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इतिहास के पन्नों से

पुण्यतिथि पर विशेष : मुगल वंश के शासक शाहजहां की बेटी जहाँआरा की सबसे चालाक और खर्चीली मुगल बेगम

मुगल सल्तनत में सबसे चतुर, सबसे सुंदर, सबसे विवादास्पद और सबसे धनी कोई शहजादी थी तो वो जहांआरा थीं. शाहजहां की बेटी और औरंगजेब की बहन . उनको लेकर तमाम किस्से हैं. चांदनी चौक का नक्शा उन्हीं की देखरेख में बना. वो विदेशों से व्यापार करती थीं. आज से ठीक 339 साल पहले मुगल सल्तनत […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

18 सितंबर जन्म दिवस पर विशेष : सतनामी संप्रदाय के संस्थापक गुरु घासीदास

छत्तीसगढ़ वन, पर्वत व नदियों से घिरा प्रदेश है। यहाँ प्राचीनकाल से ही ऋषि मुनि आश्रम बनाकर तप करते रहे हैं। ऐसी पवित्र भूमि पर 18 सितम्बर, 1756 (माघ पूर्णिमा) को ग्राम गिरोदपुरी में एक सम्पन्न कृषक परिवार में विलक्षण प्रतिभा के धनी एक बालक ने जन्म लिया। माँ अमरौतिन बाई तथा पिता महँगूदास ने […]

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व्यक्तित्व

17 सितंबर जन्म दिवस पर विशेष : समाज के आखिरी पायदान से शीर्ष तक नरेंद्र मोदी का सफर

– मुरली मनोहर श्रीवास्तव दुनिया का कोई भी काम छोटा नहीं होता है, किसी व्यक्ति का व्यक्तित्व उसके कर्मों से निर्धारित होता है जो उसके अस्तित्व को एक नयी पहचान देता है। हम बात कर रहे हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की। जो कभी अपने पिता का चाय बेचने में सहयोग किया […]

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इतिहास के पन्नों से

सम्राट ललितादित्य और कश्मीर

जवाहरलाल कौल भारत और विशेषकर जम्मू कश्मीर के इतिहास में ललितादित्य का नाम उनकी शानदार विजय-यात्राओं के कारण प्रसिद्ध रहा है। कुछ लोग मार्तंड मंदिर के कारण भी उन्हें स्मरण करते हैं। लेकिन विकासमान भारत के संदर्भ में अगर वे किसी बात के लिए प्रासंगिक हैं तो उनकी विदेश नीति और अपनी समरनैतिक सूझबूझ के […]

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मुद्दा

जया बच्चन के नाम वरिष्ठ लेखक पत्रकार अभिरंजन कुमार का खुला पत्र

————————– आदरणीया जया बच्चन जी, बॉलीवुड के “ख़ानदानी” लोगों को मैं बॉलीवुड की अनेक समस्याओं की जड़ मानता हूं और आज आपने इसे साबित भी कर दिया। ऐसा लगता है कि आप जिस बड़ी थाली (देश) में खाती हैं, उसी में छेद करना चाहती हैं, छोटी थाली (बॉलीवुड के गंदे लोगों) को बचाने के लिए। […]

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शिक्षा/रोजगार

भारतीय ज्ञान—परंपरा में शिक्षा शब्द और उस का व्यापक अर्थ पांच हजार वर्षों से स्थापित है

शंकर शरण (लेखक वरिष्ठ स्तंभकार हैं।) सरकार के एक सब से महत्वपूर्ण मंत्रालय द्वारा अपना बिगड़ा नाम कोरोना काल में सुधारने में एक तुक है। कोरोना ने पूरी दुनिया को याद दिलाया कि अर्थव्यवस्था से बड़ी चीज जीवन और प्रकृति के नियम है। यह बुनियादी सत्या खो गया है। मानव अर्थव्यवस्था का संसाधन बना डाला […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

डॉ. आंबेडकर का जीवन बड़ा व्यापक, विस्तृत और बहुआयामी रहा

डॉ. कृष्ण गोपाल डॉ. आंबेडकर का चिंतन और उनका कर्म बहुत विशाल है। लगभग सभी लोगों ने डॉ. आंबेडकर को अपने-अपने नजरिए से देखा है, लेकिन उनका समग्र आकलन बहुत कम ही हुआ। उनके प्रति कुछ दृष्टिकोण अधूरे हैं, तो कुछ दृष्टिकोण  तथ्यों के विपरीत हैं। डॉ. आंबेडकर का जीवन बड़ा व्यापक, विस्तृत और बहुआयामी था। लेकिन देश […]

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देश विदेश

शुन्य उत्सर्जन की ओर बढ़ता राष्ट्रपति ट्रंप का अमेरिका

पिछले 4 वर्षों के दौरान डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के पर्यावरण संबंधी कई समझौतों से अलग होने के बावजूद अमेरिका इससे होने वाले नुकसान की सफलतापूर्वक भरपाई करने में कामयाब रहा है। ऐसा होने से अमेरिका के लिए वर्ष 2050 तक शून्य शुद्ध उत्सर्जन वाला देश बनने की संभावनाएं जिंदा हैं, बशर्ते वर्ष 2021 में जलवायु […]

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इतिहास के पन्नों से

हैदराबाद सत्याग्रह के समय आर्य समाज ने उभारा था एक प्रखर राष्ट्रवादी आंदोलन

- (लेखक: स्व. वसंत ब. पोतदार) महर्षि दयानंद सरस्वती ने 1875 में आर्य समाज की स्थापना की. उनकी मातृभाषा गुजराती थी, पर उन्होंने हिंदी भाषा का बहुत अध्ययन किया और आर्य समाज का भारत भर में विस्तार किया. हिंदू समाज की दुर्बलताओं को देखकर महर्षि दयानंद सरस्वती बहुत परेशान रहते थे. हिंदुओं की दीनहीन अवस्था […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

अपनी आने वाली नस्लों के फायदे के लिए ब्यूरोक्रेसी पर कब्जा करो :, इमरान प्रतापगढ़ी

ब्यूरोक्रेसी पर कब्जा इमरान प्रतापगढ़ी पिछले दिनों सुरेश चव्हाणके ने अपने आगामी शो का एक ट्रेलर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया कि सिविल सेवाओं में ‘संप्रदाय विशेष की घुसपैठ’ का ‘पर्दाफाश’ किया गया है। वीडियो में उन्होंने जामिया के रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी (RCA) से संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में स्थान पाने वाले […]

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