तुफैल चतुर्वेदी सामान्य व्यक्ति और महापुरुष में एक बडा अंतर यह भी है कि महापुरुष की दृष्टि वर्तमान के साथ-साथ अतीत और भविष्य पर भी भरपूर सजगता के साथ होती है। वस्तुतः अतीत की घटनाओं की सामूहिक परिणति ही तो वर्तमान है और वर्तमान के कार्यकलाप ही तो भविष्य तय करते हैं। अतः अतीत का […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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अजीत कुमार हिंदू मंदिर सदा से ही समाज तथा भारतीय सभ्यता के केंद्रबिंदु के रूप में स्थापित रहे हैं। मंदिर आध्यात्मिक तथा अन्य धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ विविध प्रकार के समाजोपयोगी गतिविधियों के भी प्रमुख केंद्र रहे हैं। इतिहास बताता है कि प्राचीन काल से लेकर अट्ठारहवीं और उन्नीसवीं शताब्दी तक ये मंदिर ज्ञान-विज्ञान, कला […]
सरकार की ओर से मजहबी तालीम दिए जाने की संविधान विरोधी भावना पर रोक लगाने का असम सरकार ने देश के अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय और ऐतिहासिक फैसला लिया है । ज्ञात रहे कि हमारा संविधान धर्म, जाति, लिंग और संप्रदाय के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव की मनाही करता है। परंतु […]
गाजियाबाद । ( ब्यूरो डेस्क)जब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का देहांत हुआ था तो विपक्ष के नेता अटल बिहारी बाजपेई ने अपने शोक संवेदना संदेश में कहा था कि भारत माता की गोद खाली है लेकिन कोख खाली नहीं है । कहने का अभिप्राय है कि मां भारती के पास एक से […]
11 अक्तूबर/जन्म-दिवस ग्राम कडोली (जिला परभणी, महाराष्ट्र) में 11 अक्तूबर, 1916 (शरद पूर्णिमा) को श्रीमती राजाबाई की गोद में जन्मे चंडिकादास अमृतराव (नानाजी) देशमुख ने भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी। 1967 में उन्होंने विभिन्न विचार और स्वभाव वाले नेताओं को साथ लाकर उ0प्र0 में सत्तारूढ़ कांग्रेस का घमंड तोड़ दिया। इस कारण कांग्रेस वाले […]
………………….. 7 अक्तूबर/जन्म-दिवस क्रान्तिकारी दुर्गा भाभी भारत के क्रान्तिकारी इतिहास में पुरुषों का इतिहास तो अतुलनीय है ही; पर कुछ वीर महिलाएँ भी हुई हैं, जिन्होंने अपने साथ अपने परिवार को भी दाँव पर लगाकर मातृभूमि को स्वतन्त्र कराने के लिए संघर्ष किया। दुर्गा भाभी ऐसी ही एक महान् विभूति थीं। दुर्गादेवी का जन्म प्रयाग […]
दरभंगा के महाराज कामेश्वर सिंह किसी पहचान के मोहताज नहीं थे. ब्रिटिश शासन काल में भी महाराज काफी लोकप्रिय थे. यही कारण है कि तब अंग्रेजी शासन में भी महाराज के रियासत को देखते उन्हें ब्रिटिश हुकूमत की ओर से महाराजाधिराज की उपाधि दी गई थी. तभी से महाराजा को महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कहने की परंपरा शुरू […]
पर्याप्त नींद लीजिये और स्वस्थ रहिये
डॉ. दीप नारायण पाण्डेय (लेखक इंडियन फारेस्ट सर्विस में वरिष्ठ अधिकारी हैं।) गंगा नदी के तट पर प्रात: घूमकर थोड़ा घाट के सौन्दर्य का आनंद लेने के लिये बैठे ही थे कि सब की तरह हमने भी मोबाइल में सोशल मीडिया को खंगाला। मित्र-मंडली में जुडऩे का आग्रह था। जुड़ गये। भूल भी गये। बहुत […]
7 अक्तूबर राज्यारोहण-दिवस अपने शौर्य से इतिहास की धारा मोड़ने वाले वीर हेमू का जन्म दो अक्तूबर, 1501 (विजयादशमी) को ग्राम मछेरी (अलवर, राजस्थान) में हुआ था। उनके पिता राय पूरणमल पहले पुरोहित थे; पर फिर वे रिवाड़ी (हरियाणा) आकर नमक और बारूद में प्रयुक्त होने वाले शोरे का व्यापार करने लगे। हेमू ने यहां […]
’ – मुरली मनोहर श्रीवास्तव बिहार विधानसभा चुनाव में जहां कल तक एनडीए और महागठबंधन के बीच वाकयुद्ध और राजनीतिक लड़ाई जारी थी। वहीं आज की तारीख में एनडीए और महागठबंधन अंदरुनी कलह से जुझ रहा है। महागठबंधन में कल तक जहां कांग्रेस, राजद, रालोसपा, वीआईपी एक साथ थे वहीं सीटों के बंटवारे को लेकर […]