासन को 60 वर्षों तक चलाया है।” राहुल गांधी कांग्रेस के लिए तब तक अपरिहार्य राजनीतिक […]
जब एक आयोजन में मित्रों ने उपहार भेंट किए। अगली सुबह जब उपहारों को खोलना शुरू किया तो आश्चर्य का ठिकाना नहीं था। एक दो उपहारों को छोड़कर बाकी सभी में लाफिंगबुद्धा, फेंगशुई पिरामिड, चाइनीज़ ड्रेगन, कछुआ, फेंगसुई सिक्के, तीन टांगों वाला मेंढक और हाथ हिलाती हुई बिल्ली जैसी अटपटी वस्तुएँ दी थी। जिज्ञासावश इन […]
चीन ने इस बार बह भारत पर प्रहार बहुत सोच समझ कर किया है। चीन के पास भारत के ऊपर बहुत सी बातो में उसकी भारत की तुलना मे बहुत मज़बूती है। उन्ही सभी चीन की भारत पर मज़बूती को देखते हुए चीन ने उचित समझा की भारत पर प्रहार करके वह कोरोना मामले से […]
न्यूयॉर्क। भारत ने हमेशा विश्व को कुछ ना कुछ दिया है साथ ही विश्व को दिखाया है की भारत में विश्व का नेतृत्व करने की क्षमता है ।भारत हमेशा से समस्त विश्व को एक परिवार मानता आया है। इस समय जब योग का डंका समस्त विश्व में बज रहा है । इसी कड़ी में अमेरिका […]
अंग्रेजी परम्परा में अंग्रेजी माध्यम से संस्कृत पढ़े लोग कहते हैं कि वेद में जगन्नाथ का नाम या वर्णन नहीं है। स्वयं भगवान् ने कहा है कि पूरा वेद उन्हीं का वर्णन है, अतः ब्रह्म के सभी नाम जगन्नाथ के ही वाचक हैं- वेदैश्च सर्वैरहमेव वेद्यो वेदान्तकृत् वेदविदेव चाहम् (गीता १५/१५) यहां भागवत पुराण के […]
राकेश सैन चीन का लोकतंत्र की दिशा में बढ़ने को बाध्य होना विश्व के लिए एक शुभ समाचार होता। चीन यदि लोकतांत्रिक देश होता तो आज तिब्बत की यह दशा न होती। भारत के साथ गढ़े गए सीमा विवाद न होते। ‘पंचशील’ समझौते का सम्मान होता। रूस में साम्यवाद के अंत के बाद दुनिया ने […]
चीन के कब्जे मे तिब्बत कब और कैसे आया ? लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प से तीन साल पहले डोकलाम में भी दोनों देश एक दूसरे के आमने-सामने आ चुके थे। भारत-चीन सीमा विवाद का दायरा लद्दाख, डोकलाम, नाथूला से होते हुए अरुणाचल प्रदेश की […]
‘इंडियन डिफेन्स रिव्यू’ में सात मार्च, 2015 को एक लेख छपा. यह लेख मेजर जनरल अफसिर करीम द्वारा लिखा गया था. इसमें उन्होंने भारत को चीन से होने वाले संभावित खतरों की ओर इशारा किया था. उन्होंने लिखा था, ‘अब समय आ गया है जब भारत को अपनी सैन्य क्षमताओं और नीतियों में सुधार करते […]
हालांकि ये सच कांग्रेस का मुंह बहुत काला कर देगा लेकिन वो सच अब तुमको सुनना पड़ेगा राहुल गांधी क्योंकि देश के प्रधानमंत्री को अत्यंत अभद्रता से संबोधित करते हुए तुमने पूछा है कि लद्दाख की गलवान घाटी में कल क्या हुआ? क्यों हुआ? हमारे जवान क्यों मारे गए? और हमारी जमीन लेने की चीन […]