जमशेदपुर । ( संवाददाता ) अखिल भारत हिंदू महासभा की झारखंड प्रदेश महिला सभा की अध्यक्ष इंजीनियर सुश्री सरस्वती महतो ने देबू मुखर्जी जैसे उन व्यक्तियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है जो नाबालिग बच्चों का शोषण करते रहे हैं और अमानवीय कार्यों को करने में तनिक भी डरे नहीं । इस मामले में सुुश्री […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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अंकित सिंह कैप्टन मनोज कुमार पांडे का जन्म उत्तर प्रदेश के सीतापुर के रुधा गांव में 25 जून 1975 को हुआ था। बचपन से ही पांडे में देश सेवा का जुनून सवार था। यही कारण था कि उन्होंने भारतीय सेना को चुना। 1997 में मनोज कुमार पांडे गोरखा राइफल्स का हिस्सा बने। 26 जुलाई […]
धर्मदास शुक्ला भारतीय मजदूर संघ ने समय-समय पर विपदा के समय में बढ़-चढ़कर कर अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। वर्तमान में कोरोना की महामारी में भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने देश के साथ ही मध्य प्रदेश में भी मजदूरों के हित में काम किया। भारतीय मजदूर संघ की स्थापना से पूर्व देश में […]
अजय कुमार पांच सौ वर्षों के लम्बे इंतजार के बाद जब मंदिर के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम होने जा रहा है तो इस मौके पर उन साधु-संतों, विश्व हिन्दू परिषद के लोगों और राजनीतिज्ञों को कैसे भुलाया जा सकता है जिन्होंने मंदिर निर्माण के लिए लम्बा संघर्ष किया था। पांच अगस्त को दोपहर सवा 12 […]
आगामी 1 अगस्त को मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार ईद आ रहा है। इस पर अनेकों पशुओं की बलि दी जाएगी । जिससे पर्यावरण संतुलन की पहले से ही बिगड़ी हालत में और इजाफा हो जाएगा। सारे पर्यावरणविद और पशुओं की रक्षा का ठेका लेने वाले सभी संगठन अब पूरी तरह मौन हैं। अब […]
मौसम अध्ययन की भारतीय परंपरा
समय की अनोखी धारणा है। सर्दी, गर्मी और बारिश को महसूस करते हुए ही मानव ने जाना था कि ऋतु और उसका चक्र क्या है? महिलाओं ने पौधों के फलन और फूलन से नक्षत्रों को जाना और जिसके लिए जैसा जाना, वैसा ही कहा जो दिवस, पक्ष, मास और संवत्सर के फल के लिए […]
अभिनय आकश तिब्बत को लेकर चीन हमेशा से ही काफी चौकस रहता है। इसकी असली वजह यह है कि तिब्बत उसका धोखे से कब्जाया हुआ क्षेत्र है। राजनीतिक दृष्टि से तिब्बत कभी चीन का अंग नहीं रहा। दलाई लामा ने 1959 में निर्वासन में शुरू हुए एक बिखरे हुए आंदोलन को अकेले दम पर दुनिया […]
राकेश सैन भविष्य में पार्यवरण हितैषी ईद मनाने के संबंध में एक सार्थक चर्चा तो शुरू हो ही गई है और इसको आगे बढ़ाने की जरूरत है। बात सिर्फ ईद तक ही सीमित नहीं है, दरअसल हरित दिवाली, गणेशोत्सव और होली मनाई भी जाने लगी है, हालांकि इनको और गति देने की जरूरत है। अच्छे […]
– मुरली मनोहर श्रीवास्तव जिंदगी एक सफर है, सफर करते करते एक दिन राहगीर भी थक जाता है मगर राहें कभी नहीं थकती। इस जहां में इंसानरुपी मुसाफिर आते हैं अपने जीवन के किरदार को दुनिया के रंगमंच पर निभाकर कूच कर जाते हैं। रह जाती हैं तो बस उनकी यादें और उनकी कृतियां। उन्हीं […]
यहाँ हम पश्चिमी इतिहासवेताओं के इस कथन की परीक्षा करनी है कि “प्राचीन आर्य ऐतिहासिक विद्या से अनभिज्ञ थे” । वास्तव में यदि यह लांछन ठीक हो तो हमें मानना पड़ेगा कि हमारे पुरुष अर्ध सभ्य थे क्योंकि केवल दो ही अवस्थाओं में कोई नेशन या जाति ऐतिहासिक ज्ञान से शून्य हो सकती है :- […]