हाल में ही एक ज्योतिष-भविष्यवाणी वगैरह करने वाले बेजान दारूवाला की मृत्यु हुई तो अलग-अलग किस्म की कई बहसें भी नजर आयीं। हमें उनके साथ ही नारायणन की अंग्रेजी कहानी “एन एस्ट्रोलोजर डे” याद आई। उसका भविष्यवाणी करने वाला भी वैसे ही सुन्दर वाक्य गढ़ता था, जैसे बेजान दारूवाला। उसका एक प्रिय जुमला था “तुम्हें […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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मिथिलेश कुमार सिंह खासकर, लॉकडाउन के समय सुशांत सिंह राजपूत से लेकर और भी कई सेलिब्रिटीज, यहां तक कि पूर्व सीबीआई निदेशक अश्विनी कुमार ने जिस प्रकार सुसाइड करके अपनी जीवन लीला समाप्त की, उसने हमारे समाज की कई परतें खोल कर रख दिया। वर्तमान युग में जहां तमाम सुविधाएं बढ़ी हैं, वहीं सुविधाओं के […]
आग में झुलसता पाकिस्तान
डॉ. रमेश ठाकुर कराची की सड़कों पर आधी रात के समय भी लोग प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सेना के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगा रहे हैं। इमरान खान का झुकाव फिलहाल सेना की ही ओर है। सभी को पता है कि पाकिस्तान की हुक़ूमत बिना सेना-आईएसआई के बिना नहीं चल सकती। जो किसी मुल्क […]
प्रतीकों की राजनीति करते अखिलेश यादव
अजय कुमार समाजवादी पार्टी ने 03 नवंबर को उत्तर प्रदेश विधानसभा की सात रिक्त सीटों के लिए होने वाले उप-चुनाव के लिए राजनीति से संन्यास ले चुके और लम्बे समय से अस्वस्थ चल रहे मुलायम सिंह को अपना स्टार प्रचारक बनाकर सबको चौंका दिया है। राजनीति में प्रतीकों का बेहद महत्व होता है। मौसम चुनावी […]
मुरली मनोहर श्रीवास्तव बिहार की सियासत में कभी धमक रखने वाली या यों कहें की विपक्षी की भूमिका निभाने वाली वामपंथ अपने अस्तित्व को बचाने के लिए जहां महागठबंधन का हिस्सा बनकर 29 सीटों पर अपनी जोर आजमाइश कर रही है। वहीं एनडीए जो कि शुरुआती दौर से वामपंथ की नीतियों से दूरी बनाकर […]
डॉ. नरेश कुमार त्यागी। संघ शासित जम्मू-कश्मीर देश की आजादी से पूर्व एक समृद्धशाली राज्यों में गिना जाता था, लेकिन पाकिस्तान पोषित आतंकवादी घटनाओं और अलगाववादियों द्वारा कश्मीर की आजादी के नाम पर आम मुसलमानों को उकसाने जैसी गतिविधियों के चलते प्रदेश का काफी समय से सर्वागीण विकास अवरुद्ध हो गया था। अनुच्छेद-370 और 35ए हटाए […]
22 अक्तूबर/जन्म-दिवस 22 अक्तूबर, 1873 ई. को दीपावली वाले दिन जन्मे तीर्थराम गणित के मेधावी छात्र थे। एक बार प्रश्नपत्र में दस में से कोई पाँच प्रश्न हल करने को कहा गया। तीर्थराम को स्वयं पर विश्वास था। उन्होंने सभी प्रश्न हलकर लिख दिया कि कोई पाँच जाँच लें। जाँचने पर सभी प्रश्नों के उत्तर […]
आज जारी वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले साल 16,70,000 हज़ार मौतों का सीधा सम्बन्ध वायु प्रदूषण से था। घरेलू वायु प्रदूषण में तो कमी आयी है, मगर बाहर पीएम2.5 का चिंताजनक स्तर बरकरार है। अब देश में सेहत के लिये वायु प्रदूषण बना गया है सबसे बड़ा खतरा। पिछले साल, वायु प्रदूषण के […]
आक्रमणों से त्रस्त भारत के एक बड़े वर्ग को रीढ़-विहीन केंचुओं की तरह रेंग-रेंग कर जीने की आदत भी पड़ गयी थी। उनका भक्ति काल भी आँख मूँद कर किसी अवतार के आने की प्रतीक्षा से ज्यादा नहीं बचा था। उनके भक्त शबरी के बर्ताव की नक़ल करते। वो हनुमान या सुग्रीव जैसे नहीं थे […]
यह कैसा विकास है ?
उगता भारत (ब्यूरो) वैश्विक भूख सूचकांक में शामिल 107 देशों में 94वें स्थान पर पहुंचकर भारत का गंभीर श्रेणी में दर्ज होना, हमारे विकास के थोथे दावों की हकीकत बयां करता है। नीति-नियंताओं के लिए यह शर्म की बात हो सकती है कि इसी सूची में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल और पाक हमसे बेहतर स्थिति […]