नई देहली – पिछले २४ घंटे में देश में ९ सहस्र ८८७ लोगों को कोरोना का संक्रमण हुआ । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है कि, अब देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या २ लाख ३६ सहस्र ११७ तक हो गई है । भारत ने कोरोना रोगियों की संख्या में इटली को पीछे छोड […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
प्रियंका सौरभ प्रियंका सौरभ रोटी, कपड़ा और मकान को मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं कहा जाता है। इन मूलभूत आवश्यकताओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इंसान बहुत मेहनत करता है। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां आम जनता को सुरक्षित भोजन के महत्व के बारे में पर्याप्त जानकारी प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही […]
आपका वजन तेजी से घटाएगा आयुर्वेदिक काढ़ा, इन 3 चीजों से मिलाकर ऐसे बनाएं वजन कम करने के लिए हम क्या-क्या जतन नहीं करते लेकिन कई बार ऐसा होता है कि वजन कम करने के लिए डाइटिंग और हैवी वर्कआउट के साइड इफेक्ट्स शुरू हो जाते हैं और इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होने […]
विजय कुमार बड़े देशों में लोग सप्ताहांत में मॉल या बिग बाजार से पूरे सप्ताह के लिए पैक की हुई खाद्य सामग्री ले आते हैं या फिर ऑनलाइन मंगा लेते हैं। फिर वे उसे फ्रिज में भर देते हैं। उन्हें ऐसा बासी और रसायनयुक्त भोजन करने की ही आदत पड़ गयी है। कबीर, तुलसी, रहीम, […]
*श्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय, एक मशहूर कम्पनी एनरॉन ने महाराष्ट्र के दाभोल में कारखाना लगाने की प्लानिंग की, लेकिन यह स्थानीय लोगों के प्रतिरोध के कारण हो न सका। फलस्वरूप बदलती विषम परिस्थितियों से नाराज एनरॉन ने भारत सरकार पर 38,000 करोड़ के नुकसान की भरपाई का मुकदमा दायर कर दिया।* […]
डॉo सत्यवान सौरभ, अंतर्राष्ट्रीय दिवस जनता को चिंता के मुद्दों पर शिक्षित करने के लिए, वैश्विक समस्याओं को संबोधित करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और संसाधन जुटाने के लिए, मानवता की उपलब्धियों को मनाने और सुदृढ़ करने के अवसर हैं। अंतर्राष्ट्रीय दिनों का अस्तित्व संयुक्त राष्ट्र की स्थापना से पहले है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें […]
क्या आपको डोकलाम याद है ? आपने चीन की उस हरकत को किस नजरिये से देखा था ? अगर आपको याद हो तो डोकलाम का संकट शुरू हुआ था 16 जून 2017 से ! जिस दिन वह संकट प्रारम्भ हुआ उस दिन तक भारतीय मीडिया में क्या प्रमुख खबर चल रही थी, क्या आपको याद […]
कमलेश पांडे जब से हिन्दू धर्म के विकल्प के रूप में इस्लाम धर्म और ईसाई मत को शासन-सत्ता के औजार के रूप में होने लगा और परस्पर एक दूसरे को नीचा दिखाने की रणनीति बनने लगी, सामाजिक जीवन अशांत हुआ और सुख-शांति-समृद्धि की सर्वपात्रीय अवधारणा का लोप हुआ। यदि आप भारतीय हैं तो आपको भारत […]
संतोष पाठक इस समय की बात करें तो चीन के बौखलाने की कई और वजहें भी हैं। दुनियाभर में कोरोना फैलाने की चीन की साजिश बेनकाब हो गई है और उसकी अर्थव्यवस्था भी दांव पर लग गई है। चीन में स्थापित दुनिया के कई देशों की कंपनियां भारत आने की तैयारी भी कर रही हैं। […]
अजय कुमार शादी-ब्याह या इसी तरह के अन्य किसी मौके पर रीति-रिवाज के नाम पर होने वाले फिजूल खर्च को लेकर अक्सर आम और खास लोगों के बीच विचार-विमर्श भी होता रहता है। इस फिजूलखर्ची को रोकने के लिए कानून बनाए जाने की भी बात होती रहती थी। अन्य देशों के नागरिकों के मुकाबले एक […]