पूनम नेगी किसी भी देश की सुरक्षा में वहां के गुप्तचर तंत्र का अहम योगदान होता है। आज हमारे देश की गुप्तचर प्रणाली अत्यन्त सशक्त व अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से संयुक्त है। पर यह जानना वाकई दिलचस्प होगा कि इस गुप्तचर प्रणाली की जड़ें हमारे देश में अति प्राचीन हैं। इसे भारतीय संस्कृति की ऐसी […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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प्राचीन भारत और गर्भ संस्कार
डॉ. उमंग जे. पंडया :आयुर्वेद को पांचवां वेद माना गया हैं। वेदों के इस नित्य नूतन एवं चिर सनातन विज्ञान में गर्भ संस्कार का काफी महत्व बताया गया है। आचार्य चरक, आचार्य सुश्रुत आदि ऋषि-मुनियों ने इसका वैज्ञानिक प्रतिपादन भी किया है। सभी आचार्यों ने अपनी संहिताओं के शारीरस्थान में इस विषय का विस्तृत वर्णन […]
– अभिनव जून 2020 में मोदी सरकार ने कृषि-सम्बन्धी तीन अध्यादेश पेश किये और सितम्बर 2020 में लोकसभा और राज्यसभा में काफ़ी हो-हल्ले के बीच उन्हें पारित कर दिया गया। अचानक सभी पूँजीवादी पार्टियाँ किसानों के पक्ष में खड़ी हो गयीं। यहाँ तक कि कुछ अनपढ़ “मार्क्सवादी” भी धनी किसानों व कुलकों के आन्दोलन के […]
विश्वकर्मा थे संसार के पहले वास्तुकार
वास्तुदेव की पत्नी अंगिरसी से विश्वकर्मा जी का जन्म हुआ। माना जाता है कपने पिता की तरह ही ऋषि विश्वकर्मा भी वास्तुकला के आचार्य माने जाते है। अश्विनी मास की चतुर्दशी तिथि को विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की जाती है। भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला वास्तुकार मानते है। इसलिए कल कारखानो से लेकर कंपनियों […]
रिश्ता मिट्टी का
रिश्ता मिट्टी का न जाने पानी और मिट्टी का क्या रिश्ता है, न जाने कौन मसीहा है न जाने कौन.फरिश्ता है। पानी और मिट्टी का क्या रिश्ता है चले जाते है लोग दूर गगन की छांव मे, मिट्टी और पानी है पावन मिट्टी और पानी रहते एक दूजे के संग बनकर बहती है गंगा कलकल […]
प्रभुनाथ शुक्ल केंद्र सरकार की तरफ़ से कृषि सुधार पर लाया गया बिल सत्ता और विपक्ष की राजनीति में ‘मंदारी और सपेरे’ का खेल बन गया है। सरकार ने बीन बजाई और उसकी झोली से एक उम्दा ‘किसानहित’ बिल निकल गया। लेकिन यह खेल दूसरे सियासी मदारियों को नहीँ पच रहा है। कृषि सुधार के […]
नेपाल चीन के इशारों पर जिस प्रकार भारत के लिए परेशानियां पैदा कर रहा है उससे वह बाज आने को तैयार नहीं है। हालांकि नेपाल की ओली सरकार की इस प्रकार की हरकतों का देश के लोगों और सेना में भी विरोध है , परंतु इन सबकी अनदेखी करते हुए ओली सरकार चीन के इशारों […]
भारतीय संस्कृति और ‘ उड़ता ‘ बॉलीवुड
राकेश सैन वास्तव में बॉलीवुड अगर एक बहुविध कलाकारों से भरी फिल्म है, तो इसमें नायक और खलनायक दोनों हैं। ड्रग्स बॉलीवुड की एक सच्चाई है, जिसकी सफाई इसलिए जरूरी है क्योंकि देश का नौजवान बॉलीवुड की चकाचौंध में अपने सपने तलाशता है। ”आपने मेरे भाई के बारे में पढ़ा है और मैंने अपने भाई […]
25 सितम्बर/जन्म-दिवस सुविधाओं में पलकर कोई भी सफलता पा सकता है; पर अभावों के बीच रहकर शिखरों को छूना बहुत कठिन है। 25 सितम्बर, 1916 को जयपुर से अजमेर मार्ग पर स्थित ग्राम धनकिया में अपने नाना पण्डित चुन्नीलाल शुक्ल के घर जन्मे दीनदयाल उपाध्याय ऐसी ही विभूति थे। दीनदयाल जी के पिता श्री भगवती […]
24 सितम्बर/जन्म-दिवस आज स्वतन्त्र भारत के झण्डे के रूप में जिस तिरंगे को हम प्राणों से भी अधिक सम्मान देते हैं, उसका पहला रूप बनाने और उसे जर्मनी में फहराने का श्रेय जिस स्वतन्त्रता सेनानी को है, उन मादाम भीकाजी रुस्तम कामा का जन्म मुम्बई के एक पारसी परिवार में 24 सितम्बर, 1861 को हुआ था। […]