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आतंकवाद

क्या भारत की वर्तमान भयावह परिस्थितियां कर रही है गृह युद्ध की ओर संकेत ?

  समाधान-आपके प्रश्न का उत्तर अपने शब्दों में न देकर मैं एक विदेशी लेखक के शब्दों में देना चाहूंगा। 2005 में समाजशास्त्री डा. पीटर हैमंड ने गहरे शोध के बाद इस्लाम धर्म के मानने वालों की दुनियाभर में प्रवृत्ति पर एक पुस्तक लिखी, जिसका शीर्षक है ‘स्लेवरी, टैररिज्म एंड इस्लाम-द हिस्टोरिकल रूट्स एंड कंटेम्पररी थ्रैट’। […]

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आतंकवाद

राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन चुका है धर्मांतरण

  दिव्य कुमार सोती पिछले दिनों कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्होंने देश में विदेशी पैसे से हो रहे धर्मांतरण और ईसाई मिशनरी संगठनों द्वारा किए जा रहे भारत विरोधी दुष्प्रचार और हमारे अंदरूनी मामलों में दखल जैसे मुद्दों की ओर ध्यान खींचा है। 17 दिसंबर को वाशिंगटन स्थित मिशनरी संगठन इंटरनेशनल क्रिश्चियन कंसर्न ने […]

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मुद्दा

जम्मू कश्मीर डीडीसी चुनाव : आखिर जीत किसकी हुई ?

    संतोष पाठक लेकिन क्या वाकई ऐसा है ? क्या वाकई जम्मू-कश्मीर की जनता ने सबको खुश करने के लिए ही वोट किया है ? क्या यह जीत भाजपा की जीत है ? क्या यह फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जीत है ? क्या यह 370 खत्म करने का विरोध करने वालों की […]

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आतंकवाद

फतवा – फसाद की मानसिकता और वैक्सीन विवाद

सज्जाद हैदर पूरे विश्व में एक भारी संकट है जिसे कोरोना अथवा कोविड 19 के नाम से जाना जाता है। जिससे पूरा विश्व त्रस्त है। दुनिया के सभी देश इस प्राण घातक बीमारी से बाहर निकलने के लिए पूरी तरह से संघर्ष कर रहे हैं। पूरे विश्व की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा कर […]

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राजनीति

नीतीश ने लिया अहम फैसला : आरसीपी सिंह को जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष की सर्वसम्मति से सौंपी कमान

– मुरली मनोहर श्रीवास्तव जदयू की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि एक साथ दो पद संभालना आसान नहीं। बिहार का मुख्यमंत्री और जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष, दोनों भूमिका एक साथ निभाना कठिन कार्य है। इसलिए बैठक में नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के […]

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भारतीय संस्कृति विश्वगुरू के रूप में भारत

प्राचीन काल से ही वास्तु एवं स्थापत्य का संगम रहा है राजस्थान

  विवेक भटनागर ऐतिहासिक रूप से मेवाड़ या शिबि जनपद का भारतवर्ष की राजनीति में अत्यन्त व्यापक प्रभाव है। इस जनपद का वर्णन स्ट्रेबो ने अपनी इण्डिका में शिबोई जन के रूप में किया है। यहां पर स्थापत्य का विकास क्रम इतिहासिक रूप से दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से आगे जाता है। इस क्षेत्र में […]

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आओ कुछ जाने स्वर्णिम इतिहास

प्राचीन काल में विष के चिकित्सक रहे हैं ऋषि कश्यप

  प्रस्तुति:- राकेश कुमार आर्य (बागपत) एक बार राजा परीक्षित आखेट हेतु वन में गये। वन्य पशुओं के पीछे दौडऩे के कारण वे प्यास से व्याकुल हो गये तथा जलाशय की खोज में इधर उधर घूमते घूमते वे शमीक ऋषि के आश्रम में पहुँच गये। वहाँ पर शमीक ऋषि नेत्र बंद किये हुये तथा शान्तभाव […]

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कृषि जगत

खेती में महिलाओं की भूमिका को देखकर उन्हें भी मिलना चाहिए किसान का दर्जा

  डॉ. रमेश ठाकुर खेतों में पुरुषों से ज्यादा काम करती हैं महिलाएँ, उन्हें भी मिलना चाहिए किसान का दर्जा आधी आबादी के उत्थान के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल एक अच्छी पहल की है। महिला किसानों के लिए ‘महिला किसान सशक्तीकरण योजना’ का श्रीगणेश किया। योजना के तहत 24 राज्यों और केंद्र शासित […]

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राजनीति

मौलिक अंतर है अटल जी की भाजपा और मोदी की भाजपा में

  अजय कुमार पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल जी के 96वें जन्मदिन पर एक तरफ केन्द्र की मोदी और राज्यों की भाजपा सरकारें तमाम कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं तो दूसरी तरफ सवाल उठ रहा है कि यदि अटल जी जीवित होते तो वह आज की भाजपा में कितना प्रसांगिक होते 25 दिसंबर का दिन हिन्दुस्तान […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

शिक्षा की गुरुकुलीय भारतीय परंपरा, जिसके चलते बना था भारत विश्वगुरु

  डॉ. ओमप्रकाश पांडेय लेखक अन्तरिक्ष विज्ञानी हैं। भारतीय परम्परा में वेद को ब्रह्माण्डीय ज्ञान के मूल स्रोत के रूप में स्वीकार करते हुए इसे ईश्वर का नि:श्वास ही माना गया है (यस्य नि:श्वसितं वेदा यो वेदोभ्योऽखिलं जगत्)। यद्यपि वेदों का प्रतिपाद्य विषय सार्वभौमिक उत्कृष्टता के समुच्चय से ही संबंधित है, जिसे देश या काल […]

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