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शिक्षा/रोजगार

विकासशील देशों में स्कूल खोलने के खतरे ज्यादा

हरजिंदर सिंह ऐसी आशंकाएं पूरी तरह से निराधार भी नहीं हैं। कम से कम अमेरिका के कुछ उदाहरण तो यही बता रहे हैं। वहां स्कूलों को खोले हुए अभी दो सप्ताह भी नहीं हुए हैं लेकिन बच्चों, अध्यापकों और अन्य कर्मचारियों को कोविड-19 होने के कई मामले सामने आ गए हैं। दबाव भारत में भी […]

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भारतीय संस्कृति

श्री राम गर्भ गृह का शिलान्यास व भूमि पूजन और वैदिक मूल्य

वर्तमान संदर्भ में गंभीर चुनौती है वैदिक मूल्यों के लिएभारत सनातन संस्कृति का संवाहक है और आज भी संपूर्ण विश्व को अपनी सनातन संस्कृति से प्रभावित कर रहा है और प्रकाशित भी। यही कारण है कि कोरोना जैसी भयंकर महामारी से जब पूरा विश्व काल के गाल में जा रहा था तो ” मरता क्या […]

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आओ कुछ जाने विश्वगुरू के रूप में भारत

महर्षि कणाद महान है डाल्टन व न्यूटन नहीं

भारत का वैदिक ज्ञान हीं है ज्ञान विज्ञान की जननी संकलन अश्विनी कुमार तिवारी न्यूटन के आगे सेब गिरा फिर उनके लिये सब यूरेका यूरेका हो गया। ऐसे ही एक बार महर्षि कणाद (लगभग छठी सदी ईसापूर्व) किसी फल को ले कर कुछ सोचते-विचारते जंगल में भटक रहे थे। गंभीर चिंतन में थे इसलिये नाखून […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

नेताजी की तथाकथित मृत्यु तिथि 18 अगस्त पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कोई संदेश न दिया जाना क्या संकेत करता है ?

आशीष नौटियाल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि 18 अगस्त ही है, यह भ्रम कॉन्ग्रेस के दौरान विकसित किया गया 904 भारतीय स्वाधीनता संग्राम के नायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु को ‘मनाने’ की जितनी दिलचस्पी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू में थी उतनी ही आज की कॉन्ग्रेस में भी मौजूद नजर आती […]

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मुद्दा

— – – और दरोगा जी का यह पासा बिल्कुल सही पड़ा

*एक वाकया* ********* -राजेश बैरागी- हालांकि यह नोएडा के एक पुलिस थाने में आज का वास्तविक वाकया है परंतु आप इसे किसी भी थाने में होता हुआ देख सकते हैं। पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने का फायदा यह हुआ कि अफसरों की बाढ़ आ गई और नुकसान भी यही हुआ कि अफसरों की बाढ़ आ […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

गांधीजी की मुस्लिमपरस्ती और खिलाफत आंदोलन

[डॉ. श्रीरंग गोडबोले]। खिलाफत आंदोलन (1919-1924) की शुरुआत 27 अक्टूबर 1919 से मानी जा सकती है, जब यह दिन पूरे भारत में खिलाफत दिवस के रूप में घोषित हुआ। एक वर्ष के भीतर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे बड़े नेता लोकमान्य तिलक का निधन हो गया और गांधी, भारतीय राजनीति का केंद्र बने। डॉ अम्बेडकर […]

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आर्थिकी/व्यापार

कोरोना महामारी में अन्नदाता की मेहनत ही जीने का सहारा बनी

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा हाल ही में सरकार ने किसानों के लिए और राहतों की घोषणाएं की हैं। इसमें एक देश-एक मण्डी, तिलहन, दलहन, आलू-प्याज आदि को आवश्यक वस्तु अधिनियम के नियंत्रण से मुक्त करने और कांट्रैक्ट खेती आदि प्रमुख हैं। देश-दुनिया के आर्थिक विश्लेषकों को अब यह साफ हो गया है कि खेती की […]

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कविता

शेरनी रानी

बाल कविता – शेरनी रानी शेरनी रानी बड़ी स्यानी, अपनी करती है मनमानी। राजा जी पर हुक्म चलाती, अपनी बात सब मनवाती। राजा शेर जंगल मे गुर्राते, घर पर नजर झुकाकर आते। बीवी का हर हुक्म बजाते, खुश होकर रानी के पैर दबाते। बड़े प्यार से रानी को समझाते, घर की बात बाहर ना जाये, […]

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देश विदेश

सुरक्षा परिषद ने ट्रंप की लू उतार कर रख दी

डॉ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिका ने ईरान पर लगे हथियार खरीदने के प्रतिबंधों को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था लेकिन 15 सदस्यों वाली इस सुरक्षा परिषद में सिर्फ एक सदस्य ने उसका समर्थन किया। उसका नाम है— डोमिनिकन रिपब्लिक। पिछले कुछ दिनों में अमेरिका एक बार उठ गया और एक बार गिर गया। वह उठा तब […]

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पर्व – त्यौहार

ऐसे भी मनाया जा सकता है 15 अगस्त का राष्ट्रीय पर्व

15 अगस्त 1947 को हमारा देश स्वतंत्र हुआ था| तब से आज तक इसी दिन इसी तारीख यानी 15 अगस्त को हमारे देश में राष्ट्रीय झंडा फहराया जाता है और यह भारत के इतिहास का सर्वाधिक महत्वपूर्ण दिन होता है | ऐसे में 15 अगस्त को जश्ऩ के रूप में तो मनाएंगे ही लेकिन कुछ […]

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