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विविधा

यह कैसा विकास है ?

उगता भारत (ब्यूरो) वैश्विक भूख सूचकांक में शामिल 107 देशों में 94वें स्थान पर पहुंचकर भारत का गंभीर श्रेणी में दर्ज होना, हमारे विकास के  थोथे दावों की हकीकत बयां करता है। नीति-नियंताओं के लिए यह शर्म की बात हो सकती है कि इसी सूची में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल और पाक हमसे बेहतर स्थिति […]

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मुद्दा

तूफान आने से पहले की खामोशी सभी देशवासियों को समझ जाना चाहिए

दीपक आहूजा धारा 370 का हटना यकीनन बहुत खुशी की बात है, मगर लङाई अभी खत्म नहीं हुई है, बल्कि इसके साथ ही एक अंतहीन संघर्ष की शुरूआत भी हुई है, जिसे आम आदमी नहीं देख पा रहा है। देश का अधिकाँश मुसलमान गुस्से से उबल रहा है और बदले व खून खराबे की फिराक […]

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राजनीति

महिला सम्मान और नेताओं की फिसलती जुबान

सोनम लववंशी   मध्यप्रदेश उपचुनाव की तपिश जैसे-जैसे बढ़ रहीं है। सियासत के रणबाकुरों की भाषा उससे भी तेज़ गति से बिगड़नी शुरू हो चुकी है। चुनाव जीतने की फितरत में सियासतदां किसी पर निजी लांछन लगाने से भी बाज नहीं आ रहें हैं। येन-केन प्रकारेण सत्ता का सुख मिलना चाहिए, फ़िर उसके लिए किसी […]

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इतिहास के पन्नों से

गौ रक्षक डॉक्टर राशिद अली के बारे में

20 अक्तूबर/बलिदान-दिवस   गाय का भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान है। सभी भारतीय मत-पंथ इसे पूज्य मानते हैं। इस्लाम में भी गोहत्या या गोमांस खाने का आदेश नहीं है; पर हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए मुस्लिम शासकों द्वारा चालू की गयी कुप्रथा आज भी जारी है। इस बारे में कानून भी स्पष्ट और कठोर […]

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आओ कुछ जाने

1947 में पाकिस्तान की सेना ने इस उद्देश्य से प्रेरित होकर किया था भारत पर हमला

    पाकिस्तान के एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी ने ही अपने देश की पोल खोल दी है इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी ने ही अपने देश की पोल खोल दी है। राइडर्स इन कश्मीर नाम की अपनी किताब में रिटायर्ड मेजर जनरल अकबर खान ने स्वीकार किया है कि सन 1947 में कश्मीर […]

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समाज

औरों को हंसते देखो मनु, हंसो और सुख पाओ

योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ आज हम सभी कहीं-न-कहीं तनावों में घिरे हुए बेचैनी में जी रहे हैं। भौतिकता में फंसे हम अपने सिवा किसी के बारे में जैसे कभी सोच ही नहीं पाते या फिर सोचने का मन ही नहीं करता। महानगरों में बड़ी-बड़ी अट्टालिकाओं में रहकर भी जाने क्यों, हमें सुख और सुकून की […]

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मुद्दा शिक्षा/रोजगार

आधुनिकीकरण की प्रक्रिया को मदरसों को अपनाना ही होगा

अनिल अनूप दरअसल महाकुंभ और मदरसों की तुलना नहीं की जा सकती। महाकुंभ हमारी प्राचीन, सनातन संस्कृति, आस्था और श्रद्धा के प्रतीक हैं। ये आयोजन सिर्फ हिंदुओं तक ही सीमित नहीं हैं। महाकुंभ में तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा भी पधार चुके हैं और वहां ‘बुद्ध विहार’ की स्थापना में उनका विशेष योगदान रहा है। […]

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इतिहास के पन्नों से

फ्रांस के खुफिया दस्तावेज और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत का सच!

विनय सुल्तान नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत इतिहास की सबसे उलझाऊ गुत्थियों में से एक है. इतिहास के इस एक वाकये पर इतनी सारी कॉन्स्पिरेसी थ्योरी हैं कि कोई एक सिरा पकड़ पाना मुश्किल है. अक्सर नए-नए दावे आते रहते हैं. अब एक फ्रेंच इतिहासकार ने दावा किया है कि नेताजी जहाज दुर्घटना में […]

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कहानी

घर बन गया खंडहर

🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏 *🔥घर बना खण्डहर🔥* ************** *एक सेठ जी थे, जो दिन-रात अपना काम-धँधा बढ़ाने में लगे रहते थे। उन्हें तो बस, शहर का सबसे अमीर आदमी बनना था। धीरे-धीरे पर आखिर वे नगर के सबसे धनी सेठ बन ही गए।* *इस सफलता की ख़ुशी में उन्होने एक शानदार घर बनवाया। गृह प्रवेश के दिन, उन्होने […]

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राजनीति व्यक्तित्व

एक कुशल संगठन कर्त्ता और मजबूत इच्छाशक्ति के नेता के रूप में जाने जाते रहे हैं जेपी नड्डा

कभी कांग्रेस का अध्यक्ष बनना अपने आप में बहुत ही गौरव और सम्मान की बात समझी जाती थी । आजादी से पहले तो कांग्रेस का अध्यक्ष बनना मानो प्रधानमंत्री बनने का समान था । आजादी के बाद और बीते 4 दशकों की बात करें तो धीरे-धीरे यही स्थिति भाजपा के अध्यक्ष ने प्राप्त कर ली […]

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